जल संसाधन कक्षा 10

 

जल संसाधन

महत्वपूर्ण तथ्य

1. पृथ्वी का तीन-चौथाई भाग जल से ढंका हुआ है।

2. तीन चौथाई जल में से खारा पानी सर्वाधिक है मीठा पानी हमको नदियों तथा भौमजल स्रोतों से प्राप्त हो पाता है।

3. जल एक नवीकरण योग्य संसाधन है।

4. 2025 तक विश्व के लगभग 20 करोड़़ लोग जल की नितांत कमी का सामना करेंगे।

5. जल दुर्लभता का अर्थ है- जल की कमी। दूसरे शब्दों में जब किसी वस्तु की आपूर्ति माँग से कम हो तो वह वस्तु दुर्लभ हो जाती है।

6. जल दुर्लभता के प्रमुख कारण हैं - 1. कम वर्षा 2. जल का अतिशोषण 3. जल का अत्यधिक प्रयोग 4. जल का समान वितरण।

7. जल का अतिशोषण कृषि कार्यों में सिंचाई में सबसे अधिक होता है।

8. वर्तमान समय में भारत के कुल विद्युत का लगभग 22 प्रतिशत भाग जल विद्युत से प्राप्त होता है।

9. चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा जल प्रबंधन के लिए बाँध, झील तथा सिंचाई तंत्रों का विकास कराया गया था।

10. परम्परागत बाँध , नदियों और वर्षा के जल को इकट्ठा करके बाद में उसे खेतों की सिंचाई के लिए उपलब्ध करवाते थे।

11. आधुनिक बाँध सिर्फ सिंचाई के लिए नहीं बनाए जाते अपितु उनका उद्देश्य विद्युत उत्पादन, घरेलू तथा औद्योगिक उपयोग, जल आपूर्ति, बाढ़ नियंत्रण, मनोरंजन, आंतरिक नौचालन और मछली पालन भी होता है।

12. भाखड़ा-नांगल परियोजना ( सतलुज-व्यास) विद्युत उत्पादन और सिंचाई दोनों के लिए काम में आती है।

13. हीराकुंड परियोजना (महानदी) जलसंरक्षण और बाढ़ नियत्रण का समन्वय है।

14. बाँध, बहते जल को रोकने, दिशा देने या बहाव को कम करने के लिए खड़ी की गई बाधा है।

15. जवाहरलाल नेहरू ने बाँधों को आधुनिक भारत के मंदिर कहा था।

16. बाँध परियोजनाओं के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन तथा टिहरी बाँध आंदोलन प्रमुख हैं।

17. सरदार सरोवर बाँध नर्मदा नदी पर बनाया गया है।

18. सरदार सरोवर परियोजना में चार राज्य सम्मिलित हैं जो कि महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान हैं।

19. कृष्णा-गोदावरी विवाद की शुरूवात महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोयना नदी पर बाँध बनाने से हुई।

20. कृष्णा-गोदावार जल विवाद में महाराष्ट्र-कर्नाटक-आँध्रप्रदेश राज्य शामिल हैं।

21. जलाशयों के अपने उद्देश्य में असफल होने का मुख्य कारण तलहटी में तलछट का जम जाना होता है। जिससे जल कम एकत्र हो पाता है।

22. बड़े - बड़े बाँधों के निर्माण से भूकंप, भूमि निम्नीकरण जैसे खतरे उत्पन्न होते हैं।

23. बाँधों की तलहटी में जमा तलछट जो प्राकृतिक उर्वरक होता है वह मैदानों में नहीं पहुच पाता जिससे भूमि निम्नीकरण की संभावना बढ़ जाती है।

24. जल के अत्यधिक उपयोग से जल जनित बीमारियां, फसलों में कीटाणुजनित रोग तथा प्रदूषण फैलते हैं।



अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर

1.   बहुवैकल्पिक प्रश्न

प्रश्नः1. नीचे दी गई सूचना के आधार पर स्थितियों को ‘जल की कमी से प्रभावित’ या ‘जल की कमी से अप्रभावित’ में वर्गीकृत कीजिए।

