सत्ता की साझेदारी
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1. सत्ता की साझेदारी Class 10 : भाग 1
2. सत्ता की साझेदारी Class 10 : भाग 2
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इस अध्याय की मुख्य
बातेंः
·
बेल्जियम और श्रीलंका
·
श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद
·
बेल्जियम की समझदारी
·
सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी है?
·
खलील की उलझन
·
सत्ता की साझेदारी के रूप
सारांश
सत्ता की साझेदारी की संकल्पना
लोकतंत्र को प्राचीन समय में सबसे निकृष्ट शासन पद्धतियों में से समझा जाता था, किन्तु यूरोप में आधुनिकता के विकास के साथ-साथ लोकतंत्र भी वैश्विक स्तर पर सबसे
पसंदीदा प्रणाली बन चुकी है । सत्ता में साझेदारी लोकतंत्र के विकास के चरणों में सबसे
नवीन मुद्दों में से है । “जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए होता है ।” सत्ता अर्थात् राजनैतिक शक्ति में साझेदारी से यही तात्पर्य
है कि सभी लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दे, मसले और निर्णयों को प्रभावित एवं निर्मित करने का अधिकार भी सभी के पास होना चाहिये
न किसी एक व्यक्ति (निरंकुशवाद या राजतंत्र), कुछ व्यक्तियों (अल्पतंत्र या कुलीनवाद) या किसी समुदाय विशेष (एकलवाद) को । यही
मत सत्ता में साझेदारी की संकल्पना में निहित है ।
बेल्जियम और श्रीलंकाः
क्रं. |
बेल्जियम |
श्रीलंका |
1. |
बेल्जियम यूरोप
का एक छोटा सा देश है। |
श्रीलंका एशिया
का एक छोटा सा देश है। |
2. |
बेल्जियम का क्षेत्रफल
हरियाणा राज्य से भी छोटा है। जबकि जनसंख्या में हरियाण से आधी है। |
श्रीलंका की जनसंख्या
लगभग हरियाण राज्य के बराबर है। |
3. |
बेल्जियम की सीमाएं
फ्रांस, नीदरलैंड, जर्मनी और लक्समबर्ग से लगती हैं। |
श्रीलंका एक द्वीपीय
देश है। |
4. |
बेल्जियम की जातीय
बुनावट अत्यंत जटिल है। 59 फीसदी लोग डच
बोलते हैं व 40 फीसदी फ्रेंच। |
श्रीलंका में
74 फीसदी सिंहली और 18 फीसदी तमिल (05% भारतीय तमिल और 13% लंकाई तमिल) रहते हैं। |
· बेल्जियम में फ्रेंच भाषी
लोग डचों की तुलना में समृद्ध और ताकतवर रहे हैं।
· बेल्जियम की राजधानी बू्रसेल्स
में 80 फीसदी लोग फ्रेंच भाषी और 20 फीसदी लोग डच भाषी थे। यह अनुपात पूरे देश के अनुपात से बिल्कुल उल्टा था।
· 1950 और 1960 के दशक में फ्रेंच और डच समुदाय के बीच तनाव बढ़ने
लगा।
· बेल्जियम मे डच भाषी लोग
अपनी बड़ी संख्या के बल पर फ्रेंच और जर्मन भाषी लोगों पर अपनी इच्छाएँ थोप सकते थे।
· उसी तरह श्रीलंका में भी
सिंहली आबादी का बहुमत बहुत ज्यादा था जो कि अपने मुल्क में दूसरी भाषी लोगों (तमिल)
पर मनमानी कर सकते थे। इससे दोनों देशों में बँटवारा निश्चित हो जाता।
श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद -
·
1948 ईस्वी में श्रीलंका स्वतंत्र राष्ट्र बना। यहाँ
सिंहलियों की संख्या अधिक होने से 1956 में सिंहली को राजभाषा घोषित किया गया। यहाँ तमिलियों
को दरकिनार किया गया। सरकारी नौकरी दिलाने में भी सिंहलियों की प्राथमिकता ज्यादा थी
जिससे दूसरी भाषा बोलने वाले लोगों में नाराजगी बढ़ती चली गयी। परिणाम यह हुआ कि तमिल
और सिंहली समुदाय के संबंध बिगड़ते चले गए।
·
1980 के दशक तक उत्तर-पूर्वी श्रीलंका में स्वतंत्र तमिल
सरकार बनाने की मांग को लेकर अनेक राजनीतिक संगठन बने। यहाँ दो समुदायों के बीच परस्परिक
संघर्ष के चलते टकराव गृहयुद्ध में बदल गया। जिससे हजारों लोग मारे गए। कितनों के रोजी-रोटी
के लाले पड़ गए और कितनों ने देश पलायन कर लिया। 2009 में आकर गृहयुद्ध का अंत हुआ
बेल्जियम की समझदारी -
·
संविधान में संशोधन :- 1970 और 1993 के बीच यहाँ के संविधान में चार संशोधन किए गए जिससे
किसी भी आदमी को बेगानेपन का अहसास न हो।
1. डच और फ्रेंच भाषी मंत्रियों की संख्या समान रखी गई।
2. केंद्र सरकार की अनेक शक्तियाँ
देश के दो इलाके की क्षेत्रीय सरकारों को सुपुर्द कर दी गयी हैं यानि राज्य सरकारें
केंद्रीय सरकार के अधीन नहीं है।
3. राजधानी क्षेत्र तथा पूरे देश में दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधित्व है।
4. केंद्रीय व राज्य सरकारों के अलावा यहाँ एक और भी सरकार काम करती है - सामुदायिक
सरकार। इस सरकार को संस्कृति, शिक्षा और भाषा
जैसे मसलों पर फैसले लेने का अधिकार है।
·
बेल्जियम का यह मॉडल जटिल
होते हुए भी बहुत सफल था।
·
जब अनेक यूरोपीय देशों ने
साथ मिलकर यूरोपीय संघ बनाने का फैसला किया तो ब्रूसेल्स को उसका मुख्यालय चुना गया।
·
एथनीक या जातीय - ऐसा सामाजिक
विभाजन जिसमें किसी भी जातीय समूह के सभी सदस्य मानते हों कि उनकी उत्पत्ति समान पूर्वजों
से हुई है और उनकी शारीरिक बनावट तथा संस्कृति तो एक है किन्तु धर्म और राष्ट्र अलग
हो सकते हैं।
·
गृहयुद्ध - किसी देश में
सरकार विरोधी समूहों की हिंसक लड़ाई जो ऐसा रूप ले ले कि वह युद्ध जैसा लगने लगे।
·
युक्तिपरक - हानि - लाभ
का सावधानीपूर्वक हिसाब लगाकर लिया गया फैसला।
सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी है?
