फ्रांसीसी क्रांति कक्षा 9


फ्रांसीसी क्रांति

 अध्याय को समझने के लिए महत्वपूर्ण यूट्यूब लिंक

1.  फ्रांसीसी क्रांति : आरंभिक परिचय (भाग – 1)

https://youtu.be/8l-5dm8BEjY

2.  फ्रांसीसी क्रांति : अठारहवीं सदी के उत्तरार्द्ध में फ्रांसीसी समाज ( भाग - )

https://youtu.be/wKqJRAGNl-o

3.  फ्रांसीसी क्रांति : क्रांति की शुरूआत  ( भाग - )

https://youtu.be/1H5K8MhQFLY

4.  फ्रांसीसी क्रांति : फ्रांस में राजतंत्र का उन्मूलन और गणतंत्र की स्थापना ( भाग - 4 )

https://youtu.be/1omnwGowYIE

5.  फ्रांसीसी क्रांति : क्या महिलाओं के लिए भी क्रांति हुई? ( भाग - 5 )

https://youtu.be/hvhhl16N3k8

6.  फ्रांसीसी क्रांति : दास प्रथा का उन्मूलन तथा क्रांति और रोजाना की जिंदगी (भाग- 6)

https://youtu.be/5ox8M8KZsP4

 पाठ्यपुस्तक आधारित क्रियाकलापों का हल

1.  फ्रांसीसी क्रांति : अठारहवीं सदी के उत्तरार्द्ध में फ्रांसीसी समाज (क्रियाकलाप – 1)

 https://youtu.be/Y2a5FwWJP4E

 2.  फ्रांसीसी क्रांति : क्रांति की शुरूआत  ( क्रियाकलाप - )

 https://youtu.be/Wj1km5HWeL0

 3.  फ्रांसीसी क्रांति : फ्रांस में राजतंत्र का उन्मूलन और गणतंत्र की स्थापना   (क्रियाकलाप-3)

https://youtu.be/gQEBPIMkZn0

 4.  फ्रांसीसी क्रांति : पाठ्यपुस्तक आधारित अन्य क्रियाकलापों का हल (क्रियाकलाप-4)

https://youtu.be/oq1OlG2PlCY

 यूट्यूब चैनल पर अन्य अध्यायों के वीडियो देखने के लिए चैनल की लिंक

https://youtube.com/e-classesbymanishsir


मुख्य बिन्दु :-

अठारहवीं सदी का फ्रांसीसी समाज -

राजनीतिक स्थिति - अठाहरवीं सदी के आरंभ में फ्रांस की तत्कालीन स्थिति निम्नानुसार थी।

    ·      सन 1774 में बूर्बों राजवंश का लुई सोलहवां केवल बीस वर्ष की आयु में फ्रांस का राजा बना।

    ·      लुई सोलहवां का विवाह ऑस्ट्रिया की राजकुमारी एन्तोएनेत से हुआ था।

    ·      राजतंत्र का संचालन निरंकुश व्यवस्था से होता था जिसमें राजा का कथन ही कानून होता था।

आर्थिक स्थिति - लुई सोलहवें के समय राज्य का कोष दयनीय स्थिति में था। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे -

    · लंबे युद्ध :- लुई सोलहवें के ने अमेरिका के 13 उपनिवेशों को आजाद कराने ब्रिटेन के खिलाफ सहायता प्रदान की जिसमें बहुत अधिक मात्रा में धन खर्च हो गया। जिसके फलस्वरूप फ्रांस पर दस अरब लिब्रे का कर्ज हो गया। कर्जदाता दस प्रतिशत ब्याज की मांग करने लगे थे।

    · फिजूलखर्ची :- वर्साय के विशाल महल और दरबार की शान शौकत बनाए रखने पर बहुत अधिक धन फिजूल में खर्च होता था।

    · अन्य नियमित खर्च :- सेना के रख-रखाव, राजदरबार, सरकारी कार्यालयों या विश्वविद्यालय के संचालन हेतु धन की आवश्यकता थी ही।

    · कर व्यवस्था :- तीन श्रेणियों में विभाजित समाज की केवल अंतिम श्रेणी ही करों का भुगतान करती थी जबकि प्रथम और द्वितीय श्रेणी के लोग सिर्फ उपभोग करते थे बिना कोई कर दिए।

o  टाइद :- किसानों से चर्च द्वारा लिया जाने वाला धार्मिक कर। यह उपज का दसवें हिस्से के बराबर होता था।

o  टाइल :- राज्य को दिया जाने वाला प्रत्यक्ष कर।

o  अप्रत्यक्ष कर :- नमक और तम्बाकू जैसी रोजाना उपभोग की वस्तुओं पर लगाया जाने वाला कर।

o  कृषि :- पूरी जनसंख्या में 90 प्रतिशत किसान थे किन्तु जमीनों के मालिक केवल कुलीन, चर्च और तीसरे

सामाजिक स्थिति - अठारहवीं सदी में फ्रांसीसी समाज तीन श्रेणियों में विभाजित था जिन्हें एस्टेट कह कर संबोधित किया जाता था।

    §  प्रथम एस्टेट :- इसके अंतर्गत चर्च के पादरी आते थे।

    §  द्वितीय एस्टेट :- इसमें फ्रांसीसी समाज का कुलीन वर्ग आता था।

    §  तृतीय एस्टेट :- तृतीय एस्टेट भी तीन उपश्रेणियों में विभाजित था।

o  पहले स्थान पर बड़े व्यवसायी, व्यापारी, अदालती कर्मचारी, वकील आदि आते थे जबकि

o  दूसरे स्थान पर किसान और कारीगर थे तथा

o  तीसरे स्थान पर थे छोटे किसान, भूमिहीन मजदूर और नौकर आदि।

·      विशेषाधिकार :- प्रथम दो एस्टेट्स के पादरी तथा कुलीनों को जन्मना विशेषाधिकार प्राप्त थे। इनको राज्य को दिए जाने वाले करों से छूट प्राप्त थी। साथ ही सामंत लोग किसानों से सामंती कर भी वसूलते थे। इसके

जीने के लिए संघर्ष -

·      जनसंख्या वृद्धि और मंहगाई :- 1715 से 1789 के बीच जनसंख्या बढ़कर 2.3 करोड़ से 2.8 करोड़ हो गई। जिसकी वजह से खाद्य सामग्री मंहगी हो गई।

·      मजदूरी भुगतान :- मंहगाई बढ़ने पर भी मजदूरों के मानदेय में बढ़ोत्तरी नहीं होने से परेशानियां बढने लगीं। लोगों के सामने जीविका संकट पैदा हो गया।

उभरते माध्यवर्ग ने विशेषाधिकारों के अंत की कल्पना की -

    · मध्यवर्ग - तृतीय एस्टेट का प्रथम वर्ग जिसे मध्यवर्ग भी कहा गया है जो पहले से थोड़ा समृद्ध था और वह शिक्षा अर्जित कर विदेशी व्यापार तथा उद्योगों के बल पर संपत्तिवान हुआ तो जन्मना विशेषाधिकारों की खिलाफत करने लगा।

    · दार्शनिकों की बातें :- समाज में समानता स्थापित हो इसके लिए अनेक दार्शनिकों ने अपने विचार रखे जो कि इस प्रकार थे-

§  जॉन लॉक - टू ट्रीटाइज ऑफ गवर्नमेंट में लॉक ने राजा के दैवीय और निरंकुश अधिकारों के सिद्धांतों का खंडन किया।

§  रूसो - ज्याँ जाक रूसो ने सोशल कॉन्ट्रेक्ट नामक किताब में जनता और उसके प्रतिनिधियों के बीच एक सामाजिक अनुबंध पर आधारित सरकार का प्रस्ताव रखा।

§  मॉन्तेस्क्यू - द स्पिरिट ऑफ द लॉज नामक रचना में मॉन्तेस्क्यू ने सरकार के अंदर विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता विभाजन की बात कही।

क्रांति की शुरूवात

    ·      नवीन कर हेतु अनुमोदन :- फ्रांस में नवीन करों के लिए एस्टेट जनरल का अनुमोदन अनिवार्य था।

o  एस्टेट जनरल - फ्रांस की एक प्रतिनिधि सभा जिसमें तीनों एस्टेट्स के प्रतिनिधि सम्मिलित होते थे। प्रथम एस्टेट तथा द्वितीय एस्टेट के 300-300 तथा द्वितीय एस्टेट के 600 प्रतिनिधि किन्तु सभी एस्टेट्स को केवल एक - एक मत देने का अधिकार होता था जो उनके एस्टेट का प्रतिनिधि देता था।

o  सभा का बहिष्कार - तृतीय एस्टेट के प्रतिनिधियों ने पूरे एस्टेट के लिए एक वोट के स्थान पर पूरी सभा द्वारा मतदान की बात रखी जिसे राजा द्वारा स्वीकार न किए जाने पर एस्टेट जनरल की बैठक का बहिष्कार कर दिया गया।

o  टेनिस कोर्ट शपथ - सभा से निकलकर मिराब्ये और आबे सिए के नेतृत्व में टेनिस कोर्ट में जमा हो गए सभी प्रतिनिधियों ने एक नेशनल असेंबली का गठन कर लिया तथा शपथ ली कि जब तक सम्राट की शक्तियों को कम करने वाला संविधान तैयार नहीं किया जाता नेशनल असेंबली भंग नहीं होगी।

·    महगाई और जमाखोरी - अत्यधिक ठंड के कारण फसल चौपट हो जाने से महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ गई जिसका फायदा व्यापारियों ने जमाखोरी कर उठाना चाहा।

·   जनांदोलन बनी क्रांति – पाव रोटी की बढ़ती कीमतों और जमाखोरी से परेशान फ्रांस की महिलाओं ने दुकानों को लूटना और पीटना शुरू कर दिया दूसरी तरफ पूरा फ्रांस आंदोलित हो उठा था और 14 जुलाई को बास्तील के किले को मटियामेट कर दिया। देहातों में भी किसानों ने जागीरदारों को मार डाला अन्न भंडार लूट लिए। और इस तरह क्रांति हो गई।