(क) अधिक वर्षा वाले क्षेत्र

(ख) अधिक वर्षा और अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र

(ग) अधिक वर्षा वाले परंतु अत्यधिक प्रदूषित जल क्षेत्र

(घ) कम वर्षा और कम जनसंख्या वाले क्षेत्र

उत्तर – जल की कमी से प्रभावित -      (ग) अधिक वर्षा वाले परंतु अत्यधिक प्रदूषित जल क्षेत्र

(घ) कम वर्षा और कम जनसंख्या वाले क्षेत्र

जल की कमी से प्रभावित -                  (क) अधिक वर्षा वाले क्षेत्र

(ख) अधिक वर्षा और अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र

प्रश्नः2. निम्नलिखित में से कौन सा वक्तव्य बहुउद्देशीय नदी परियोजनाओं के पक्ष में दिया गया तर्क नहीं है?

(क) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ उन क्षेत्रों में जल लाती हैं जहाँ जल की कमी होती है।

(ख) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ जल बहाव को नियंत्रित करके बाढ़ पर काबू पाती है।

(ग) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से बृहत स्तर पर विस्थापन होता है और आजीविका खत्म होती है।

(घ) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ हमारे उद्योग और घरों के लिए विद्युत पैदा करती हैं।

उत्तर - (ग) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से बृहत स्तर पर विस्थापन होता है और आजीविका खत्म होती है।

प्रश्नः3. यहाँ कुछ गलत वक्तव्य दिए गए हैं। इसमें गलती पहचानें और दोबारा लिखें।

(क) शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली ने जल संसाधनों के सही उपयोग में मदद की है।

उत्तर: शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली ने जल संसाधनों का दोहन किया है।

(ख) नदियों पर बाँध बनाने और उनको नियंत्रित करने से उनका प्राकृतिक बहाव और तलछ्ट बहाव प्रभावित नहीं होता।

उत्तर: नदियों पर बांध बनाने और उनको नियंत्रित करने से उनका प्राकृतिक बहाव और तलछट बहाव बुरे तरीके से प्रभावित होता है।

(ग) गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान शहरी क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति करने पर भी किसान नहीं भड़के।

उत्तर: गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान शहरी क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति करने पर किसान भड़क गये।

(घ) आज राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर से उपलब्ध पेयजल के बावजूद छत वर्षा जल संग्रहण लोकप्रिय हो रहा है।

उत्तर: आज राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर से उपलब्ध पेयजल के कारण छत वर्षा जल संग्रहण की लोकप्रियता घट रही है।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिये |

(i) व्याख्या करें कि जल किस प्रकार नवीकरण योग्य संसाधन है?

उत्तर – धरती का तीन चौथाई भाग जल से ढंका हुआ है, परन्तु इसमें से प्रयोग में लाने योग्य अलवणीय (मीठा जल) का अनुपात बहुर ही कम है. यह अलवणीय (मीठा जल) हमको सतही अपवाह जैसे नदियों, तालाबों और झीलों आदि से तथा भौम जल जैसे कुआं , नलकूप आदि से प्राप्त होता है, जिनका लगातार नवीकरण और पुनर्भरण जलीय चक्र द्वारा होता है रहता है. सारा जल जलीय चक्र में गतिशील रहता है जिससे जल एक नवीकरण योग्य संसाधन है यह सुनिश्चित होता है.

(ii) जल दुर्लभता क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं?

उत्तर - जल दुर्लभता का अर्थ है- जल की कमी। दूसरे शब्दों में जब किसी वस्तु की आपूर्ति माँग से कम हो तो वह वस्तु दुर्लभ हो जाती है। इसी प्रकार जल की आपूर्ति जब मांग की तुलना में कम  हो जाति है तो इसे जल दुर्लभता कहते हैं.

जल दुर्लभता के प्रमुख कारण हैं –

1. कम वर्षा 2. जल का अतिशोषण 3. जल का अत्यधिक प्रयोग 4. जल का समान वितरण।

(iii) बहु उद्देशीय परियोजनाओ से होने वाले लाभ और हानियों की तुलना करे.

उत्तर – बहु उद्देशीय जल परियोजनाओ से होने वाले लाभ और हानि की तुलना :-

लाभ

हानि

1.   जल और मृदा संसाधन को संरक्षित करने में सहायक.

1.   नदियों का प्राकृतिक प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है.

2.   खेतों के लिए सिंचाई हेतु जल उपलब्ध होता है.