-
·
नैतिक तर्क :- सत्ता की
बँटवारा ठीक है क्योंकि इससे विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो
जाता है। सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र की आत्मा है।
·
युक्तिपरक तर्क :- समझदारी
का तर्क लाभकर परिणामों पर ज़ोर देता है जबकि नैतिक तर्क सत्ता के बँटवारे के अन्तर्भूत
महत्व को बताता है।
खलील की उलझन -
·
खलील :- ऑर्थोडॉक्स ईसाई
पिता और सुन्नी मुसलमान माँ की संतान जो कि लेबनान की राजधानी बेरूत में रहता है।
·
लेबनान में संघर्ष :- साम्प्रदायिक
आधार पर ईसाई और मुसलमानों में अक्सर संघर्ष होता था और सत्ता में अपनी पकड़ बनाने दावेदारी
हिंसक हो जाती थी। लेबनान के ईसाईयों को फ्रांस से तथा मुसलमानों को सीरिया से संरक्षण
मिलता था।
·
सत्ता में साझीदारी का समझौता
:- शांतिकाल में सभी समुदायों ने फार्मूला बनाया कि देष का राष्ट्रपति मैरोनाइट पंथ
का कैथोलिक ईसाई होगा जबकि प्रधानमंत्री केवल सुन्नी मुसलमान, उपप्रधानमंत्री का पद ऑर्थोडॉक्स ईसाई तथा संसद के अध्यक्ष का पद षिया मुसलमान
के पास होगा।
·
खलील की उलझन :- खलील धार्मिक
आधार पर पदों के बंटवारे के खिलाफ है क्योंकि इससे अन्य सम्प्रदाय का व्यक्ति पसंदीदा
पद पर नहीं जा सकता था जबकि खलील स्वयं को किसी भी धर्म से जोड़कर नहीं मानता था। यही
उलझन है कि लेबनान में सामान्य लोकतंत्र भी नहीं है।
सत्ता की साझेदारी के रूप
-
·
राजनीतिक सत्ता किसी एक
व्यक्ति के हाथ में होती है तो फैसले लेने में देरी नहीं होती है किंतु लोकतंत्र में
जनता ही सारी राजनीतिक शक्ति का स्रोत होती है अतः सत्ता का बंटवारा न करके विभिन्न
रूपों में सत्ता की साझेदारी की जा सकती है।
·
सत्ता का क्षैतिज वितरण
:- शासन के विभिन्न अंग जैसे विधायिका,कार्यपालिका और न्यायपालिका में सत्ता का बंटवारा रहता है।
·
सत्ता का उर्ध्वाधर वितरण
:- सरकार के बीच सत्ता का विभिन्न स्तरों पर बंटवारा। जैसे केन्द्रीय सरकार, प्रांतीय सरकार और स्थानीय सरकार आदि।
·
सामुदायिक आधार पर बंटवारा
:- विभिन्न सामाजिक समूहों मसलन भाषायी और धार्मिक समूहों के बीच साझेदारी । जैसे बेल्जियम
की सामुदायिक सरकार , भारत में वर्ग आधार
पर आरक्षण के माध्यम से साझेदारी।
·
सत्ता के बंटवारे का एक
रूप विभिन्न प्रकार के दबाव समूहों और आंदोलनों द्वारा शासन को प्रभावित और नियंत्रित
करने के तरीकों के रूप में भी लक्ष्य कर सकते हैं।
.........000.........
- बहुविकल्पीय प्रश्न -
पाठ्यपुस्तक आधारित
1. सत्ता के बँटवारे के पक्ष और विपक्ष में कई तरह
के तर्क दिए जाते हैं। इनमें से जो तर्क सत्ता के बँटवारे के पक्ष में हैं उनकी पहचान
करें और नीचे दिए गए कोड से अपने उत्तर का चुनाव करें।
(क) विभिन्न समुदायों के बीच टकराव को
कम करती है।
(ख) पक्षपात का अंदेशा कम करती है।
(ग) निर्णय लेने की प्रक्रिया को अटका
देती है।
(घ) विविधताओं को अपने में समेट लेती
है।
(ड) अस्थिरता और आपसी फूट को बढ़ाती है।
(च) सत्ता में लोगों की भागीदारी बढ़ाती
है।
(छ) देश की एकता को कमजोर करती है।
(सा) क ख घ च
(रे) क ग ड च
(गा) क ख घ छ
(मा) ख ग घ छ
उत्तरः (सा) क ख घ च
2. बेल्जियम और श्रीलंका की सत्ता में साझेदारी की व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित
बयानों पर विचार करेंः
(क) बेल्जियम में डच भाषी बहुसंख्यकों
ने फ्रेंच भाषी अल्पसंख्यकों पर अपना प्रभुत्व जमाने का प्रयास किया।
(ख) सरकार की नीतियों ने सिंहली भाषी बहुसंख्यकों
का प्रभुत्व बनाए रखने का प्रयास किया।
(ग) अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने तथा
शिक्षा और रोजगार में समान अवसर के लिए श्रीलंका के तमिलों ने सत्ता को संघीय ढ़ाँचे
पर बाँटने की माँग की।
(घ) बेल्जियम में एकात्मक सरकार की जगह
संघीय शासन व्यवस्था लाकर मुल्क को भाषा के आधार पर टूटने से बचा लिया गया।
ऊपर दिए गए बयानों में से कौन से सही हैं?