·   फ्रांस संवैधानिक गणतंत्र बन गया - विद्रोही प्रजा के भय से राजा लुई सोलहवें ने नेशनल असेंबली द्वारा बनाए गए संविधान को मान्यता दे दी तथा फ्रांस पहली बार संवैधानिक राजतंत्र बन गया।

·      नवीन संविधान का प्रभाव -

o  सामंती व्यवस्था का उन्मूलन कर दिया गया।

o  पादरी और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त कर दिया गया।

o  धार्मिक कर समाप्त कर चर्च की जमीन राज्य के अधीन कर दी गई।

o  निरंकुश व्यवस्था की जगह राजषक्ति को विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में विभाजित कर दिया गया।

o  निर्वाचन व्यवस्था हेतु मताधिकार लागू किया गया।

o  पुरूष और नागरिक अधिकार घोषणापत्र के साथ संविधान आरंभ हुआ था।

o  राजनीतिक प्रतीक चिन्ह

फ्रांस में राजतंत्र का उन्मूलन और गणतंत्र की स्थापना

·    लुई सोलहवे की हत्या :- राजा लुई सोलहवें के द्वारा संविधान को मान्यता देने के बाद भी पड़ौसी देशों की सहायता से पुनः निरंकुश व्यवस्था स्थापित करने के प्रयासों की जानकारी लगने पर फ्रांस में नेशनल असेंबली के लीडर्स ने राजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस मोर्चें का नेतृत्व जैकोबिन क्लब कर रहा था।

·    जैकोबिन क्लब - पेरिस के भूतपूर्व संत कॉन्वेंट ऑफ जैकब के नाम पर बना क्लब जो राजनीतिक समूह का अड्डा हो गया था जिसके सदस्य छोटे दुकानदार और कारीगर थे जिनको 1791 के बने संविधान में राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हुए थे। जैकोबिंस ने अपनी कुछ खास पहचान विकसित की थीं जो कि इस प्रकार थीं -

o  सौं कुलान्त - जैकोबिनों को “सौ कुलाँत“ के नाम से जाना जाता था । ये धारीदार पतलून पहनने वाले जैकोबिन होते थे जो स्वयं को ब्रीचेस पहनने वाले कुलीनों से अलग दिखाते थे।

o  लाल टोपी - सौं कुलॉत पुरूष लाल टोपी पहनते थे किन्तु महिलाओं को ऐसा करने की अनुमति नहीं थी।

राजतंत्र का उन्मूलन - बढ़ती मंहगाई और जमाखोरी के खिलाफ जैकोबिनों ने पेरिस की जनता के साथ मिलकर ट्यूलेरिए के महल पर हमला कर दिया तथा राजा सहित अनेक लोगों को बंदी बना लिया।

o  कन्वेंशन - जैकोबिनों ने 21 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुरूषों को मताधिकार देकर नई असेंबली निर्वाचित की जिसे कन्वेंशन नाम दिया गया। इस तरह 21 सितम्बर 1792 को फ्रांस से राजतंत्र का अंत होकर गणतंत्र की स्थापना हो गई।

·    लुई सोलहवें की हत्या - लुई सोलहवें को न्यायालय द्वारा देशद्रोह के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई और 21 जनवरी 1793 को प्लेस डी लॉ कॉन्कॉर्ड में उसे सार्वजनिक रूप से फांसी दे दी गयी ।

आतंक का राज :- 1793 से 1794 तक के काल को आतंक का राज कहते हैं। क्योंकि

o  नियंत्रण और दंड की सख्त नीति - जैकोबिनों का नेता मैक्समिलियन रॉबेस्पेयर ने अपने शासनकाल में नियंत्रण और दंड की सख्त नीति अपनाई। इसके अंतर्गत गणतंत्र के विरोधियों को राज्यद्रोही मानते हुए उन पर मुकदमा चलाया जावे तथा आरोप सिद्ध होने पर गिलोटिन पर चढ़ाकर सिर कलम कर दिया जावे।

o  गिलोटिन - डॉ. गिलोटिन द्वारा तैयार एक हत्यारी मशीन।

o  रोबेस्पेयर सरकार के कार्य -

§  मजदूरी और कीमतों की अधिकतम सीमा तय।

§  किसानों सरकार द्वारा तय कीमतों पर ही अपना अनाज शहरों में अनिवार्य रूप से बेचें।

§  सभी के लिए साबुत गेंहूं के आटे की रोटी अर्थात समता रोटी अनिवार्य कर दी गईं

§  मॉन्स्यूर और मदाम के स्थान पर सितोयेन और सितोयीन शब्द संबोधन का इस्तेमाल।

§  चर्चां को बंद कर उन्हें सेना भवन या कार्यालय बना दिया गया।

§  इस सभी नियमों तथा कानूनों का पालन अत्यंत सख्ती से किया गया।

§  जुलाई 1794 में रोबेस्पेयर को भी गिलोटिन पर चढ़ा दिया गया।

डिरेक्टरी शासित फ्रांस -

·    जैकोबिन सरकार के पतन के बाद फ्रांस में एक बार फिर मध्य वर्ग के संपन्न तबके के पास सता आ गई, नया संविधान बना और जिसमें दो चुनी हुई परिषदों का प्रावधान रखा गया और इन परिषदों ने पांच सदस्यों वाली एक कार्यपालिका -डायरेक्टरी को नियुक्त किया गया लेकिन फ्रांस में यह शासन भी डिरेक्टरों के आपसी झगड़ों से नहीं चला और फिर सैनिक तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट का उदय हुआ ।

क्या महिलाओं के लिए भी क्रांति हुई?

·    फ्रांसीसी समाज में महिलाओं पर बहुत ज्यादा जिम्मेदारियों थीं और पुरूषों के हर संघर्ष में उन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग भी किया किंतु उनको विभिन्न अधिकारों से वंचित रखा गया। तब महिलाओं ने अपने हक के लिए आवाज उठाने विभिन्न राजनीतिक दल बना लिए।

·    महिलाओं की प्रमुख मांग पुरूषों के समान राजनीतिक अधिकार प्राप्त करने की थी।

·  ओलम्प दे गूज - प्रमुख फ्रांसीसी महिला क्रांतिकारी जिसने महिला एवं नागरिक अधिकार घोषणा पत्र लिखा।

·    द सोसाइटी ऑफ रिवॉल्यूशनरी एंड रिपब्लिकन वुमेन मशहूर महिला क्लब था।

·    1946 में फ्रांस  में महिलाओं को मताधिकार प्राप्त हुआ।

दास प्रथा का उन्मूलन

·      दास व्यापार सत्रहवीं सदी में आरंभ हुआ था।

·      दासों का व्यापार अफ्रीका से होता था।

·      बोर्दे और नांते बंदरगाह दासप्रथा के चलते हर समृद्ध हुए।

·      अंतिम रूप से दास प्रथा का उन्मूलन 1848 में हुआ।

क्रांति ओर रोजाना की जिंदगी

·      1789 में फ्रांस में सेंसरशिप की समाप्ति कर दी गई।

·      1804 में नेपोलियन बोनापार्ट ने खुद को फ्रांस का सम्राट घोषित कर दिया।

·     नेपोलियन ने फ्रांस की क्रांति के बीज सारे यूरोप में बोने का कार्य किया उसने पुराने राजवंशों को हटाकर नए साम्राज्य बनाए।

·      नेपोलियन ने अनेक प्रशासनिक, आर्थिक और राजनीतिक सुधार किए।

·      1815 के वाटरलू के युद्ध में नेपोलियन पराजित हो गया।

प्रमुख शब्द -

·      लिब्रे - फ्रांस की मुद्रा थी जिसे 1794 में समाप्त कर दिया गया।

·      एस्टेट - फ्रांसीसी सामाजिक विभाजन को अभिव्यक्त करने वाला शब्द।

·      कॉन्वेंट - धार्मिक जीवन को समर्पित समूह की इमारत।

·      सैलॉन - हर दो साल में लगने वाली पेंटिंग प्रदर्शनी।

·      समता रोटी - साबुत गेंहूँ से बनी रोटी।


प्रमुख रचनाकार एवं उनकी रचनाएं

जॉन लॉक                 -         टू ट्रीटाइज ऑफ गर्वनमेंट

        मॉन्तेस्क्यू                  -         द स्पिरिट ऑफ द लॉज

        रूसो                        -         द सोशल कॉन्ट्रैक्ट

        आबे सिये                 -         व्हाट इज थर्ड एस्टेट

ज्याँ पॉल मरा             -         लामि द पप्ल (जनता का मित्र)

--००--

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1.  14 जुलाई का संबंध है -

अ. बास्तील                   ब. वर्साय                             स. ट्यूलेरिया                      द. इनमें से कोई नहीं

2.  फ्रांस की क्रांति कब हुई थी?

अ. 1689                      ब. 1789                             स. 1889                            द. 1989

3.  लिब्रे क्या था?

अ. फ्रांस की मुद्रा          ब. फ्रांस का झंडा               स. फ्रांस का महल               द.  फ्रांस का प्रधानमंत्री

4.  फ्रांस की क्रांति के समय कौन राजा था?

(अ) लुई 13                   (ब) लुई 14                        (स) लुई 15                           (द)  लुई 16

5.  एस्टेट से क्या अभिप्राय था?

(अ) फ्रांस के विभिन्न प्रांत                           (ब) फ्रांस के धार्मिक केंद्र

(स) प्रत्यक्ष कर                                          (द)  फ्रांस का सामाजिक वर्ग विभाजन

6.  द्वितीय एस्टेट में कौन लोग शामिल थे?

(अ) पादरी                    (ब) कुलीन वर्ग                    (स) व्यापारी                        (द)  किसान

7.  तृतीय एस्टेट में इनमें से कौन सा वर्ग शामिल नहीं था?