2.   नदी के तल में अवसाद के जमा होने से नदी तल चट्टानी हो जाता है.

3.   जल विद्युत् प्राप्त होती है.

3.   जलीय जैव विविधता के लिए हानिकारक होती है.

4.   मनोरंजन के लिए कृत्रिम झील उपलब्ध हो जाती है.

4.   नयनाभिराम प्राकृतिक वातावरण के लिए संकट खड़ा हो जाता है.

5.   मछली पालन, औद्योगिक उपयोग, आन्तरिक नौका संचालन हेतु उपयोगी.

5.   जल भराव क्षेत्र में रहने वाली बड़ी आबादी को विस्थापन की समस्या झेलना होती है.

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तेर लगभग १२० शब्दों में दीजिये .

(i) राजस्थान के अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण किस प्रकार किया जाता है? व्याख्या कीजिये .

उत्तर - राजस्थान के अर्धशुष्क तथा शेष क्षेत्रों विशेषकर बीकानेर, फलोदी और बाड़मेर में लगभग हर घर में पीने का पानी संग्रहित करने के लिए भूमिगत टैंक अथवा टांका हुआ करते थे। टांका यहां के विकसित छत वर्षा जल संग्रहण तंत्र का अभिन्न हिस्सा होता है। इसे मुख्य घर या आंगन में बनाया जाता है। वह घरों की छतों में पाइप द्वारा जुड़े हुए होते थे। छत से वर्षा का पानी इन पाइप से होकर भूमिगत टांका तक पहुंचता था। जहां इसे एकत्रित किया जाता था। वर्षा का पानी अगली वर्षा ऋतु तक संग्रहित किया जा सकता है। यहां ये पानी की कमी वाली ग्रीष्म ऋतु तक पीने का पानी उपलब्ध करवाने वाला जल स्त्रोत है। वर्षा जल को इन क्षेत्रों में ‘पालर पानी’ के नाम से पुकारा जाता है। इसे प्राकृतिक जल का शुद्धतम रूप समझा जाता है। पर यह अफसोस की बात है कि आज पश्चिमी राजस्थान में छत वर्षा जल संग्रहण की पुरानी विधि में ‘इंदिरा गांधी’ नहर से उपलब्ध बारहमासी पेयजल के कारण कमी होती जा रही है।  

(ii) परंपरागत वर्षा जल संग्रहण की पद्धतियों को आधुनिक काल में अपनाकर जल संरक्षण एवं भण्डारण किस प्रकार किया जा रहा है?

उत्तर - वर्षा जल संग्रहण की नीतियों को आधुनिक काल में अपनाकर जल संरक्षण एवं भंडार कुछ इस प्रकार है:-

आवश्यकतानुसार वर्षा जल, भौम जल, नदी तथा बाढ़ जल संरक्षण के अनेक तरीकों को विकसित कर लिया गया है।

i.  पहाड़ी तथा पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों ने कुल अथवा नदी की धारा का रास्ता बना कर खेतों में सिंचाई के लिए बनाई है।

ii.  पश्चिमी बंगाल में बाढ़ के दौरान लोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए बाढ़ जल वाहिकाएँ बनाते हैं।

iii. शुष्क तथा अर्धशुष्क क्षेत्रों में खेतों में वर्षा जल इकट्ठा करने के लिए गड्ढे बनाए जाते थे। ताकि मृदा को सुरक्षित किया जा सके और संरक्षित जल को खेती के उपयोग में लाया जा सके।

iv. वर्षा जल संचयन के पारंपरिक तरीके जैसे 'छत वर्षा जल संग्रहण' भारत में लोकप्रिय हो रहे हैं। मैसूर के गेंदाथुर गाँव में, लगभग 200 घरों ने छत पर वर्षा जल संचयन पद्धति को अपनाया है, जिससे गाँव वर्षा जल से समृद्ध हो गया है।

v.  तमिलनाडु राज्य ने सभी घरों में छत पर वर्षा जल संचयन संरचनाओं का होना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा न करने वालों को कड़ी सजा दी जाती है।

अध्याय के अंतर्गत दिए गए क्रियाकलापों का हल

I.               अपने दिन – प्रतिदिन के अनुभव के आधार पर जल संरक्षण के लिए एक संक्षिप्त प्रस्ताव लिखें.

हल – मेरे विचार में जल संरक्षण हेतु निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए-