(सा) क,ख,ग और घ
(रे) क,ख और घ
(गा) ग और घ
(मा) ख, ग और घ
उत्तरः (मा) ख, ग और घ
3. सूची 1 (सत्ता के बंटवारे के स्वरूप) और सूची 2 (षासन के स्वरूप) में मेल कराएं और नीचे दिए गए कोड का उपयोग करते हुए सही जवाब
दें।
सूची 1 सूची 2
1. सरकार के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा (क) सामुदायिक
सरकार
2. विभिन्न स्तर की सरकारों के बीच अधिकारों का बँटवारा (ख) अधिकारों का वितरण
3. विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सत्ता की साझेदारी (ग) गठबंधन सरकार
4. दो या अधिक दलों के बीच सत्ता की साझेदारी (घ)
संघीय सरकार
1 2 3 4
(सा) घ क ख ग
(रे) ख ग घ क
(गा) ख घ क ग
(मा) ग घ क ख
उत्तरः (गा) ख घ क ग
4. सत्ता की साझेदारी के बारे में निम्नलिखित दो बयानों पर गौर करें और नीचे दिए कोड के आधार पर जवाब देः
(क) सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र के लिए लाभकर है।
(ब) इससे सामाजिक समूहों में टकराव का अंदेशा घटता है।
इन बयानों में कौन सही है और कौन गलत?
(क) अ सही है लेकिन ब गलत है।
(ख) अ और ब दोनों सही।
(ग) अ और ब दोनों गलत।
(घ) अ गलत है लेकिन ब सही नहीं है।
उत्तरः दोनों बयान सही हैं।
अन्य बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर :-
1. बेल्जियम किस महाद्वीप में स्थित है?
अ. अफ्रीका ब. एशिया स.
यूरोप द. ऑस्ट्रेलिया
2. बेल्जियम की सीमाएं इस देश से नहीं
लगती हैं।
अ. जर्मनी ब. नीदरलैंड स.
लक्समबर्ग द. स्पेन
3. किस देश की जातीय बुनावट जटिल है?
अ. श्रीलंका ब.
ब्रिटेन स. बेल्जियम द. जर्मनी
4. बेल्जियम का क्षेत्रफल हमारे देश के किस राज्य से छोटा है?
अ. हरियाणा ब. गुजरात स.
पंजाब द. मेघालय
5. बेल्जियम की राजधानी क्या है?
अ. टोक्यो ब. बर्न स.
ब्रुसेल्स द. रोम
6. डच, फ्रेंच और
जर्मन भाषा बोलने वाले लोग किस सरकार को जानते हैं?
अ. प्रांतीय सरकार ब. केन्द्रीय सरकार
स. राजधानी सरकार द.
सामुदायिक सरकार
7. समुदायिक सरकार की व्यवस्था किस देश में है?
अ. जर्मनी ब. नीदरलैंड स.
लक्समबर्ग द. बेल्ज्यिम
8. सामुदायिक सरकार का चुनाव किस भाषा को बोलने वाले लोग करते है?
अ. सिंहली, तमिल और हिन्दी ब. फ्रेंच, डच और जर्मन
स. अंग्रेजी, सिंहली और तमिल द. अरबी, अंग्रेजी और स्पेनिश
9. 1970 से 1993 के बीच बेल्जियम
के संविधान में कितनी बार संशोधन हुआ?
अ. एक ब. दो स.
तीन द. चार
10. बेल्जियम की प्रमुख दो भाषाएं हैं।
अ. फ्रेंच और डच ब. डच और जर्मन
स. जर्मन और अंग्रेजी द. स्पेनिश और डच
11. श्रीलंका कब स्वतंत्र हुआ?
अ. 1947 ब. 1948 स. 1949 द. 1950
12. श्रीलंका की राजधानी है।
अ. कोलंबो ब. ट्रिंकोमाली स.
बट्टिकालोवा द. जाफना
13. सिंहली को कब राष्ट्रभाषा का दर्जा
दिया गया?
अ. 1952 ब. 1954 स. 1956 द. 1958
14. स्वतंत्र तमिल ईलम की मांग श्रीलंका
में कब हुई?
अ. 1950 के दशक में ब.
1960 के दशक में
स. 1970 के दशक में द.
1980 के दशक में
15. श्रीलंका में गृहयुद्ध की समाप्ति
कब हुई?
अ. 2000 में ब.
2005 में स. 2009 में द.
2015 में
16. हमारे किस पड़ौसी देश का आर्थिक विकास,
षिक्षा और स्वास्थ्य का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है?
अ. नेपाल ब. बांग्लादेश स.
भूटान द. श्रीलंका
17. श्रीलंका में सिंहलियों की आबादी
का प्रतिशत है -
अ. 64 प्रतिशत ब.
74 प्रतिशत स. 84 प्रतिशत द. 94 प्रतिशत
18. सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी है?
अ. सामुदायिक भागीदारी के लिए ब. सत्ता में बँटवारे के लिए
स. टकराव को रोकने के लिए द. बहुसंख्यकों के लाभ के लिए
19. बेल्जियम की राजभाषा कौन सी थी?
अ. फ्रेंच ब. डच स.
जर्मन द. उपरोक्त सभी
20. हानि और लाभ का हिसाब लगाकर फैसला
करना कहलाता है।
अ. युक्तिपरक तर्क ब. नैतिक तर्क स.
क्षैतिज वितरण द. ऊर्ध्वाधर वितरण
21. निम्नलिखित में मे कौन सा श्रीलंका
में एक प्रमुख सामाजिक समूह नहीं है?
(अ) सिंहली भाषी या सिंहली समुदाय (ब)
श्रीलंकाई तमिल
(स) भारतीय तमिल (द)
ऐग्लो इंडियन
22.
श्रीलंका के किस भाग में श्रीलंकाई तमिल ज्यादा रहते हैं?
(अ) उत्तर और दक्षिण (ब) उत्तर
और पूर्व
(स) पूर्व और पश्चिम (द) दक्षिण
और पूर्व
23.ज्यादातर सिंहली भाषी के लोग किस धर्म को मानते हैं?