(अ) अदालती कर्मचारी  (ब) बड़े व्यवसायी              (स) किसान                            (द) कुलीन वर्ग

8.  पादरी किस एस्टेट के अंतर्गत शामिल था?

(अ) प्रथम                    (ब) द्वितीय                          (स) तृतीय                                (द) चतुर्थ

9.  फ्रांसीसी समाज में कितने प्रतिशत जनसंख्या किसानों की थी?

(अ) 85%                    (ब) 60%                            (स) 10%                                 (द) 90%

10. इनमें से किसे “राज्य को दिया जाने वाला कर” देने से छूट प्राप्त थी?

(अ) पादरी                (ब) बड़े व्यवसाई                   (स) वकील                                (द) छोटे किसान

11. इनमें से कौन एक प्रत्यक्ष कर था?

(अ) टाइद                 (ब) टाइल                              (स) लिब्रे                                 (द) सू

12. इनमें से कौन चर्च द्वारा लिया जाने वाला धार्मिक कर था?

(अ) टाइद                (ब) टाइल                               (स) लिब्रे                                 (द)  एस्टेट

13. अप्रत्यक्ष कर किन वस्तुओं पर लगाया जाता था -

(अ) नमक                (ब) तम्बाकू                           (स) दोनों पर                              (द)  किसी पर नहीं

14. क्रांति के समय फ्रांस की जनसंख्या कितनी थी?

(अ) 1.3 करोड़            (ब) 1.8 करोड़                     (स) 2.3 करोड़                          (द)  2.8 करोड़

15. लुई सोलहवें के समय फ्रांस पर कितने लिब्रे का कर्ज था?

(अ) दो अरब लिब्रे      (ब) दस अरब लिब्रे                  (स) बारह अरब लिब्रे                 (द)  पंद्रह अरब लिब्रे

16. राजा के दैवीय और निरंकुश सिद्धांत का खंडन किया -

(अ) जान लॉक             (ब) रूसो                             (स) मॉत्स्क्यू                               (द)  ज्यां पॉल मरा

17. विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता के विभाजन की बात किसने कही?

(अ) जान लॉक             (ब) रूसो                             (स) मॉत्स्क्यू                                  (द)  ज्यां पॉल मरा

18. सत्ता के सामाजिक विभाजन की बात किसने कही?

(अ) जान लॉक             (ब) रूसो                             (स) मॉत्स्क्यू                                  (द)  ज्यां पॉल मरा

19. एस्टेट जनरल में प्रथम और द्वितीय एस्टेट के प्रतिनिधियों की संख्या 300-300 थी। तृतीय एस्टेट के प्रतिनिधियों की संख्या कितनी थी?

(अ) 200                     (ब) 300                                 (स) 400                                         (द)  600

20. तीसरे एस्टेट का नेतृत्व किसने किया?

(अ) मिराब्यो                 (ब) आबे सिए                         (स) दोनों ने                                  (द)  किसी ने नहीं

21. तीसरे एस्टेट के लोगों की प्रमुख मांग क्या थी?

(अ) सम्राट की शक्तियों पर अंकुश लगाना                  (ब) करों में हो रही वृद्धि का विरोध करना

(स) मनुष्यों को मूलभूत अधिकार दिलाना                    (द)  उपरोक्त सभी

22. सम्राट की शक्तियों पर अंकुश लगाने और सभी मनुष्यों को मूलभूत अधिकार प्रदान करने वाला संविधान कब बनाया गया?

(अ) 1789                    (ब) 1791                                (स) 1792                                    (द)  1793

23. नेपोलियन फ्रांस का सम्राट कब बना?

(अ) 1789                    (ब) 1791                                (स) 1804                                    (द)  1815

24. फ्रांस गणराज्य कब बना?

(अ) 1789                    (ब) 1791                                (स) 1792                                    (द)  1793

25. तृतीय एस्टेट की प्रतिनिधि सभा का अध्यक्ष कौन था?

(अ) बेयली                    (ब) रोबेस्पेयर                         (स) नेपोलियन                               (द)  ओलम्प दे गूज

26. कन्वेंशन के शासन के बाद किसका शासन आया?

(अ) डिरेक्ट्री                   (ब) नेशनल असेंबली                (स) नेपालियन                 (द)  उपरोक्त में से कोई नहीं

27. सक्रिय नागरिक -

(अ) 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी स्त्री-पुरूष                        

(ब) 25 वर्ष से ऊपर के सभी पुरूष

(स) 25 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ऐसे पुरुष जिन्हें मत देने का अधिकार प्राप्त था  

(द) 21 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुरूष

28. जैकोबिन क्लब क्या था?

(अ) तृतीय एस्टेट के व्यापारियों का क्लब                        (ब) सम्राट के चहेतों का क्लब

(स) कुलीन वर्ग के लोगों का क्लब                                    (द) छोटे दुकानदार और कारीगरों का क्लब

29. आतंक के राज के नेता कौन थे?

(अ) मिराब्यो                      (ब) आबे सिए                    (स) मैक्समिलियन रोबेस्प्येर             (द) जॉन लॉक

30. पुरूष एवं नागरिक अधिकार घोषणा पत्र किसने जारी किया था?

(अ) डिरेक्ट्री   ने                 (ब) नेशनल असेंबली ने     (स) नेपालियन ने                           (द)  कन्वेंशन ने

31. फ्रांस का राष्ट्रगान मार्सिले किसने लिखा था?

(अ) जॉन लॉक                     (ब) रॉजेट दि लाइल        (स) रूसो                                     (द)  क्रांतिकारियों ने

32. धार्मिक जीवन जीने को समर्पित समूह की इमारत -

(अ) डिरेक्ट्री                           (ब) नेशनल असेंबली    (स) कॉन्वेंट                                   (द)  ड्यूमा

33. लुई सोलहवें को गिरफ्तार किया गया -

(अ) ट्यूलेरिए के महल से       (ब) बास्तील के किले से      (स) बर्साय के महल से      (द)  टेनिस कोर्ट से

34. गिलोटिन क्या था?

(अ) एक वाद्य यंत्र     (ब) खेल का मैदान     (स) सिर धड़ से अलग करने वाली मशीन     (द) गांव की चौपाल

35. आतंक के राज का अंत किसकी मृत्यु के बाद हुआ?

(अ) मिराब्यो                      (ब) आबे सिए         (स) मैक्समिलियन रोबेस्प्येर                 (द) नेपोलियन

36. रोबेस्पेयर की मृत्यु कैसे हुई?

(अ) गिलोटिन से                  (ब) गोली मारकर      (स) युद्ध के दौरान                            (द) आत्महत्या कर ली

37. किसकी असफलता के कारण नेपालियन का उदय हुआ?

(अ) नेशनल असेंबली           (ब) कन्वेंशन              (स) डिरेक्ट्री                        (द) उपरोक्त में से कोई नहीं

38. गणतंत्र की स्थापना हेतु आतंक की पैरवी किसने की?

(अ) मिराब्यो                         (ब) डेस्मॉलिन्स           (स) मैक्समिलियन रोबेस्प्येर         (द) नेपोलियन

39. तीसरे एस्टेट की महिलाओं का कार्य था?

(अ) सिलाई-बुनाई                  (ब) कपड़ा धुलाई       (स) फल-फूल-सब्जी बेचना          (द) उपरोक्त सभी

40. 1791 के संविधान के अनुसार निष्क्रिय नागरिक कौन था?

(अ) महिलाएं                          (ब) सम्पत्ति हीन पुरूष          (स) बच्चे                    (द) उपरोक्त सभी

41. फ्रांस में महिलाओं को मताधिकार कब हासिल हुआ?

(अ) 1791                        (ब) 1793                        (स) 1746                           (द) 1946

42. किसने कहा था कि ‘‘ पुरूष बनने की इच्छा रखने वाली महिलाएं निर्लज्ज हैं।’’

(अ) शोमेत                       (ब) रूसो                        (स) ओलम्प दे गूज             (द) एन्तोएनेत

43. त्रिकोणीय दास व्यापार से संबंद्ध थे -

(अ) यूरोप                        (ब) अफ्रीका                     (स) अमेरिका                      (द) उपरोक्त सभी

44. 1815 में वाटरलू के युद्ध में किसकी पराजय हुई?

(अ) रूसो                         (ब) लुई 16 वें                 (स) मैक्समिलियन रोबेस्प्येर     (द) नेपोलियन

45. फ्रांसीसी क्रांति से प्रभावित प्रमुख भारतीय कौन थे?

(अ) टीपू सुल्तान              (ब) राजा राम मोहन राय        (स) उपरोक्त दोनों             (द) कोई नहीं

46. फ्रांस की 60 प्रतिशत जमीन पर किसका अधिकार था?

(अ) कुलीनों का            (ब) तीसरे एस्टेट के अमीरों का    (स) चर्च का                  (द) उपरोक्त सभी का

47. फ्रांसीसी क्रांति के प्रमुख चरण क्रमशः थे -

(i) एस्टेट जनरल की बैठक

(ii) बास्तील पर हमला

(iii) किसानों का आंदोलन

(अ) (i), (ii) और (iii)       (ब) (ii), (i) और (iii)       (स) (iii), (ii) और (i    (द) (iii), (i) और (ii)

 रिक्त स्थानों की पूर्ति

1.  लुई सोलहवें की पत्नी का नाम ................ था। ( एन्तोएनेत/ओलम्प दे गूज )

2.  मकड़ा और मक्खी नामक चित्र ............... देश से संबंधित है। ( फ्रांस/रूस )

3.  अठारहवीं सदी में एक नए सामाजिक समूह का उदय हुआ जिसे ......................... कहा गया। (मध्यवर्ग / कुलीन वर्ग )

4.  संयुक्त राज्य अमेरिका के ........... उपनिवेशों ने स्वयं को ब्रिटेन से आजाद घोषित किया। ( तेरह/पचास)

5.  नेशनल असेम्बली द्वारा 1791 में तैयार संविधान का मुख्य उद्देश्य ............... था। ( सम्राट की शक्तियों को सीमित करना/सम्राट को प्रभावशाली बनाना)

6.  नेशनल असेंबली में कुल ................. सदस्य थे। ( 745/547 )

7.  पुरूष एवं नागरिक अधिकार घोषणा पत्र ने ............. के अधिकार को सुरक्षित रखा। (सम्पत्ति के आधिकार/जीवन का अधिकार )

8.  लुई 16 वां की अपनी ही प्रजा के खिलाफ ............. के राजा से गुप्त वार्ता चल रही थी। ( प्रशा/ऑस्ट्रिया )

9.  सौं कुलॉत पुरूष .................... रंग की टोपी पहनते थे। ( लाल/पीली)

10. गणतंत्र सरकार का वह रूप है जिसमें सरकार का चुनाव .................. करती है। ( जनता/पुरूष )

 सही जोड़ी बनाइए -

1.