·     जल को व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए।

·     नहाने हेतु शॉवर के स्थान पर बाल्टी-मगों का प्रयोग करना चाहिए। 

·     पेस्ट करते समय तथा हाथ धोते समय नल को लगातार चालू न रखें। 

·     मग्गे में पानी लेकर दाढ़ी बनानी चाहिए। 

·     शौचालय में फ्लश टंकी को कम पानी पर सैट करना चाहिए। 

·     पीने के लिए गिलास में उतना ही पानी लेना चाहिए जितना पीना हो। 

·     कार तथा अन्य वाहनों को सीधे पाइप से धोने की बजाय बाल्टी में पानी लेकर कपड़े से पोंछना चाहिए।

·     रसोईघर तथा बाथरूम से निकलने वाले पानी को बगीचे में काम में लेना चाहिए। 

·     उपयोग के पश्चात् नल को तुरन्त बन्द करना चाहिए। 

·     यदि किसी नल से पानी का रिसाव हो रहा हो तो उसे तुरन्त ठीक करना चाहिए।

·   आजकल मोटरों से छत पर टंकी में पानी पहुँचाया जाता है। टंकी भरने का अलार्म सिस्टम लगवाया जाना चाहिए अन्यथा ध्यान रखकर समय पर मोटर बंद करनी चाहिए।

·     वर्षा जल का पाइपों के द्वारा भूमिगत टैंक में संग्रहण करना चाहिए।

·     वर्षा जल संग्रहण के प्राचीन तरीकों, यथा-जोहड़, खड़ीन, टांका आदि का काम में लेना चाहिए।

 

II.             परंपरागत तरीकों से बाँध बनाने की कालाविधि और सिंचाई कार्यों के बारे में अधिक पता लगायें.

हल – परंपरागत तरीकों से बाँध बनाने की कालाविधि और सिंचाई कार्यों के बारे में जानकारी निम्नानुसार है –

·      आधुनिक तकनीकों के आगमन से पहले, सिंधु घाटी या नील नदी में प्राचीन सभ्यताएं बांध बनाने और अपनी भूमि की सिंचाई करने के लिए आदिम लेकिन प्रभावी तकनीकों पर निर्भर थीं।

·      नदी से पानी आगे लाने के सबसे पुराने तरीकों में से एक था हाथ से छोटी नहरों को खोदना, जो पास के खेतों में खेती और फसल उगाने के लिए ले जाया जाता था।

·      पानी इकट्ठा करने या सिंचाई रोकने के लिए बांध बनाने के लिए, लोगों ने पानी को रोकने के लिए लकड़ी या पत्थर से बने साधारण रुकावट वाले फाटकों का इस्तेमाल किया।

·      उन जगहों पर जहां सिंचाई के लिए पास की नदियां या झीलें नहीं थीं, लोग कनात नामक एक पुरानी प्रणाली पर निर्भर थे, जो गहरे कुओं से पानी को सतह पर लाने के लिए बनाए गए छोटे चैनल थे।