(अ) बौद्ध (ब) हिंदू (स) मुसलमान (द) ईसाई
24.
निम्नलिखित में से किस देश में शक्तियों का संघीय विभाजन है?
(अ) भारत (ब) बेल्जियम (स) श्रीलंका (द) (अ) और (ब) दोनों
25.
इनमें से कौन सा कथन गलत है?
(अ) बेल्जियम और श्रीलंका लोकतंत्र हैं
(ब) दोनों ने समान रुप से सत्ता की साझेदारी के मसले को निपटाया था
(स) बेल्जियम में नेताओं ने महसूस किया कि सभी समुदायों की भावनाओं और हितों का
सम्मान करने से ही देश की एकता संभव थी।
(द) श्रीलंका में, बहुसंख्यक समुदाय
ने दूसरों पर अपना वर्चस्व कायम किया और साझा करने से इंकार कर दिया।
26.
सत्ता में साझेदारी ठीक है क्योंकि
(अ) यह सामाजिक समूहों के बीच संघर्ष को बढ़ाता है
(ब) यह राजनीतिक व्यवस्था की अस्थिरता को बढ़ाता है
(स) यह सामाजिक समूहों के बीच संघर्ष की संभावना को कम करता है
(द) इससे हिंसा होती है
27.
निम्नलिखित में से कौन श्रीलंकाई तमिलों की शुरूवाती मांगों
में से एक नहीं था?
(अ) एक आधिकारिक भाषा के रुप में तमिल की मान्यता
(ब) क्षेत्रीय स्वायत्तता
(स) रोजगार और शिक्षा हासिल करने में अवसर की समानता
(द) एक स्वतंत्र तमिल ईलम (सरकार) का निर्माण
28. 1950 और 1960 के दशक के
दौरान बेल्जियम में डच भाषी और फ्रांसीसी भाषी समुदाय के बीच तनाव के क्या कारण थे?
(अ) दोनों समुदायों ने विशेष शक्तियों की मांग की
(ब) फ्रांसीसी-भाषी समुदाय बहुसंख्यक डच-भाषी समुदाय की तुलना में अधिक समृद्ध और
शक्तिशाली था.
(स) बहुसंख्यक डच भाषी समुदाय अल्पसंख्यक फ्रांसीसी भाषी समुदाय की तुलना में अधिक
समृद्ध और शक्तिशाली था.
(द) सामाजिक-आर्थिक मामले में दोनों समुदाय समान थे।
29.
बेल्जियम में निम्नलिखित में से कौन सी भाषा नहीं बोली जाती
है?
(अ) डच (ब) डैनिश (स) जर्मन (द) फ्रेंच
30.
निम्नलिखित में से कौन सा समुदाय ब्रसेल्स में अधिक संख्या में
था?
(अ) डच (ब) डैनिश (स) जर्मन (द) फ्रेंच
31.
बेल्जियम में सामुदायिक सरकार का चुनाव कौन करता है?
(अ) केवल एक भाषा समुदाय से संबंधित लोग
(ब) बेल्जियम के सभी नागरिकों के द्वारा
(स) बेल्जियम के सामुदायिक नेताओं के द्वारा
(द) बेलिज्यम के चुने हुए प्रतिनिधियों के द्वारा
32. निम्नलिखित में से किस देश में बहुसंख्यकवाद गृहयुद्ध का कारण बना?
(अ) बेल्जियम (ब) श्रीलंका (स) लेबनान (द) नेपाल
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
1. भौगोलिक रूप से
बेल्जियम की तुलना .............. भारतीय राज्य से की गई है। (हरियाणा/पंजाब)
2. बेल्जियम के समाज
की ........... बुनावट बहुत जटिल है। (जातीय/धार्मिक)
3. संख्या में अधिक
समूह के द्वारा अपनी मर्जी छोटे समूह पर थोपना ............ कहलाता है। (अल्पसंख्यकवाद/बहुसंख्यकवाद)
4. जर्मनी का प्रमुख
राजनीतिक दल ................ है जिसने क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गठबंधन
किया था। ( सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी/नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी)
5. रूस में द यूनियन ऑफ राइट फोर्सेस ने अपना विलय .................. पार्टी में किया। ( लिबरल याब्लोको मूवमेंट/ रसियन सोशलिस्ट पार्टी)
सही जोड़ी बनाइए -
स्तंभ ’’क‘‘ स्तंभ
’’ख‘‘
1. सरकार के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा (क) सामुदायिक
सरकार
2. विभिन्न स्तर की सरकारों के बीच अधिकारों का बँटवारा (ख) अधिकारों का वितरण
3. विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सत्ता की साझेदारी (ग) गठबंधन सरकार
4. दो या अधिक दलों के बीच सत्ता की साझेदारी (घ)
संघीय सरकार
एक शब्द/वाक्य में उत्तर लिखिए
1. किसी देश में सरकार
विरोधी समूहों की हिंसक लड़ई जो युद्ध की तरह दिखाई दे। कहलाती है।
2. अगर कोई समुदाय
अपनी ज्यादा आबादी के चलते मनमानी करे तो उसे कहते हैं।
3. ऐसा सामाजिक विभाजन
जिसमें लोगें की उत्पत्ति समान पूर्वजों से होती है किन्तु उनकी राष्ट्रीयता और धर्म
अलग हों। कहलाते है।
4. मर्चटेम शहर किस
देश में स्थित है जहां मेयर ने स्कूलों फ्रेंच बोलने पर लगी रोक को सही बताया था।
5. अलग अलग दलों का
साथ मिलकर सरकार बनाना कहलाता है।
सत्य/असत्य लिखिए
1. यूरोपीय संघ का
मुख्यालय जेनेवा में है।
2. श्रीलंका भारतीय
राज्य तमिलनाडु के पूर्वी तट पर स्थित है।
3. श्रीलंका में इसाई
तमिल तथा सिंहली दोनों भाषाएं बोलते हैं।
4. श्रीलंका का तमिल
बहुल क्षेत्र जाफना है।
5. सत्ता की साझेदारी
लोकतंत्र की आत्मा है।
---000---
mRrjekyk
बहुविकल्पीय प्रश्न
1 | स | 9 | द | 17 | ब | 25 | ब |
2 | द | 10 | अ | 18 | स | 26 | स |
3 | स | 11 | ब | 19 | द | 27 | द |
4 | अ | 12 | अ | 20 | अ | 28 | ब |
5 | स | 13 | स | 21 | द | 29 | ब |
6 | द | 14 | द | 22 | ब | 30 | द |
7 | द | 15 | स | 23 | अ | 31 | अ |
8 | ब | 16 | द | 24 | द | 32 | ब |
रिक्त स्थानों की पूर्ति
1. हरियाणा 2. जातीय 3. बहुसंख्यक 4. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी 5. लिबरल याब्लोको मूवमेंट
सही जोड़ी
1. ख 2. घ 3. क 4. ग
एक शब्द में उत्तर
1. गृहयुद्ध 2. बहुसंख्यकवाद 3. एथनीक या जातीय 4. बेल्ज्यिम 5. गठबंधन सरकार
सत्य/असत्य
1. असत्य 2. असत्य 3. सत्य 4. सत्य 5. सत्य
===000===
अति लघुत्तरीय प्रश्न (02 अंक)
1. सत्ता में साझेदारी किस शासन व्यवस्था
में सर्वश्रेष्ठ तरीके से संभव है?