        स्तम्भ ‘क’                               स्तम्भ ‘ख’

                    (i)  रूसो                       -       (अ) सिविल कोड

                    (ii)  मॉन्तेस्क्यू                -       (ब) व्हाट इज थर्ड एस्टेट

                    (iii) जान लॉक              -       (स) लामि द पप्ल

                    (iv) ज्याँ-पॉल मरा         -       (द) टू ट्रीटाइज ऑफ गवर्नमेंट

                    (v)  आबे सिए               -       (इ) द स्प्रिट ऑफ दि लॉज

                    (vi) नेपालियन              -       (फ) सोशल कॉंट्रेक्ट

       

    2.

                     स्तम्भ ‘क’                                       स्तम्भ ‘ख’

                    (i)  टूटी हुई जंजीर                    -       (अ) ज्ञान

                    (ii)  छड़ों का बरछीदार गट्ठर    -       (ब) सनातन

                    (iii) रोशनी बिखेरती आँख       -       (स) कानून

                    (iv) राजदंड                           -       (द) एकता की शक्ति

                    (v)  पूँछ मुंह में लिए सांप        -       (इ) शाहीसत्ता

                    (vi) डैनों वाली स्त्री                 -       (फ) आजादी

 एक वाक्य/शब्द में उत्तर दीजिए

1.  फ्रांस पर लगभग कितना कर्ज था?

2.  जिसका नाम मालूम न हो उसे क्या कहेंगे?

3.  क्रांतिकारी जार्ज दान्तन किस एस्टेट के अंतर्गत आते थे?

4.  संयुक्त राज्य अमेरिका किस देश का उपनिवेश था?

5.  एस्टेट जनरल की बैठक में किनका प्रवेश वर्जित था?

6.  जैकोबिन गणराज्य के पतन के बाद किसका शासन स्थापित हुआ?

7.  कुलीन तंत्र के स्थान पर मध्यवर्ग के अमीरों का शासन होने पर भी तीसरे एस्टेट के गरीब गुरबों को समान अधिकार प्राप्त न होने पर किस क्रांतिकारी पत्रकार ने अपना विरोध जाताया था?

8.  1791 के संविधान के लाभ से फ्रांसीसी समाज का कौन सा समूह वंचित रहा था?

9.  लुई सोलहवें को किस स्थान पर मौत की सजा दी गई थी?

10. द सोसायटी ऑफ रेवाल्यूशनरी एंड रिपब्लिकन वूमेन क्या था?

सत्य/असत्य लिखिए -

1.  बास्तील का किला सम्राट की निरंकुश शक्तियों का प्रतीक था।

2.  तृतीय एस्टेट में सभी लोग अमीर थे।

3.  संयुक्त राज्य अमेरिका में मॉन्तेस्क्यू मॉडल पर सरकार बनी।

4.  सू एक फ्रांसीसी पैसा था।

5.  एस्टेट जनरल के नियमानुसार सभा में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को वोट देने का अधिकार था।

6.  सन 1791 के संविधान ने कानून बनाने का अधिकार नेशनल असेंबली से छीन लिया।

7.  नेशनल असेंबली के संविधान के अनुसार केवन सम्पत्तिवान पुरूष ही वोट दे सकता था।

8.  1791 के संविधान के अनुसार अमीरों को राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं थे।

9.  फ्रांस कन्वेंशन के अधीन गणतंत्र घोषित हुआ ।

10. गिलोटिन के आविष्कारक डॉ. गिलोटिन ही थे।

11. महिलाएं फ्रांस में निष्क्रिय नागरिक का दर्जा प्राप्त थीं।

12. आल्प्स पर्वत पार करना नेपोलियन की वीरता का प्रतीक है।

---000---

उत्तरमाला

बहुविकल्पीय प्रश्न

1   अ  13  स   25  अ  37  

2   ब   14  द   26  अ  38  

3   अ  15  स   27  स   39  

4   द   16  अ  28  द   40  

5   द   17  स   29  स   41  

6   ब   18  ब   30  ब   42  

7   द   19  द   31  ब   43  

8   ब   20  स   32  स   44  

9   द   21  द   33  अ  45  

10  अ  22  ब   34  स   46  

11  ब   23  स   35  स   47  

12  अ  24  स   36  अ     

 रिक्त स्थानों की पूर्ति

1.एन्तोएनेत     2. फ्रांस     3. मध्यवर्ग     4. तेरह     5. सम्राट की शक्तियों को सीमित करना 

6745            7. सम्पत्ति के आधिकार     8. प्रशा         9. लाल         10. जनता

सही जोड़ी

        1.  (i) - (फ), (ii) - (इ) , (iii) - (द) , (iv) - (स) , (v) - (ब)  , (vi) - (अ) 

        2.  (i) - (फ), (ii) - (द) , (iii)) - (अ) , (iv) - (इ) , (v) - (ब)  , (vi) - (स)

 एक वाक्य/शब्द में उत्तर

1. 12 अरब लिब्रे     2. अनाम     3. तीसरे     4. ब्रिटेन     5. किसानों, औरतो और कारीगरों का 

6. डिरेक्ट्री     7. ज्यां-पाल मरा     8. महिलाओंबच्चों और सम्पत्तिहीन पुरूषों का 

9. प्लेस डी लॉ कॉन्कॉर्ड     10. महिला राजनीतिक क्लब

सत्य/असत्य लिखिए

1.  सत्य     2. असत्य     3. सत्य     4. सत्य     5. असत्य     

6. असत्य     7. सत्य     8. असत्य     9. सत्य     10. सत्य।

 ---000---

लघुत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 02 अंक )

1.  उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्गम फ्रांसिसी क्रांति में है ।

उत्तरः जनवादी अधिकारों की सूची जिनका उद्गम फ्रांसीसी क्रांति में है निम्नलिखित हैं -

(1) जीवन के अधिकार

(2) अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार

(3) कानूनी बराबरी के अधिकार

(4) स्वतंत्रता, विधिसम्मत समानता और बंधुत्व

2.  लूई xvi कब फ्रांस की सत्ता पर आसीन हुआ ?

उत्तरः 1774 में ।

3.  लूई xvi जब फ्रांस की राजगद्दी पर आसीन हुआ तब उनकी उम्र क्या थी ?

उत्तरः लूई xvi जब फ्रांस की राजगद्दी पर आसीन हुआ तब उनकी उम्र 20 साल थी।

4.  लूई xvi जब की राजगद्दी पर आसीन होने के समय वितीय संसाधन नष्ट होने के क्या कारण थे?

उत्तरः लूई xvi जब फ्रांस की राजगद्दी पर आसीन होने के समय वितीय संसाधन नष्ट होने के प्रमुख कारण थे लम्बे तक युद्ध का चलना ।

5.  लिब्रे क्या है ? इसे कब समाप्त कर दिया गया ?

उत्तरः यह फ्रांस की मुद्रा होती है । जिसे 1794 में समाप्त कर दिया गया।

6.  फ्रांस को कब गणतंत्र घोषित किया गया ?

उत्तरः 21 सितंबर 1792 में ।

7.  किस पुस्तक में सरकार के अन्दर सत्ता विभाजन की बात कही गई है ?

उत्तरः द स्पिरिट ऑफ दि लॉज (मॉत्स्क्यू )

8.  18 वी शताब्दी में फ्रांसीसी समाज को कितने एस्टेट में बाँटा हुआ था?

उत्तरः 18 वी शताब्दी में फ्रांसीसी समाज को तीन एस्टेट में बंटा हुआ था ।

1. प्रथम एस्टेट

2. दूसरा एस्टेट

3. तीसरा एस्टेट

9.  फ्रांसीसी समाज के कौन से एस्टेट के लोग कर अदा करते थे ? इस वर्ग में कौन कौन से लोग आते थे ?

उत्तरः फ्रांसिसी समाज के तीसरे एस्टेट के लोग ही कर अदा कर रहे थे । इस वर्ग में व्यवसायी वर्ग, किसान एवं मजदुर वर्ग के लोग आते थे ।

10. टाइद और टाइल में क्या अन्तर है ?

उत्तरः फ्रांस में धार्मिक कर को टाइद और प्रत्यक्ष कर को टाइल कहा जाता था ।

11. लूई सोलहवें के कर बढ़ाने के क्या कारण थे ?

उत्तरः लूई सोलहवें के कर बढ़ाने के निम्न कारण थे :

(1) फ्रांस की जनसंख्या में वृद्धि ।

(2) फ्रांसिसी सरकार पर कर्ज का बोझ

(3) वित्तीय संसाधन में कमी ।

(4) बार-बार युद्ध की मार ।

12. एस्टेट्स जेनराल क्या है ? यह क्या कार्य करता था ?

उत्तरः एस्टेट्स जेनराल एक सरकारी संस्था थी । नए कर की मंजूरी के लिए एस्टेट्स जेनराल कि बैठक बुलाई जाती थी । यह नए प्रस्तावों पर अनुमोदन का कार्य करता था।

13. सन 1791 में फ्रांसिसी संविधान ने कानून बनाने का अधिकार किसको सौप दिया ?

उत्तरः नैशनल असेंबली को सौपा था ।

14. “ द सोशल कॉन्ट्रैक्ट “  पुस्तक के लेखक कौन है ?