III.          अन्तर राज्यीय जल विवादों की सूची तैयार करें.

हलभारत के प्रमुख अन्तर्राज्यीय जल विवाद निम्न प्रकार हैं-

1. गोदावरी जल विवाद

संबंधित राज्य: आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र

2. कृष्णा नदी जल विवाद

संबंधित राज्य: आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र

3. नर्मदा नदी जल विवाद

संबंधित राज्य: मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र

4. रावी-व्यास का जल विवाद

संबंधित राज्य: पंजाब, हरियाणा और राजस्थान

5. कावेरी जल विवाद

संबंधित राज्य: केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी

6. कृष्णा नदी जल विवाद II

संबंधित राज्य: कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र

7. बसंधरा नदी जल विवाद

संबंधित राज्य: आंध्र प्रदेश और ओडिशा

8. महादाई जल विवाद

संबंधित राज्य: गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र

IV.          अपने क्षेत्र में पाए जाने वाले अन्य वर्ष जल संग्रहण तंत्रों के बारे में पता लगायें.

हल – हमारे क्षेत्र में पाये जाने वाले वर्षा जल संग्रहण तंत्र निम्न प्रकार हैं-

·  टांका 

·  कुईयां

·  तालाब 

·  बावड़ी

·  पोखर 

·  चेक डैम 

·  एनिकट 

·  छत वर्षा जल संग्रहण आदि। 

V.            सूचना एकत्र करें कि उद्योग किस प्रकार हमारे जल संसाधनों को प्रदूषित कर रहे हैं?

हल – उद्योग निम्न प्रकार हमारे जल संसाधनों को प्रभावित तथा प्रदूषित कर रहे हैं-

·        उद्योगों को अत्यधिक जल की आवश्यकता होती है। इससे हमारे अलवणीय जल संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है।

·        उत्पादन प्रक्रिया के दौरान तथा अन्त में उद्योगों से निकलने वाला बहिःस्राव हानिकारक अपशिष्ट पदार्थों से युक्त होता है जो कि प्रायः अनुपचारित ही निकटतम जलाशयों में स्रावित कर दिया जाता है।

·        अधिकांश उद्योगों के बहिःस्त्राव में अनेक रासायनिक तथा धात्विक हानिकारक तत्व यथा-वसा, अम्ल, क्षार, लवण, तेल, पारा, ताँबा, केडमियम, सीसा आदि उपस्थित रहते हैं जो कि जल संसाधनों को गम्भीर रूप से प्रदूषित करते हैं।

·        लुगदी उद्योग, चमड़ा उद्योग, औषधि निर्माण उद्योग, चीनी उद्योग, कपड़ा रंगाई-छपाई उद्योग, शराब उद्योग, रासायनिक उद्योग एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों द्वारा विशाल मात्रा में हानिकारक अपशिष्ट बहिःस्राव के रूप में जल स्रोतों में बहाये जाते हैं और जल संसाधन को प्रदूषित करते हैं।

·        विभिन्न धातुओं के खनन के बाद खुली खदानों में से वर्षा जल के साथ बहकर बहुत सी खनिज युक्त मृदा भी जलाशयों में जाकर मिल जाती है। इस मृदा में अनेक धातु अयस्क होते हैं जो जलस्रोतों को प्रदूषित करते हैं।

VI.          अपने सहपाठियों के साथ मिलकर अपने मोहल्ले में जल विवाद पर एक नाटिका प्रस्तुत करें.

हल – स्वयं करें .

 

पाठ्यपुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर

01 अंक हेतु अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

बहु विकल्पीय प्रश्न –

1.पृथ्वी का कितना भाग जल से ढंका हुआ है?

(अ) एक चौथाई                   (ब) दो चौथाई            (स) तीन चौथाई                    (द) एक तिहाई

2.जल किस तरह का संसाधन है?

(अ) नवीकरण योग्य               (ब) अनवीकरण योग्य            (स) संभावी               (द) अंरराष्ट्रीय

3.वर्तमान समय में भारत में कुल विद्युत् उत्पादन का लगभग कितने प्रतिशत भाग जल विद्युत् से प्राप्त होता है?

(अ) 22                              (ब) 32                     (स) 42                              (द) 52

4. निम्नलिखित में से कौन आज भारत में उत्पादित कुछ बिजली का लगभग 22 प्रतिशत है?

(अ) सौर ऊर्जा           (ब) जल विद्युत           (स) उद्योग                 (द) भूतापीय ऊर्जा

5. जल प्रदूषण के कारण निम्न में से कौन सी समस्या उत्पन्न होती है?

(अ) जलाशय में तलछट का जमाना                         (ब) जल जनित बीमारियाँ

(स) औद्योगिक कचरे का निर्वहन                             (द) जलीय जीवन के बढ़ने में

6.इनमें मे कौन 11वीं शताब्दी में निर्मित प्राचीन भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक है?

(अ) गोविंदसागर झील            (ब) हॉज खास            (स) भोपाल झील                  (द) डलझील

7. इनमें मै कौन सी जलीय कृतियाँ प्राचीन काल की विशेषता नहीं है?

(अ) बहुउददेशीय नदी घाटीपरियोजनाएँ                               (ब) पत्थर के मलबे से बने बांध

(स) जलाशय या झीलें                                                    (द) तटबंध और नहरें.