उत्तर :- लोकतांत्रिक व्यवस्था
2. सत्ता में साझेदारी का क्या तात्पर्य है?
उत्तर :- शासन और प्रशासन के मूलभूत निर्णयों को अपने अनुकूल बनाने की क्षमता प्राप्त
करना सत्ता की साझेदारी है।
3. दबाव समूह क्या होते हैं?
उत्तर :- जब कुछ लोग अपने विशेष उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संगठन बनाते हैं तो
ऐसे संगठनों को दबाव समूह कहते हैं।
4. एक वैध सरकार क्या है?
उत्तरः एक वैध सरकार वह है जहां नागरिक भागीदारी के माध्यम से व्यवस्था में हिस्सेदारी
हासिल करते हैं।
लघुत्तरीय प्रश्न (03 अंक)
1.
आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलग
अलग तरीके क्या हैं? इनमें से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दें।
उत्तरः आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के निम्न तरीके हैं”
क्षैजित वितरण :- सरकार विभिन्न अंगों के बीच सत्ता की साझेदारी को उर्ध्वाधर वितरण
कहते हैं। उदाहरणः विधायिका ,कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता की साझेदारी।
उर्ध्वाधर वितरण :- सरकार के विभिन्न स्तरों में सत्ता की साझेदारी। उदाहरणः केंद्र
और राज्य सरकारों के बीच सत्ता की साझेदारी।
स्थानीय स्तर पर वितरण :- सामाजिक समूहों के बीच सत्ता की साझेदारी। उदाहरणः सरकारी
नौकरियों में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और
अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षण।
विभिन्न दबाव समूहों के बीच सत्ता की साझेदारीः नये श्रम कानून के निर्माण के समय
ट्रेड यूनियन के रिप्रेजेंटेटिव से सलाह लेना।
2.
भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए
इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ।
उत्तरः सत्ता की हिस्सेदारी के कारण :-
युक्तिपरक कारणः सत्ता की साझेदारी से विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव कम
करने में मदद मिलती है। इसलिये सामाजिक सौहार्द्र और शांति बनाए रखने के लिए सत्ता
की साझेदारी जरूरी है। इससे हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता कम हो जाती है तथा अल्पसंख्यकों
की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाता है।
नैतिक कारणः लोकतंत्र की आत्मा को अक्षुण्ण रखना। वयस्क मताधिकार के माध्यम से
बिना भेदभाव राजनीतिक प्रक्रिया में हिस्सेदारी का अवसर होता है।
3. इस अध्याय
को पढ़ने के बाद तीन छात्रों ने अलग अलग निष्कर्ष निकाले। आप इनमें से किससे सहमत हैं
और क्यों? अपना जवाब
करीब 50 शब्दों में दें।
थम्मनः जिन समाजों में क्षेत्रीय, भाषायी और जातीय आधार पर विभाजन हो सिर्फ वहाँ सत्ता की साझेदारी जरूरी है।
मथाईः सत्ता की साझेदारी सिर्फ ऐसे बड़े देशों के लिए उपयुक्त है जहाँ क्षेत्रीय
विभाजन मौजूद होते हैं।
औसेफः हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है भली ही वह छोटा हो या उसमें
सामाजिक विभाजन न हों।
उत्तरः मैं औसेफ से सहमत हूँ। हम जानते हैं कि लोकतंत्र की मूल भावना है लोगों
के हाथ में सत्ता देना। सत्ता की साझेदारी करके हम लोकतंत्र की मूल भावना का सम्मान
करते हैं। यदि सत्ता की साझेदारी नहीं होती है तो सत्ता कुछ चुनिंदा हाथों तक ही सीमित
रह जाती है। ऐसी स्थिति से तानाशाही का जन्म होता है जिससे लोकतंत्र की हत्या हो जाती
है।
4. बेल्जियम
में ब्रूसेल्स के निकट स्थित शहर मर्चटेम के मेयर ने अपने यहाँ के स्कूलों में फ्रेंच
बोलने पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंने कहा कि इससे डच भाषा न बोलने वाले लोगों
को इस फ्लेमिश शहर के लोगों से जुड़ने में मदद मिलेगी। क्या आपको लगता है कि यह फैसला
बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी व्यवस्था की मूल भावना से मेल खाता है?