उत्तरः रूसो ।

15. लुई सोलहवें की मृत्यु कैसे हुई ?

उत्तरः न्यायालय द्वारा उसे देशद्रोह के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई । 21 जनवरी 1793 में उसे सार्वजानिक रूप से फाँसी दे दी गई।

16. फ्रांस के इतिहास में किस समय को आतंक का युग कहा जाता है ?

उत्तरः सन् 1793 से 1794 तक

17. फ्रांस में नेशनल असेम्बली चुनने के लिए मतदान का अधिकार किस प्रकार दिया गया था?

उत्तरःफ्रांस में नेशनल असेम्बली चुनने के लिए मतदान का अधिकार कुछ लोगो को ही प्राप्त था जो लोग दो तिहाई कर चुकाते थे । जो सक्रीय नागरिक थे, उन्हें ही मतदान करने का अधिकार प्राप्त था । महिलाएं मतदान नहीं कर सकती थी ।

18. फ्रांस में सम्राट लूई xvi के शासन में सक्रिय और निष्क्रिय नागरिक किस आधार पर बाँटे गए थे ? इनमे से किसको मतदान का अधिकार था?

उत्तरः 25 वर्षा से अधिक उम्र के पुरुष जो तीन दिन की मजदूरी के बराबर कर चुकाते थे। उन्हें सक्रिय नागरिक का दर्जा दिया गया था । शेष सभी पुरुष तथा महिलाओ को निष्क्रिय नागरिक के रूप में वर्गीकृत किया गया था।

19. लूई सोलहवें के द्वारा फिर से कर लगाने की खबर की कौन सी व्यवस्था ने लोगो के गुस्से को ओर बढ़ा दिया ?

उत्तरः लूई सोलहवें के द्वारा फिर से कर लगाने की खबर से विशेषाधिकार वाली व्यवस्था ने लोगो के गुस्से को ओर बढ़ा दिया। इसमें कुछ विशेष वर्ग के लोगो को विशेषाधिकार दिए गए थे।

20. मैक्समिलियन रोबेसप्येर कौन था ? उसकी मृत्यु कैसे हुई ?

उत्तरः मैक्समिलियन रोबेसप्येर जैकोबिन क्लब का नेता था । लुई की मृत्यु के बाद जैकोबिन का शासन हुआ । रोबेसप्येर ने अपनी नीतियों को इतनी सख्ती से लागू किया कि उसके समर्थक भी त्राहि-त्राहि करने लगे । जुलाई 1794 में न्यायालय द्वारा उसे दोषी ठहराया गया और फिर उसके अगले दिन उसे गिरफ्तार कर गिलोटिन पर चढ़ा दिया गया ।

21. ‘द सोसाइटी ऑफ़ रेब्लुशनरी एंड रिपब्लिकन वीमेन’ क्लब की एक प्रमुख माँग क्या थी ?

उत्तरः ’द सोसाइटी ऑफ़ रेब्लुशनरी एंड रिपब्लिकन वीमेन’ क्लब की एक प्रमुख माँग यह थी कि महिलाओं को पुरुषों के समान राजनितिक अधिकार प्राप्त होने चाहिए

22. जैकोबिन शासन के क्रांतिकारी सामाजिक सुधार कौन-कौन से थे ?

उत्तरः जैकोबिन द्वारा किए गए प्रमुख सामाजिक सुधार निम्नलिखित थे -

(अ) दास प्रथा का उन्मूलन जैसे सुधार प्रमुख थे ।

(ब) महिलाओं के जीवन में सुधार और उनके शिक्षा और व्यवसाय कार्य में सुधार किये गए।

23. फ्रांस के घटनाक्रम से अन्य पड़ोसी देशों के शासक क्यों चिंतित थे?

उत्तरः अन्य पड़ोसी देशों के शासक फ्रांस के विकास से चिंतित थे क्योंकि उन्हें लगता था कि फ्रांस के नागरिकों की तरह उनके नागरिक भी विद्रोह कर सकते हैं।

24. पड़ोसी देशों के राजाओं ने क्या योजना बनाई थी?

उत्तरः पड़ोसी देशों के राजाओं ने 1789 की गर्मियों से फ्रांस में होने वाली घटनाओं को कम करने के लिए सेना भेजने की योजना बनाई थी।

25. जब पुरुष मोर्चा संभाल लड़ रहे थे तब महिलाएं क्या कर रही थीं?

उत्तरः जब पुरुष मोर्चे पर लड़ रहे थे, महिलाओं को जीविकोपार्जन और परिवारों की देखभाल के कार्यों का सामना करने के लिए छोड़ दिया गया था।

26. फ्रांस के संविधान का प्रमुख दोष क्या था?

उत्तरः फ्रांस में 1791 के संविधान ने समाज के धनी वर्गों को ही राजनीतिक अधिकार दिए थे, यही प्रमुख दोष था।

27. महत्वपूर्ण राजनीतिक परिचर्चा स्थल क्या थे?

उत्तरः राजनीतिक क्लब उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक स्थल बन गए जो सरकारी नीतियों पर चर्चा करना चाहते थे और अपने स्वयं के कार्यों की योजना बनाना चाहते थे।

28. सबसे सफल राजनीतिक क्लब कौन सा था?

उत्तरः जैकोबिन क्लब सबसे सफल राजनीतिक क्लब था।

29. जैकोबिन क्लब के सदस्य कौन थे?

उत्तरः जैकोबिन क्लब के सदस्य मुख्य रूप से समाज के कम समृद्ध वर्गों जैसे छोटे दुकानदारों, कारीगरों जैसे शोमेकर, पेस्ट्री कुक, घड़ी बनाने वाले, मुद्रक, साथ ही नौकर और दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों से थे।

30. ट्यूलेरिए के महल में क्या हुआ था?

उत्तरः 10 अगस्त की सुबह उन्होंने ट्यूलेरिए के महल पर धावा बोल दिया, राजा के रक्षकों का नरसंहार किया और राजा को कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा।

31. गणतंत्र से आप क्या समझते हैं?

उत्तरः एक गणतंत्र सरकार का एक रूप है जहां लोग सरकार के मुखिया सहित सरकार का चुनाव करते हैं।

32. रोबेस्पेयर ने किसे गणतंत्र के ’दुश्मन’ के रूप में देखा?

उत्तरः रोबेस्पेयर ने कुलीन और पादरियों, अन्य राजनीतिक दलों के सदस्यों, यहां तक कि अपनी पार्टी के उन सदस्यों को भी गणतंत्र के दुष्मन के रूप में देखा, जो शासन संचालन के उनके तरीकों से सहमत नहीं थे।

33. उन लोगों का क्या हुआ जिन्हें रोबेस्पेयर ने गणतंत्र के दुश्मन के रूप में देखा था?

उत्तरः जिन लोगों को रोबेस्पेयर ने गणतंत्र के दुश्मन के रूप में देखा, उन्हें गिरफ्तार किया गया, कैद किया गया और फिर एक क्रांतिकारी न्यायाधिकरण द्वारा मुकदमा चलाया गया। अगर अदालत ने उन्हें दोषी पाया, तो उन्हें गिलोटिन किया गया।

34. फ्रांसीसी पुरुषों और महिलाओं को पारंपरिक संबोधन के बजाय क्या कहा जाता था?

उत्तरः पारंपरिक महाशय (सर) और मैडम (मैडम) के बजाय सभी फ्रांसीसी पुरुषों और महिलाओं को अब सिटोयेन और सिटीयेन (नागरिक) कहा जाने लगा।

35. समाज के सम्पत्तिहीन वर्गों को एक बार फिर मतदान के अधिकार से कब वंचित किया गया?

उत्तरः जैकोबिन सरकार के पतन के बाद नए संविधान ने समाज के सम्पत्तिहीन वर्गों को वोट देने के अधिकार से वंचित कर दिया।

36. नेपोलियन बोनापार्ट के उदय का मार्ग किसने प्रशस्त किया?

उत्तरः डिरेक्ट्री की राजनीतिक अस्थिरता ने एक सैन्य तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट के उदय का मार्ग प्रशस्त किया।

37. महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किसने किया?

उत्तरः प्रारंभिक वर्षों में क्रांतिकारी जैकोबिन सरकार ने महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कानून पेश किए।

38. लड़कियों को अब क्या करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता था?

उत्तरः लड़कियों को अब उनके पिता द्वारा उनकी इच्छा के विरुद्ध विवाह के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता था।

39. फ्रांस में विवाह के बारे में कौन सा कानून जारी किया गया था?

उत्तरः विवाह एक अनुबंध में किया गया था जो स्वतंत्र रूप से दर्ज किया गया था और नागरिक कानून के तहत पंजीकृत था। तलाक को कानूनी बना दिया गया।

40. फ्रांस तलाक के लिए कौन आवेदन कर सकता है?

उत्तरः तलाक के लिए अब पुरुष और महिला दोनों आवेदन कर सकते हैं।

41. महिलाएं अब क्या कर सकती हैं?

उत्तरः महिलाएं अब नौकरी के लिए प्रशिक्षण ले सकती हैं, कलाकार बन सकती हैं या छोटे व्यवसाय चला सकती हैं।

42. महिला क्लब कब बंद किए गए थे?

उत्तरः आतंक के शासन के दौरान नई सरकार ने कानून जारी कर महिला क्लबों को बंद करने और उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया।

43. मताधिकार और समान वेतन के लिए महिलाओं का आंदोलन कब तक जारी रहा?

उत्तरः दुनिया के कई देशों में मतदान के अधिकार और समान वेतन के लिए महिलाओं का आंदोलन अगली दो शताब्दियों तक जारी रहा।

44. वोट के लिए लड़ाई कैसे हुई?

उत्तरः वोट के लिए लड़ाई उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी की शुरुआत के दौरान एक अंतर्राष्ट्रीय मताधिकार आंदोलन के माध्यम से चलाई गई थी।

45. फ्रांसीसी महिलाओं की राजनीतिक गतिविधियों का उदाहरण जीवित क्यों रखा गया?