8. निम्नलिखित में से कौन सी बहुउद्देशीय परियोजना सतलुज-ब्यास नदी बेसिन में पाई जाती है?

(अ) हीराकुंड परियोजना                                                  (ब) दामोदर घाटी परियोजना

(स) भाखड़ा नांगल परियोजना                                          (द) रिहंद परियोजना

9. निम्नलिखित में से किस नदी पर हीराकुंड बाँध का निर्माण किया गया है?

(अ) नर्मदा                 (ब) महानदी               (स) गोदावरी              (द) दामोदर

10. इ़नमें से किसने बाँधों को आधुनिक भारत का मंदिर कहा?

(अ) राजेन्द्र प्रसाद                 (ब) जवाहर लाल नेहरू           (स) सरदार पटेल         (द) गाँधी जी

11. “हमें ही देश के लिए क़ुरबानी देने के लिए क्यों चुना गया?” कथन किससे सम्बंधित है?

(अ) बाँध विस्थापित से           (ब) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी      (स) बीमारी से            (द) देश की सुरक्षा से

12.निम्नलिखित में में कौन सा पर्यावरणीय नुकसान बहुउद्देशीय परियोजनाओं के कारण नहीं होता है?

(अ) जल जनित बीमारियाँ और कीट                                  (ब) जल के अत्यधिक उपयोग से उत्पन्न प्रदूषण

(स) भूकंप                                                                   (द) ज्वालामुखी गतिविधि

13. इनमें मे कौन सा बाँधों का प्रतिकूल प्रभाव नहीं है?

(अ) अंतरराज्यीय जल विवाद                                          (ब) जलाशय का अत्यधिक अवसादन

(स) जनसंख्या का विस्थापन                                            (द) बाढ़ नियंत्रण

14. इनमें से किस नदी पर बहुउद्देशीय नदी परियोजना नहीं है?

(अ) सतलुज-व्यास                (ब) महानदी                         (स) नर्मदा                 (द) यमुना

15. निम्नलिखित में से कौन ताजा पानी का स्रोत है?

(अ) वर्षा                            (ब) भूतल अपवाह                (स) भूजल                 (द) उपरोक्त सभी

16. निम्नलिखित में से कौन सा अलवणीय जल का स्रोत है?

(अ) वर्षण                           (ब) सतही जल                     (स) भौमजल             (द) उपरोक्त सभी

17. विश्व में जल के कुल आयतन का कितने प्रतिशत भाग अलवणीय जल है।

(अ) 2.5                             (ब) 35                    (स)4.5          (द) 5.5

18.नागार्जुन सागर बाँध किस नदी पर स्थिति है?

(अ) चेनाब                          (ब) महानदी                         (स) कृष्णा                 (द) सतलुज

19.गुल अथवा कुल जैसी वाहिकाएं, नदी की धारा का रास्ता बदलकर खेतों की सिंचाई के लिए बनाई जाति हैं. ये किस क्षेत्र से सम्बंधित हैं?

(अ) शुष्क क्षेत्र                     (ब) पश्चिमी हिमालय              (स) उत्तर-पूर्वी भारत     (द) तटीय क्षेत्र

20.किस क्षेत्र में छत वर्षा जल संग्रहण एक आम तरीका है?

(अ) राजस्थान                      (ब) शिलोंग                         (स) ओडिशा             (द) तमिलनाडु

21.पालर पानी से क्या तात्पर्य है?

(अ) वर्षा जल                      (ब) नदी जल                       (स) पाला                  (द) महासागरीय जल

22.वह कौन सा राज्य है जहाँ रेन वाटर  हार्वेस्टिंग सिस्टम घरों में लगवाना क़ानूनी रूप से अनिवार्य हो गया है?

(अ) राजस्थान                      (ब) असम                           (स) मध्यप्रदेश            (द) तमिलनाडु

23.श्रिंगवेरा नमक स्थल किस नदी के किनारे पर स्थित है?