अपना जवाब करीब 50 शब्दों में
लिखें।
उत्तरः बेल्जियम में सत्ता की साझेदारी के तहत डच भाषी और डच भाषा न बोलने वालों
को बराबर की हिस्सेदारी दी गई है। ब्रूसेल्स की सरकार में फ्रेंच भाषी और डच भाषी लोगों
में सत्ता का बराबर बँटवारा है। इससे पता चलता है कि दोनों समूहों में एक दूसरे के
प्रति सम्मान की भावना है। इसलिये फ्रेंच भाषा वाले स्कूलों पर बैन लगाकर गलत किया
है।
5.
नीचे दिए गए उद्धरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी
के जो युक्तिपरक कारण बताए गए हैं उसमें से किसी एक का चुनाव करें।
“महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने और अपने संविधान निर्माताओं
की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हमें पंचायतों को अधिकार देने की जरूरत है। पंचायती
राज ही वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करता है। यह सत्ता उन लोगों के हाथों में सौंपता
है जिनके हाथों में इसे होना चाहिए। भ्रष्टाचार कम करने और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने
का एक उपाय पंचायतों को अधिकार देना भी है। जब विकास की योजनाओं को बनाने और लागू करने
में लोगों की भागीदारी होगी तो इन योजनाओं पर उनका नियंत्रण बढ़ेगा। इससे भ्रष्ट बिचौलियों
को खत्म किया जा सकेगा। इस प्रकार पंचायती राज लोकतंत्र की नींव को मजबूत करेगा।“
उत्तरः इस उद्धरण में सरकार के विभिन्न स्तरों पर सत्ता की साझेदारी की बात की
गई है जो सत्ता की साझेदारी का एक युक्तिपरक कारण है।
6.
श्रीलंकाई तमिलों ने अलग-थलग क्यों महसूस किया?
उत्तरः श्रीलंकाई तमिलों ने महसूस किया कि बौद्ध सिंहली नेताओं के नेतृत्व में
कोई भी प्रमुख राजनीतिक दल उनकी भाषा और संस्कृति के प्रति संवेदनशील नहीं था। उन्होंने
महसूस किया कि संविधान और सरकार की नीतियों ने उन्हें समान राजनीतिक अधिकारों से वंचित
कर दिया, नौकरी और अन्य अवसर प्राप्त करने में उनके साथ भेदभाव
किया और उनके हितों की अनदेखी की।
7. ’सामुदायिक सरकार’ की क्या आवश्यकता है?
उत्तरः ’सामुदायिक सरकार’ के पास सांस्कृतिक, शैक्षिक और भाषा संबंधी मुद्दों के संबंध में शक्ति है यह एक भाषा समुदाय से संबंधित
लोगों द्वारा चुना जाता है - डच, फ्रेंच और जर्मन
भाषी - चाहे वे कहीं भी रहते हों। यह दर्शाता है कि सभी नागरिकों का समान रूप से प्रतिनिधित्व
किया गया था और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया था।
8.
सत्ता का संघीय विभाजन क्या है?
उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः (i) भारत और बेल्जियम जैसे
कुछ देशों में, सत्ता अलग-अलग स्तरों पर सरकारों के बीच साझा की
जाती है यानी पूरे देश के लिए सामान्य सरकार और क्षेत्रीय या प्रांतीय स्तर के लिए
अलग सरकारें। इस तरह की सत्ता के बंटवारे को सत्ता के बंटवारे के संघीय विभाजन के रूप
में जाना जाता है।
( ii ) सत्ता के संघीय विभाजन में, पूरे देश के लिए एक सामान्य सरकार को केंद्र या केंद्र सरकार कहा जाता है जबकि
विभिन्न देशों में क्षेत्रीय सरकार को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। एन इंडिया
हम उन्हें राज्य सरकारें कहते हैं।
8.
श्रीलंकाई तमिलों की किन्हीं तीन मांगों का उल्लेख कीजिए।
उत्तरः श्रीलंकाई तमिलों की मांगें निम्नलिखित हैंः
(i) तमिल को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता।
(ii) तमिलों के लिए सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों
में समान अवसर।
(iii) तमिल बहुल प्रांतों के लिए प्रांतीय स्वायत्तता।
विश्लेषणात्मक प्रश्न (04 अंक)
1.
क्या किसी देश को वास्तव में सत्ता का वास्तविक विकेन्द्रीकरण
करने से अधिक शक्ति प्राप्त होती है?
उत्तरः किसी देश को सत्ता का वास्तविक विकेन्द्रीकरण करने से अधिक शक्ति प्राप्त
होती है , उसके कारण निम्नलिखित हैं -
1. सत्ता की साझेदारी
या वास्तवि विकेंद्रीकरण एक देश को एकजुट करती है क्योंकि हर समूह को सरकार में प्रतिनिधित्व
मिलता है।
2. विकेन्द्रीकरण सुनिश्चित
करता है कि प्रत्येक समूह के हितों का ध्यान रखा जाएगा और सभी को, चाहे उनका समुदाय कुछ भी हो, समान राजनीतिक अधिकार
और अवसर प्रदान किए जाएंगे।
3. यह जाति या पंथ
के आधार पर भेदभाव को दूर करता है। यह उन नागरिकों के बीच अपनेपन और विश्वास की भावना
का संचार करता है जो महसूस करते हैं कि सिस्टम में उनकी हिस्सेदारी है।
4. इसलिए यह राजनीतिक
तनाव को कम करता है और व्यवस्था के सुचारू कामकाज और स्थिरता में मदद करता है।।
2.
सत्ता का बंटवारा क्या है?
लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा क्यों जरूरी है?
उत्तरः सत्ता का बंटवारा :- देष की सत्ता में देष में निवास करने वाले विभिन्न
समूहो और समुदायों को बिना किसी भेदभाव के सरकार चलाने की व्यवस्था में सम्मिलित करना
ही सत्ता का बंटवारा होता है। अर्थात जब शक्ति राज्य के किसी एक अंग के पास नहीं होती
है बल्कि इसे विधायिका, कार्यपालिका और
न्यायपालिका के बीच साझा किया जाता है, इसे सत्ता का बंटवारा कहा जाता है।
लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी महत्वपूर्ण है क्योंकिः
1. यह सामाजिक समूहों
के बीच संघर्ष की संभावना को कम करने में मदद करता है।
2. यह लोकतंत्र की
आत्मा है।
3. यह राजनीतिक व्यवस्था
की स्थिरता सुनिश्चित करने का एक अच्छा तरीका है।
4. एक लोकतांत्रिक
सरकार लोगों द्वारा चुनी जाती है। इसलिए, उन्हें इस बारे में परामर्श करने का अधिकार है कि उन्हें कैसे शासित किया जाना
है। एक वैध सरकार वह है जहां समूह, भागीदारी के माध्यम
से, प्रणाली में हिस्सेदारी हासिल करते हैं।
3.