उत्तरः फ्रांसीसी महिलाओं की राजनीतिक गतिविधियों के उदाहरण को प्रेरक स्मृति के रूप में जीवित रखा गया।

46. जैकोबिन शासन के किसी एक सबसे क्रांतिकारी सामाजिक सुधार का नाम बताइए?

उत्तरः जैकोबिन शासन के सबसे क्रांतिकारी सामाजिक सुधारों में से एक फ्रांसीसी उपनिवेशों में दासता का उन्मूलन था।

47. तंबाकू, नील, चीनी और कॉफी जैसी वस्तुओं के महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता कौन थे?

उत्तरः कैरिबियन में उपनिवेश – मार्टीनिक, गॅाडेलोप और सैन डोमिंगो तंबाकू, नील, चीनी और कॉफी जैसी वस्तुओं के महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता थे।

48. बागानों पर मजदूरों की कमी क्यों थी?

उत्तरः दूर और अपरिचित देशों में जाने और काम करने के लिए यूरोपीय लोगों की अनिच्छा का अर्थ था बागानों में श्रमिकों की कमी।

49. त्रिकोणीय दास व्यापार से आप क्या समझते हैं?

उत्तरः यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के बीच दास व्यापार को त्रिकोणीय दास व्यापार के रूप में जाना जाता है।

50. फ्रांसीसी व्यापारियों ने दास कहाँ से खरीदे?

उत्तरः फ्रांसीसी व्यापारी बोर्डो और नान्ते बंदरगाहों से अफ्रीकी तट पर पहुंचे जहां उन्होंने स्थानीय सरदारों से दास खरीदे।

51. फ्रांसीसी व्यापारी कैरिबियन में गुलामों को कैसे लाए?

उत्तरः ब्रांडेड और बेड़ियों में जकड़े दासों को अटलांटिक के पार कैरिबियन में तीन महीने की लंबी यात्रा के लिए जहाजों में कसकर पैक किया गया था।

52. बोर्दे और नान्ते जैसे बंदरगाह शहरों के लिए दास व्यापार का क्या महत्व था?

उत्तरः बोर्दे और नान्ते जैसे बंदरगाह शहरों ने अपनी आर्थिक समृद्धि को समृद्ध दास व्यापार के स्वामित्व में रखा।

53. गुलामी को खत्म करने के लिए नेशनल असेंबली ने क्या किया?

उत्तरः नेशनल असेंबली ने इस बारे में लंबी बहस की कि क्या उपनिवेशों सहित सभी फ्रांसीसी विषयों पर मनुष्य के अधिकारों का विस्तार किया जाना चाहिए और दास प्रथा को बंद कर दिया जाना चाहिए। किन्तु दास व्यापारियों के भय से असेंबली रोक नहीं लगा पाई।

54. बास्तील के तूफान के तुरंत बाद लागू होने वाले किसी एक महत्वपूर्ण कानून का नाम बताइए?

उत्तरः एक महत्वपूर्ण कानून जो 1789 की गर्मियों में बास्तील के तूफान के तुरंत बाद लागू हुआ, वह था सेंसरशिप का खात्मा।

55. नेपोलियन द्वारा पेश किए गए कुछ कानूनों के नाम बताएं?

उत्तरः नेपोलियन ने कई कानून पेश किए जैसे निजी संपत्ति की सुरक्षा और दशमलव प्रणाली द्वारा प्रदान किए गए वजन और माप की एक समान प्रणाली।

56. नेपोलियन के किस क्रांतिकारी विचारों का लंबे समय तक प्रभाव रहा?

उत्तरः स्वतंत्रता और आधुनिक कानूनों के क्रांतिकारी विचारों का लोगों पर नेपोलियन के जाने के काफी समय बाद प्रभाव पड़ा।

लघुत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 03 अंक )

1.  टाइद और टाइल में प्रमुख तीन अंतर लिखिए।

उत्तरः टाइद और टाइल में अंतर –

   

क्रं.

टाइद

टाइल

1.

यह एक धार्मिक कर था जो चर्च को दिया जाता था।

यह राज्य को दिया जाने वाला कर था।

2.

यह प्रत्यक्ष कर था।

यह अप्रत्यक्ष कर था।

3.

यह कृषि उपज का दसवां हिस्सा होता था।

यह जमीन की मात्रा के आधार पर लगाया जाता था।

 2.  डिरेक्ट्री से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर-जैकोबिन क्लब के प्रमुख मैक्समिलियन रोबेस्पेयर तथा उसके साथियों को मृत्युदंड देने के बाद सत्ता मध्यवर्ग के सम्पन्न तबकों के हाथ में आ गई और देश में नया संविधान लागू किया गया इसके तहत देश का शासन पाँच डायरेक्टरों की एक समिति के हाथ में सौंप दिया गया। जिसे डिरेक्ट्री कहा गया।

1795 से 1799 ई० तक डायरेक्टरों ने फ्राँस पर शासन किया परन्तु नेपोलियन के प्रभुत्व में आ जाने पर पहले उसने डायरेक्टरी के एक काउँसल के रूप में कार्य किया परन्तु फिर 1804 ई० में डिरेक्ट्री को भंग करके उसने अपने-आप को सम्राट घोषित कर दिया।

3.  तीसरे वर्ग (एस्टेट) की व्याख्या करें।

उत्तर-1789 ई० में, जब फ्रांस की क्रांति आरम्भ हुई, फ्रांसीसी समाज विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग और साधारण वर्ग में बँटा हुआ था। साधारण वर्ग जिसे कोई भी विशेषाधिकार प्राप्त नहीं थे, तीसरा वर्ग कहलाता था।

इस वर्ग में किसान, मजदूर, दस्तकार तथा मध्य वर्ग के लोग जैसे- अध्यापक, डॉक्टर, वकील, लेखक असैनिक अधिकारी आदि लोग सम्मिलित थे। इन सभी लोगों को कोई भी राजनीतिक अधिकार प्राप्त न थे। इन्हीं लोगों ने फ्रांस की क्रांति में विशेषाधिकार वर्ग का विरोध किया था।

4.  लुई सोलहवें का परिचय दें और बताएँ कि उसकी फ्रांस की क्रांति में क्या भूमिका थी?

उत्तर-लुई सोलहवीं फ्रांस का एक निरंकुश शासक था। वह जिद्दी और बुद्धिहीन व्यक्ति था। उसका चरित्र दुर्बल और स्वभाव अस्थिर था। वह सदा भोग-विलास में डूबा रहता था। सरकारी अधिकारियों पर उसका कोई नियंत्रण नहीं था। वह सरकारी खजाने को व्यर्थ के कार्यों में लुटाता था। उसके गलत स्वभाव के कारण ही फ्रांस की सरकार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।

अंत में उसके दोषी स्वभाव के कारण तथा चरित्र अच्छा न होने के कारण सन् 1792 में उसे फाँसी दे दी गई।

5.  रूसो का परिचय दें। उसकी फ्राँस की क्रांति में क्या भूमिका थी?

उत्तर-रूसो एक महान विचारक था। जिसके विचारों का प्रभाव फ्राँस की जनता पर अन्य लेखकों तथा विचारकों की तुलना में सबसे अधिक पड़ा। हालांकि रूसो की मृत्यु 1778 में क्रांति के पूर्व ही हो गई थी किन्तु उसकी पुस्तक सोशल कॉन्टै्रक्ट द्वारा लोगों को क्रांति के लिए प्रेरित करने वाले विचार मिले।

उसने लोगों के सामने एक ऐसे समाज की स्थापना का विचार रखा जिसमें उन्हें स्वतंत्रता, समानता और न्याय की प्राप्ति की आशा थी। उसके इन नवीन विचारों ने क्रांतिकारी विस्फोट को जन्म दिया।

6.  नेपोलियन बोनापार्ट का परिचय दें। उसकी फ्रांस की क्रांति में क्या भूमिका थी?

उत्तर-नेपोलियन फ्रांस का एक महान सेनापति था। उसने क्रांति के दिनों में फ्रांस का मान सम्मान का स्तर काफी समय तक ऊँचा बनाए रखा और उसके नाम को चार चाँद लगा दिए।

एक समय ऐसा था कि यूरोप के सब देश उसके नाम से काँपते थे। मनुष्य होने के नाते उसकी शक्तियों सीमित थी इसलिए अंत में उसे यूरोप की संगठित शक्ति के सामने झुकना पड़ा।

1815 ई० में वाटरलू की लड़ाई में उसकी हार हुई ।

7.  18 वीं शताब्दी में फ्रांस के मध्यवर्ग की किन्हीं तीन विशेषताओं का वर्णन कीजिए ।

उत्तर : फ्रांस में मध्यवर्ग तीसरे वर्ग को कहा गया है, जिसकी प्रमुख तीन विशेषताएं निम्नलिखित हैं -

1.  मध्यवर्ग ही कर चुकाता था।

2.  मध्यवर्ग ही खेती करता था।

3.  मध्यवर्ग अपने स्वामी की सेवा, नौकरी चाकरी करने मजबूर था।

8.  फ्रांसिसी क्रांति के दौरान जैकोबिन क्लब के सदस्यों के द्वारा अपनाए गए परिधानों की शैली का वर्णन कीजिए ।

उत्तरः जैकोबिनों के एक बड़े वर्ग ने गोदी कामगारों की तरह धारीदार लंबी पतलून पहनने का निर्णय किया। ऐसा उन्होंने समाज के फैशनपरस्त वर्ग, खासतौर से घुटने तक पहने जाने वाले ब्रीचेस पहनने वाले कुलीनों से खुद को अलग करने के लिए किया। यह ब्रीचेस पहनने वाले कुलीनों की सत्ता समाप्ति के एलान का उनका तरीका था इसलिए सौं कुलॉत पुरुष लाल रंग की टोपी भी पहनते थे जो स्वतंत्रता का प्रतीक थी जैकोबिनों को “सौं कुलाँत’ के नाम से जाना गया जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - बिना घुटन्ने वाले। लेकिन महिलाओं को ऐसा करने की अनुमति नहीं थी।

9.  फ्रांस की क्रांति में दार्शनिको के विचारों ने किस प्रकार आग में घी डालने का काम किया? उनके विचारो को किस प्रकार जन साधारण तक पहुचाया जाता था ?