(अ) चेनाब                          (ब) महानदी                         (स) कृष्णा                 (द) गंगा

रिक्त स्थानों की पूर्ती कीजिये

1.       जल एक ................... संसाधन है. (नवीकरण/अनवीकरण)

2.       2025 में ............ लोग जल की नितांत कमी झेलेंगे. (20 करोड़/50 करोड़)

3.       जल से भरे मटके लेकर जल भरने के लिए लम्बा रास्ता तय करती महिलाओं के दृश्य ............... राज्य से सम्बंधित हैं. (राजस्थान/मध्यप्रदेश)

4.       25 सेमी औसत वर्षा वाला ............. देश में जल की कोई कमी नहीं है. (इजराइल/स्पेन)

5.       नर्मदा बचाओ आन्दोलन का सम्बन्ध ..................... से है. (सरदार सरोवर/गाँधी सागर)

6.       इंदिरा गाँधी नहर .............. से निकलती है. (हरिके बेराज/हीराकुंड बाँध)

सही जोड़ी बनाइये

स्तम्भ ‘क’                                    स्तम्भ ‘ख’

1.       भाखड़ा-नागल                                क. दिल्ली

2.       हीराकुंड                                        ख. जैसलमेर

3.       शोक की नदी                                 ग. मासिनराम

4.       सर्वाधिक वर्षा                                घ. दामोदर नदी

5.       खादीन                                         ड. महानदी

6.       हौज़ ख़ास                                     फ. सतलुज-व्यास

एक शब्द में उत्तर दीजिये –

    1.       जल का सर्वाधिक उपयोग किस कार्य में होता है?         

    2.       भाखड़ा – नागल परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?   

    3.       हीराकुंड परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?              

    4.       सरदार सरोवर का सम्बन्ध कितने राज्यों से है?           

    5.       गुल, कुल, खादीन, जोहड़ क्या हैं?                         

    6.       विश्व के कुल जल के आयतन का कितना जल मनुष्य के लिए उपयोगी है?

    7.       भारत का कौन सा राज्य है जहाँ छत वर्षा जल संग्रहण ढाँचों का निर्माण आवश्यक कर दिया गया है?

    8.       भारत के ऐसे क्षेत्र का उदाहरण दें जहाँ पर्याप्त मात्रा में वर्षा होती है फिर भी जल की कमी है।

    9.       टिहरी बाँध परियेजना किस राज्य में तथा किस नदी पर है?

सत्य/असत्य लिखिए –

    1.       अनाज का उत्पादन बढ़ने के लिए जल संसाधनों का अतिशोषण करके ही सिंचित क्षेत्र को बढाया जा सकता है.

    2.       जल दुर्लभता जल की ख़राब गुणवत्ता से नहीं हो सकती है.

    3.       बांस ड्रिप सिंचाई पद्धति मेघालय की विशेषता है.

    4.       बड़े बांधों का लाभ हमेशा स्थानीय लोगों को ही मिलता है.

    5.       सरदार सरोवर परियोजना राजस्थान (9490 गाँवों तथा 173 कस्बों) तथा गुजरात (124 गांवों) के सुखा ग्रस्त तथा मरुस्थलीय भागों की जल आवश्यकता को पूरा करेगी.

==000===

उत्तरमाला

बहुविकल्पीय प्रश्न

1

(स)

11

(अ)

21

(अ)

2

(अ)

12

(द)

22

(द)

3

(अ)

13

(द)

23

(द)

4

(ब)

14

(द)

5

(ब)

15

(द)

6

(स)

16

(द)

7

(अ)

17

(अ)

8

(स)

18

(स)

9

(ब)

19

(ब)

10

(ब)

20

(अ)

 

रिक्त स्थानों की पूर्ति

1. – नवीकरण, 2. - 20 करोड़, 3. – राजस्थान, 4. – इजराइल, 5. - सरदार सरोवर, 6. - हरिके बेराज

सही जोड़ी

1.       – फ. 2. – ड. 3. – घ. 4. – ग. 5. – ख. 6. – क.

एक शब्द में उत्तर

1.       - सिंचाई

2.       - विद्युत् उत्पादन और सिंचाई

3.       - जल संरक्षण और बाढ़ नियंत्रण

4.       - चार

5.       - वर्षा जल संरक्षण के उपाय

6.       - 2.5 प्रतिशत

7.       - तमिलनाडु

8.       - शिलोंग

9.       - उत्तराखंड , भागीरथी

सत्य/असत्य

1.       - सत्य

2.       - असत्य

3.       - सत्य

4.       - असत्य

5.       - असत्य

 

अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

    1.       विश्व के अनेक देशों और क्षेत्रों में जल की कमी कैसे है?