बहुसंख्यकवाद क्या है?
इसने श्रीलंकाई तमिलों के बीच अलगाव की भावना को कैसे बढ़ाया
है? समझाना।
उत्तरः ’बहुसंख्यकवाद’ एक अवधारणा है जो इस विश्वास का प्रतीक है कि बहुसंख्यक
समुदाय किसी भी तरह से देश पर शासन करने में सक्षम होना चाहिए। इस प्रकार के शासन में
वे अल्पसंख्यकों की इच्छाओं और आवश्यकताओं की अवहेलना करते हैं। बहुसंख्यकवादी अवधारणा
ने श्रीलंकाई तमिलों के बीच अलगाव की मजबूत भावनाओं को बढ़ाया है क्योंकि बहुसंख्यकवादी
उपायों की श्रृंखला अपनाई गई है
बहुसंख्यकवादी अवधारणा ने श्रीलंकाई तमिलों के बीच अलगाव की मजबूत भावनाओं को बढ़ा
दिया है क्योंकि श्रीलंका में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार द्वारा 1948 में अपनी स्वतंत्रता के बाद सिंहला वर्चस्व स्थापित
करने के लिए अपनाए गए बहुसंख्यक उपायों की श्रृंखला
(i) 1956 में सिंहल को एकमात्र आधिकारिक भाषा के रूप में
मान्यता देने के लिए अधिनियम पारित किया गया था, इस प्रकार तमिल की अवहेलना की गई।
(ii) सरकार ने पक्षपातपूर्ण नीतियों का पालन किया जो
विश्वविद्यालय के पदों और सरकारी नौकरियों के लिए सिंहली आवेदकों का पक्ष लेती थीं।
(iii) एक नए संविधान ने वकालत की कि राज्य बौद्ध धर्म
की रक्षा करेगा और उसे बढ़ावा देगा। इससे अन्य धर्मों के लोगों ने खुद को अलग - थलग
महसूस किया।
4. “बेल्जियम
और श्रीलंका दोनों ही लोकतंत्र हैं लेकिन वे सत्ता के बंटवारे की विभिन्न प्रणालियों
का पालन करते हैं“। अंतर के चार बिंदु देकर कथन का समर्थन करें।
उत्तरः बेल्जियम और श्रीलंका के सत्ता बंटवारे में अंतरः
(i) बेल्जियम में, सरकार नौकरियों और शिक्षा के मामलों में पक्षपातपूर्ण नीतियों का पालन नहीं करती
है। श्रीलंका, सरकार सरकारी नौकरियों और शिक्षा के मामलों में
पक्षपातपूर्ण नीतियों का पालन करती है।
(ii) बेल्जियम में, सांस्कृतिक, शिक्षा और भाषा संबंधी मुद्दों को देखने के लिए
’सामुदायिक सरकार’ नामक एक विशेष सरकार है। श्रीलंका में प्रमुख राजनीतिक दल तमिलों
की भाषा और उनके व्यवहार के प्रति संवेदनशील नहीं हैं।
(iii) बेल्जियम में, विभिन्न धर्मों के बीच कोई भेदभाव नहीं है। श्रीलंका में, बौद्ध धर्म आधिकारिक क्षेत्र है जिसका संरक्षण राज्य करता है।
(iv) बेल्जियम में, लोकतंत्र के आदर्ष मॉडल से भी ज्यादा जटिल किंतु सभी नागरिकों के सम्मान करने वाला
है जबकि श्रीलंका में, लोकतंत्र के परंपरागत
मॉडल जिसमें बहुमत की सत्ता होती है का पालन तो होता है किंतु देष के सभी नागरिकों
के सम्मान का ख्याल नहीं रखा जाता है।
5.
बेल्जियम और श्रीलंकाई लोगों ने सांस्कृतिक विविधता की समस्या
से निपटने के विभिन्न तरीकों की तुलना करें।
उत्तरः बेल्जियम और श्रीलंका के लोगों ने सांस्कृतिक विधिता की समस्या से अलग
- अलग जरीकों से निपाटारा किया जो कि निम्नानुसार थीं -
(i) बेल्जियम के नेताओं ने क्षेत्रीय और सांस्कृतिक
विविधताओं के अस्तित्व को मान्यता दी। उन्होंने अपने संविधान में चार बार संशोधन किया
ताकि एक अभिनव व्यवस्था तैयार की जा सके जो सभी को शांति और सद्भाव में एक साथ रहने
में मदद करे, यानी केंद्र सरकार, राज्य सरकार दोनों में डच और फ्रांसीसी के बीच सत्ता का बंटवारा था, और समुदाय सरकार। उन्होंने आवास की नीति का पालन किया। इससे भाषाई आधार पर नागरिक
संघर्ष और देश के विभाजन से बचने में मदद मिली।
(ii) दूसरी ओर, तमिलों की तुलना में श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहली ने बहुसंख्यकवाद की नीति का
पालन किया और 1956 के एक अधिनियम को पारित करके सिंहल वर्चस्व स्थापित करने के उपायों की एक श्रृंखला
को अपनाया। इन उपायों ने तमिलों को अलग-थलग कर दिया। दो समुदायों के बीच नागरिक संघर्ष।
6. भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक
और एक नैतिक कारण बताएँ।
उत्तर : लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा वांछनीय है क्योंकि :
(i) विवेकपूर्ण कारणः
(अ) यह सामाजिक समूहों के बीच संघर्ष की संभावना को कम करने में मदद करता है। चूंकि
सामाजिक संघर्ष अक्सर हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता की ओर ले जाता है।
(ब) यह राजनीतिक व्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने का एक अच्छा तरीका है।
(स) दूसरों की इच्छा को थोपना अल्पावधि में एक आकर्षक विकल्प की तरह लग सकता है, लेकिन लंबे समय में यह राष्ट्र की एकता को कमजोर करता है।
(ii) नैतिक कारणः
(अ) सत्ता साझा करना लोकतंत्र की आत्मा है। एक लोकतांत्रिक शासन में इसके अभ्यास
से प्रभावित लोगों के साथ सत्ता साझा करना शामिल है और जिन्हें इसके प्रभाव से जीना
है।
7. राजनीतिक दलों, दबाव समूहों और आंदोलनों के बीच सत्ता का बंटवारा क्या सुनिश्चित
करता है?