उत्तरः लुई सरकार कि निरंकुश शासन और जर्जर हो चुकी भूखी जनता , महंगाई की मार , अमीर -गरीब की चौड़ी खाई, और असुरक्षा की भावना से फ्रांस में क्रांति की आग अभी सुलग ही रही थी कि दार्शनिकों के विचारों ने आग में घी डालने का काम किया । दार्शनिकों की किताबों में लोकतांत्रिक व्यवस्था मताधिकारों का उल्लेख था जिससे लोगों को उनके विचारों में अपना भविष्य नजर आया । उनके विचारों पर कॉफ़ी हाउसों व सैलूनो की गोष्ठियों में गर्मागरम बहस हुआ करती थी और पुस्तकों तथा अखबरो के माध्यम से उनके विचारो का व्यापक प्रचार हुआ ।

 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 04 अंक )

1.  4 अगस्त, 1789 की रात्रि में फ्रांस की नेशनल असेंबली ने जो घोषणा की थी उसके प्रमुख बिंदु को लिखें।

उत्तर- 4 अगस्त 1789 की रात्रि नेषनल असेंबली ने जो घोषणा की थी उसके प्रमुख बिंदु निम्लिखित थे :-

(क) 4 अगस्त, 1789 की रात्रि को फ्रांस की राष्ट्रीय सभा ने सामन्तवादी व्यवस्था को पूर्णतया समाप्त कर दिया।

(ख) पादरियों को अपने विशेषाधिकार त्यागने के लिए विवश किया।

(ग) धार्मिक कर टाइद का उन्मूलन हो गया तथा चर्च के पास जिन भूमियों का स्वामित्व था उनको छीन लिया गया।

(घ) इस घोषणा के परिणामस्वरूप फ्रांस की सरकार ने लगभग बीस अरब लिब्रे के बराबर की सम्पदा प्राप्त की।

2.  फ्राँस एक संवैधानिक राजतंत्र बन गया। कैसे?

उत्तर- अपनी विद्रोही प्रजा की शक्ति का अनुमान करके राजा लुई सोलहवें ने नेशनल असेंबली बेमन से ही सही पर मान्यता दे दी। यह मान्यता देते ही फ्रांस संवैधानिक राजतंत्र बन गया। जिसके अंतर्गत निम्नलिखित प्रावधान किए गए थे -

(1) फ्रांस की नेशनल असेंबली ने 1791 में संविधान के ड्राफ्ट को पूरा किया गया। इस (संविधान) का मुख्य उद्देश्य निरंकुश राजा की शक्तियों को सीमित करना था।

(2) राजनीतिक शक्तियों को किसी एक व्यक्ति के हाथ में केन्द्रित करने की बजाय सरकार के विभिन्न अंग जैसे कि व्यवस्थापिका, कार्यकारिणी एवं न्यायपालिका नामक विभिन्न संस्थाओं में बाँट दिया गया। इस कदम ने फ्राँस के राज्य प्रमुख की स्थिति बिल्कुल ब्रिटेन के राजा या रानी जैसी ही हो गई।

(3) संविधान ने कानून बनाने का कार्य नेशनल असेंबली को सौंप दिया।

(4) पुरूष और नागरिक अधिकार घोषणा पत्र जारी किया गया।

3.  फ्रांस की क्रांति से पूर्व पादरी वर्ग और कुलीन वर्ग के जीवन पर प्रकाश डालें।

उत्तर- पादरी वर्ग- रोमन कैथोलिक चर्च के पादरी लोग बहुत धनी थे और बड़ी-बड़ी जागीरों के मालिक थे। उन्हें बहुत से विशेषाधिकार प्राप्त थे। उनका जीवन बहुत विलासी था। वे धर्म की आड़ में अनेक पाप, दुराचार, और व्यभिचार करते थे। चर्च के काम के लिए उन्होंने छोटे पादरी अथवा सेवक लगा रखे थे जिन्हें बहुत कम वेतन देकर तथा अनुचित दबाब डालकर ये उनसे काम निकलवा लेते थे। यह श्रेणी राजा के पक्ष में थी।

कुलीन वर्ग- इस श्रेणी में बड़े-बड़े भूमिपति तथा सरकारी अधिकारी आदि शामिल थे।

इन लोगों के पास अपनी जागीर होती थीं। उन्हें अपने इलाके में विभिन्न गतिविधयों के संचालन का विशेषाधिकार प्राप्त होता था। उन्हें शिकार करने का भी विशेष अधिकार प्राप्त था। यदि उनके पशु किसानों की फसल या खेती को बरबाद कर देते थे तो भी किसान उनके विरुद्ध कुछ भी नहीं कर सकते थे। यह श्रणी भी राजा के पक्ष में थी।

4.  फ्रांस की क्रांति से पूर्व फ्रांस के किसानों की दशा का वर्णन करें।

उत्तर-फ्रांस की कुल जनसंख्या का लगभग 90% नागरिक किसान थे। उनका जीवन-स्तर बड़ा निम्न था। कुछ किसानों के पास अपनी भूमि थी परन्तु अधिकांश किसान भूमिहीन थे, जिन्हें कृषि-दास कहा जाता था।

वे उच्च वर्ग की भूमि पर खेती करते थे। लगान एवं अन्य कर देने के पश्चात् उसके पास अपनी उपज का बहुत कम भाग ही शेष रह पाता था। इस बचत से उन्हें पेटभर भोजन भी नहीं मिल पाता था। भूमिहीन किसानों से सामंती कर भी वसूला जाता था। किसान अपने स्वामी की सेवा बेगार करके भी करता था। उनकी दशा पशुओं से भी बुरी थी।

5.  फ्रांस की क्रांति से पूर्व फ्रांस की आर्थिक दशा का वर्णन करें।

उत्तर- फ्रांस की क्रांति के पूर्व फ्रांस की आर्थिक दशा निम्नानुसार थी -

(1) युद्धों का असर - अनेक युद्धों में भाग लेने के कारण फ्रांस की आर्थिक दशा बहुत बिगड़ गई थी। ब्रिटेन की औपनिवेशिक दासता से अमेरिका को मुक्त कराने वाले युद्ध में अपने परंपरागत शत्रु ब्रिटेन के खिलाफ बहुत अधिक मात्रा में कर्ज लेकर युद्ध लड़ा गया। जिसकी वजह से फ्रांस पर दस अरब लिब्रे का कर्ज हो गया।

(2) फिजूलखर्ची :- वर्साय के विशाल महल और दरबार की शान शौकत बनाए रखने पर बहुत अधिक धन फिजूल में खर्च होता था।

(3) अन्य नियमित खर्च :- सेना के रख-रखाव, राजदरबार, सरकारी कार्यालयों या विष्वविद्यालय के संचालन हेतु धन की आवश्यकता थी ही।

(4) कर व्यवस्था :- तीन श्रेणियों में विभाजित समाज की केवल अंतिम श्रेणी ही करों का भुगतान करती थी जबकि प्रथम और द्वितीय श्रेणी के लोग सिर्फ उपभोग करते थे बिना कोई कर दिए। जनता से लिए गए करों की पूरी राशि भी सरकारी खजाने में जमा नहीं होती थी।

(5) सम्राटों का विलासी जीवन - वहाँ के सम्राटों-लुई 14 वें, लुई 15 ये एवं लुई 16 वें के विलासी जीवन ने देश की आर्थिक स्थिति को और अधिक बिगाड़ दिया था।

6.  फ्रांस में 1789 की क्रांति के प्रारम्भ में दार्शनिकों का योगदान क्या था ? पाँच बिन्दुओं में लिखिए ।

उत्तरः दार्शनिकों ने अपने विचारों एवं अपने पुस्तकों के माध्यम से 1789 की क्रांति में बहुत बहुत बड़े योगदान दिए थे । जो निम्नलिखित है :-

(1) टू ट्रीटाईज़ेज ऑफ़ गवर्नमेंट में लॉक ने राजा और निरंकुश अधिकारों के सिद्धांत का खंडन किया।

(2) रूसो ने जनता और प्रतिनिधियों के बीच एक सामाजिक अनुबंध पर आधारित सरकार का प्रस्ताव रखा।

(3) अपनी पुस्तक द स्पिरिट ऑफ़ लॉज नामक रचना में मान्तेस्क्यु ने सरकार के अन्दर विधायिका,कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता विभाजन की बात कही ।

(4) दार्शनिकों के इन विचारों पर कॉफी हाउसों व सैलॉन की गोष्टियों में गर्मागर्म बहस हुआ करती और पुस्तकों एवं अखबारों के माध्यम से इनका व्यापक प्रचार-प्रसार हुआ।

(5) पुस्तकों एवं अखबारों को लोगों के बीच शोर से पढ़ा जाता ताकि अनपढ़ भी उन्हें समझ सके।

7.  फ्रांस में क्रांतिकारी विरोध के लिए उत्तरदायी कारणों का विश्लेषण कीजिए ।

 उत्तर : फ्रांस में क्रांतिकारी विरोध के लिए उत्तरदायी कारण निम्नलिखित थे :-

1.  राजनीतिक कारण - फ्रांस में बूर्बो राजवंश का शासन था जिसके द्वारा पादरी तथा कुलीन वर्ग को विशेषाधिकार दिए गए थे जिनका इस्तेमाल करके वे तीसरे वर्ग के नागरिकों से कर वसूलते थे और अय्याशी का जीवन जीते थे। दसरी तरफ राजा भी निरंकुश था जिससे आम जनता परेशान थी।