उत्तर – विश्व के अनेक देशों और क्षेत्रो में जल की कमी के प्रमुख दो कारण हैं –

अ.  प्राकृतिक कारण – वर्षा में वार्षिक और मौसमी परिवर्तन के कारण.

ब. मानवीय कारण – जल के अतिशोषण, अत्यधिक प्रयोग और समाज के विभिन्न वर्गों में जल के असमान वितरण.

    2.       आपने टेलीविजन विज्ञापनों में देखा होगा कि बहुत से किसानों के खेतों पर अपने निजी कुयें और नलकूप हैं जिनसे सिंचाई करके वे उत्पादन बाधा रहे हैं. इसका परिणाम क्या हो सकता है?

उत्तर – इसके कारण भौम जल स्तर नीचे गिर सकता है और लोगों के लिए जल की उपलबध्ता में कमी हो सकती है.

    3.       बाँध किसे कहते हैं?

उत्तर – बाँध बहते जल को रोकने, दिशा देने या बहाव कम करने के लिए खड़ी की गई बाधा है जो आमतौर पर जलाशय, झील अथवा जल भरण बनती है.

    4.       बांधों को बड़े बाँध और मुख्य बाँध या नीचे बाँध, माध्यम बाँध और उच्च बाँध में वर्गीकृत किस अधर पर किया जाता है?

उत्तर –  ऊँचाई के आधार पर

    5.       बहु उद्देशीय जल परियोजनाओ का लाभ आमतौर पर किसे मिलता है?

उत्तर – जमींदारों, बड़े किसानों और उद्योगपतियों को

    6.       बांधों से सामाजिक दूरी बढ़ी है. इस कथन को समझिए|

उत्तर – बांधों का निर्माण मुख्यतया सिंचाई के लिए किया जाता है. सिंचाई ने कई क्षेत्रों में फसल प्रारूप में बदलाव कर दिया है. जहाँ किसान जल गहन और वाणिज्यिक फसलों की ओर आकर्षित किया है जिससे मृदाओं का लवणीकरण जैसी गंभीर पारिस्थतिकीय परिणाम सामने आ रहे है और भूमि का निम्नीकरण हो रहा है वहीँ दूसरी तरफ भूमि मालिकों और गरीब भूमिहीनों में सामाजिक दूरियों को बढ़ा दिया है. जैसे गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान नगरीय क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति देने पर परेशां ग्रामीण किसान उपद्रव करने पर उतारू हो गए थे.

    7.       बांधों से भूमि निम्नीकरण की समस्या कैसे होती है? समझिए|

उत्तर – बांधों से भूमि निम्नीकरण की समस्या निम्न प्रकार से होती है :-

अ.  बांधों का निर्माण मुख्यतया सिंचाई के लिए किया जाता है. सिंचाई ने कई क्षेत्रों में फसल प्रारूप में बदलाव कर दिया है. जहाँ किसान जल गहन और वाणिज्यिक फसलों की ओर आकर्षित किया है जिससे मृदाओं का लवणीकरण जैसी गंभीर पारिस्थतिकीय परिणाम सामने आ रहे है और भूमि का निम्नीकरण हो रहा है|

ब. बाँध के जलाशय पर तलछट जमा हो जाने से प्राकृतिक खाद निचले क्षेत्रों में नहीं पहुच पाती है जिससे भूमि निम्नीकरण होता है.

    8.       वर्षा का पहला जल छतों पर संगृहीत क्यों नहीं किया जाता है?

उत्तर – वर्षा का पहला जल छत और नालों को साफ़ करने में प्रयोग होता है इसलिए उसे संगृहीत नहीं किया जाता है.

    9.       चेरापूंजी के निकट किस नगर में जल दुर्लभता की स्थिति पाई जाति है?

उत्तर – शिलोंग

अभ्यास हेतु विश्लेषणात्मक प्रश्न

    1.       चेरापूंजी और मासिनराम विश्व के सर्वाधिक वर्षा वाले क्षेत्र हैं किन्तु उनके नजदीक का शहर शिलोंग में जल दुर्लभता की स्थिति क्यों है?

    2.       जल संग्रहण के परम्परागत तरीकों की सूची बनाइये|

 

 


धन्यवाद

आप सफल हों

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