उत्तरः i. राजनीतिक दलों, दबाव समूहों और आंदोलनों के बीच शक्तियों का बंटवारा निर्णय लेने की प्रक्रिया
में प्रभाव सुनिश्चित करता है क्योंकि लोकतंत्र का तात्पर्य विभिन्न दावेदारों के बीच
लोगों की पसंद से है।
ii. लोकतंत्र नागरिकों को अपने शासकों को चुनने का
विकल्प प्रदान करता है। यह विकल्प विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा प्रदान किया जाता है, जो उन्हें जीतने के लिए चुनाव लड़ते हैं। ऐसी प्रतियोगिता यह सुनिश्चित करती है
कि सत्ता एक हाथ में न रहे।
iii. लंबे समय में, सत्ता विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच साझा की जाती है जो विभिन्न विचारधाराओं और
सामाजिक समूहों का प्रतिनिधित्व करते हैं। कभी-कभी, इस तरह का बंटवारा प्रत्यक्ष हो सकता है, जब दो या दो से अधिक दल चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन बनाते हैं। यदि उनका गठबंधन चुना
जाता है, तो वे गठबंधन सरकार बनाते हैं और इस प्रकार सत्ता
साझा करते हैं।
iv. साथ ही, दबाव समूह और आंदोलन धरना, रैलियों, विरोध, हड़ताल आदि के माध्यम से सत्ता के बंटवारे को प्रभावित
करते हैं।
v. एक अन्य तरीके से किसी समिति का सदस्य या योजना
आयोग का हिस्सा बनकर बेहतर नीतियों की वकालत करने के लिए शक्ति साझा की जा सकती है।
8. सरकार के
विभिन्न अंगों के बीच सत्ता के बंटवारे के परिणामस्वरूप शक्ति संतुलन बनाए रखने के
तरीकों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तरः
i. सरकार के विभिन्न अंगों
जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्ति साझा की
जाती है। इसे सत्ता का ऊर्ध्वाधर वितरण कहा जाता है क्योंकि यह एक ही स्तर पर स्थित
सरकार के विभिन्न अंगों को विभिन्न शक्तियों का प्रयोग करने की अनुमति देता है।
ii. लोकतंत्र में प्रत्येक अंग समान रूप से महत्वपूर्ण
है और वे विभिन्न शक्तियों का प्रयोग करते हैं।
iii. शक्तियों का पृथक्करण सुनिश्चित करता है कि सभी
अंग अपनी शक्ति का प्रयोग सीमा के भीतर करें।
iv. प्रत्येक अंग दूसरे की जाँच करता है। इसके परिणामस्वरूप
विभिन्न संस्थाओं के बीच शक्ति संतुलन बना रहता है।
v. शक्ति का समान वितरण सरकार के विभिन्न अंगों को
एक ही स्तर पर विभिन्न शक्तियों को नियोजित करने की अनुमति देता है।
वी. यह गारंटी देता है कि सभी संरचनाएं समान शक्ति के साथ दी जाती हैं। न्यायाधीशों
का चुनाव कार्यपालिका द्वारा किया जाता है लेकिन न्यायाधीश कार्यपालिका के कामकाज या
विधायिका द्वारा बनाए गए कानूनों की जांच कर सकते हैं। इसे चेक एंड बैलेंस की प्रणाली
कहा जाता है।
vii. हमारा संविधान इस तरह से तैयार किया गया है कि
प्रत्येक अंग दूसरे अंगों का निरीक्षण करता है।
viii. हालांकि मंत्री और अधिकारी शक्ति का प्रयोग करते
हैं, फिर भी वे संसद या राज्य विधानसभाओं के प्रति जवाबदेह
होते हैं। साथ ही, न्यायाधीशों की
नियुक्ति कार्यपालिका द्वारा की जाती है; वे कार्यपालिका के नियमों को सत्यापित कर सकते हैं।
ix. यह सरकार के विभिन्न अंगों
के बीच शक्ति संतुलन को बनाए रखने में सक्षम बनाता है।
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High Order Thinking Skills
Questions for Practise
1. पाठ पढ़ने के बाद, क्या आप सोचते हैं कि लोकतंत्र या सरकार के किसी अन्य रूप में सत्ता का बंटवारा जरूरी है?
2. 2007 के भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में सत्ता संचालन हेतु देष के प्रमुख के रूप में एक मुस्लिम राष्ट्रपति, एक सिख प्रधान मंत्री और विदेशी मूल का व्यक्ति था। क्या यह जनता का फैसला है या संविधान का शासन?
3. यदि आपको शक्ति दी जाती तो क्या आप श्रीलंका की बहुसंख्यकवादी अवधारणा को बदल देते? यदि हां, तो क्यों ?
4. “एक उत्तम संविधान सभी जातीय समूहों को समान महत्व देता हैः’ कथन सत्ता के बंटवारे के किन कारणों को दर्शाता है?
5. “भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने छात्रों के विरोध के कारण उच्च शिक्षण संस्थानों में सीटों के आरक्षण के लिए अध्यादेश जारी करने से सरकार को रोक दिया ह। इस उदाहरण में किस प्रकार की शक्ति साझाकरण शामिल है?