2.  आर्थिक कारण - फ्रांस लम्बे समय तक ब्रिटेन से चले युद्धों के चलते कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। कर्ज का ब्याज दिनों दिन बढ़ता जा रहा था। दूसरी तरफ राजदरबार के खर्चे, विदेशी मेहमानों की आवभगत तथा विश्वविद्यालयों के बढ़ते खर्चों से सरकार कर में वृद्धि के लिए बाध्य हो गई।

3.  धार्मिक कारण - चर्च का राजदरबार पर प्रभाव था तिा चर्च के कार्य करने वाला समूह जिनको पादरी कहा जाता था वे धर्म की सेवा के नाम पर जनता से दस प्रतिशत तक कर वसूलते थे। जबकि चर्च और पादरियों द्वारा आम जनता को कोई लाभ नहीं दिया जाता था। धर्म के नाम पर होने वाली इस लूट से आम जनता परेशान थी।

4.  सामाजिक कारण - तत्कालीन समाज तीन वर्गां में विभाजित था। जिसमें प्रथम और द्वितीय वर्ग विषेषाधिकार प्राप्त थे जबकि तीसरा वर्ग उनकी नौकरी चाकरी करने मजबूर

8.  नैशनल असेंबली द्वारा बनाये गए संविधान के किन्ही पाँच प्रावधानों की व्याख्या कीजिए ।

उत्तरः नैशनल असेंबली द्वारा बनाये गए संविधान के पाँच प्रावधान निम्न लिखित हैं -

(1) मजदूरी और कीमतों की अधिकतम सीमा तय कर दी गई।

(2) गोश्त और पावरोटी की राशनिंग कर दी गई ।

(3) महँगे और सफ़ेद आटे के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गयी ।

(4) सभी को साबुत गेंहूँ से बनी और बराबरी का प्रतीक मानी जाने वाली,समता रोटी खाना अनिवार्य कर दिया गया ।

(5) बोलचाल और संबोधन में बराबरी का आचार-व्यवहार लागू करने की कोशिश की गई थी।

9.  क्रान्तिकारी सरकार ने महिलाओं के जीवन में सुधार लाने वाले कौन-कौन से कानून लागू किये ?             अथवा

क्रान्तिकारी सरकार द्वारा फ्रांस में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिए लागु किये गए किन्ही पाँच कानूनों का उल्लेख कीजिए ।

उत्तरः

(1) सरकारी विद्यालयों की स्थापना के साथ ही सभी लड़कियों के लिए स्कूली शिक्षा अनिवार्य बना दिया गया ।

(2) पिता उनके मर्जी के खिलाफ शादी के लिए बाध्य नहीं कर सकते थे ।

(3) शादी को स्वैच्छिक अनुबंध माना गया और नागरिक कानूनों के तहत उनका पंजीकरण किया जाने लगा ।

(4) इस कानून में तलाक को क़ानूनी रूप दे दिया गया ।

(5) इस कानून के अनुसार महिलाएं अब व्यावसायिक प्रशिक्षण ले सकती थी, कलाकार बन सकती थी और छोटे-मोटे व्यवसाय चला सकती थी ।

10. फ्रांस में 1791 के संविधान के तहत किस प्रकार की राजनितिक पद्धति ने कार्य किया ?

उत्तरः फ्रांस में 1791 के संविधान के तहत निम्नलिखित राजनितिक पद्धति ने कार्य किया :-

(अ) सम्राट की शक्तियों को सीमित कर दिया गया ।

(ब) अब सत्ता एक व्यक्ति के हाथ में केंद्रीकृत होने के बजाय अब इन शक्तियों को विभिन्न संस्थाओं जैसे : विधायिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका में विभाजित एवं हस्तांतरित कर दिया गया।

(स) मताधिकार के लिए दो श्रेणियां निश्चित कर दी गई, जिसमें सक्रिय नागरिक एवं निष्क्रिय नागरिक शामिल थे ।

(द) सक्रिय नागरिक वोट द्वारा न्यायाधीश का चुनाव करते थे ।

11. ओलम्प दे गूज के घोषणापत्र में उल्लिखित मूलभूत अधिकार का वर्णन करें।

उत्तर-ओलम्प दे गूज के घोषणापत्र में उल्लिखित मूलभूत अधिकार-

(क) औरत जन्मना स्वतंत्र है और अधिकारों में पुरुष के समान है।

(ख) सभी राजनीतिक संगठनों का लक्ष्य पुरुष एवं महिला के नैसर्गिक अधिकारों को संरक्षित करना है ये अधिकार है- स्वतंत्रता, संपत्ति, सुरक्षा और सबसे बढ़कर शोषण के प्रतिरोध का अधिकार।

(ग) समग्र संप्रभुता का स्त्रोत राष्ट्र में निहित है जो पुरुषों एवं महिलाओं के संघ के सिवाय कुछ नहीं है।

(घ) कानून सामान्य इच्छा की अभिव्यक्ति होनी चाहिए। सभी महिला एवं पुरुष नागरिकों का या तो व्यक्तिगत रूप से या अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से विधि-निर्माण में दखल होना चाहिए।

यह सभी के लिए समान होना चाहिए। सभी महिला एवं पुरुष नागरिक अपनी योग्यता एवं प्रतिभा के बल पर समान रूप से एवं बिना किसी भेदभाव के हर तरह के सम्मान व सार्वजनिक पद के हकदार हैं।

(ङ) कोई भी महिला अपवाद नहीं है। वह विधिसम्मत प्रक्रिया द्वारा अपराधी ठहरायी जा सकती है, गिरफ्तार और नजरबंद की जा सकती हैं पुरुषों की तरह महिलाएँ भी इस कठोर कानून का पालन करें।

12. फ्रांस की एक डिरेक्ट्री का शासन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर-फ्राँस की एक डिरेक्ट्री का शासन-

(अ) डिरेक्ट्री का गठन- जैकोबिन सरकार के पतन ने फ्रॉस के अधिक सम्पत्तिवान मध्यम वर्गों को राजनीतिक सत्ता हथियाने की अनुमति दी।

एक नया संविधान लागू किया गया था जिसने फ्रांसीसी समाज के बिना संपत्ति वाले सामाजिक वर्गों के लोगों को मताधिकार नहीं प्रदान किया।

(ब) नये संविधान ने दो निर्वाचित की जाने वाली विधान परिषदों की व्यवस्था की। इन सभाओं ने चुनाव के बाद तब एक डिरेक्ट्री को नियुक्त किया।

इस डिरेक्ट्री ने पाँच सदस्यों वाली एक कार्यकारिणी के हाथों में शक्तियाँ केन्द्रित न हों। जैसे कि जैकोबिन के अधीन राजनीतिक शक्तियों केन्द्रित होती थीं।

(स) जो भी हो, इस डिरेक्ट्री के सदस्यों ने प्रायः विधायी परिषदों के साथ झगड़ा किया, तब उसने इन्हें (अर्थात् निर्देशकों) पदों से अलग करने की माँग की।

(द) डिरेक्ट्री की राजनीतिक अस्थिरता ने सैनिक तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट के उत्थान के लिए मार्ग प्रशस्त किया।

(इ) सरकार के रूप में उपरलिखित परिवर्तनों के साथ आने वाली शताब्दी में फ्रॉस की क्रांति अपने आदर्शों-स्वतंत्रता, देश के कानून के सामने समानता और भाईचारे की भावना से ओत-प्रोत फ्रॉस तथा शेष यूरोप के लिए राजनीतिक आंदोलनों को शुरू करने वाली प्रेरणा बनी रही।

13. फ्रांस में दासता का उन्मूलन विषय पर एक संक्षिप्त नोट लिखें।

उत्तर-दासता का उन्मूलन-

(अ) संपूर्ण फ्रांस में 18 वीं शताब्दी में दासता की बहुत ही थोड़ी आलोचना हुई। फ्रांस की राष्ट्रीय असेम्बली ने लम्बे वाद-विवाद किये कि क्या आदमी के अधिकारों का विस्तार फ्रांस के सभी उपनिवेशों के लोगों सहित विस्तृत कर दिया जाये अथवा नहीं।

हमें याद रखना चाहिए कि उस समय इंग्लैंड के बाद फ्रांस का औपनिवेशिक साम्राज्य विश्व में सर्वाधिक विस्तृत था।

(ब) व्यापारी लोगों जिनकी आमदनी दास व्यापार पर ही निर्भर थी, से भारी विरोध होने के डर से राष्ट्रीय असेम्बली ने कोई भी कानून पास नहीं किया।

(स) सन् 1794 में फ्रांस की सभा ने एक कानून पास करके सभी दासों को स्वतंत्र कर दिया। जो भी हो यह एक अल्पकालिक उपाय साबित हुआ। दस वर्षों के बाद नेपोलियन बोनापार्ट ने दासता को दुबारा मान्यता दे दी।

(द) फ्रांस के बागान मालिकों ने लोगों को दास बनाना अपना अधिकार समझा तथा अपने आर्थिक स्वार्थों के लिए अफ्रीकी नीयो को गुलाम बनाए रखा।

(इ) अंततः 1848 में फ्रांस के उपनिवेशों से दासता को समाप्त कर दिया गया।

पाठ्य पुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न क्रमांक :1. फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितयों में हुई ?

उत्तरः फ्रांस में क्रांति की शुरुआत निम्न परिस्थितयों में हुई :

(अ) लुई सोलहवें का शासन था और कई बार युद्ध की मार झेलने से फ्रांस की आर्थिक स्थिति जर्जर हो चुकी थी । अब उसे फिर से नए कर बढ़ाने की आवश्यकता थी ।

(ब) मजदूरों, व्यवसायियों एवं किसानों का शोषण हो रहा था । मजदूरी महंगाई की दर से नहीं बढ़ रही थी।

(स) किसानों की फसलें कड़ाके की ठंड के कारण मारी गई थी और खाने-पीने की वस्तुओं के दाम आसमान छूने लगे थे।

(द) राज्य के खर्चां को पूरा करने फिर से कर लगाने लुई ने मन बनाया और एस्टेट जनरल   की बैठक बुलाई तो आम जनता (तीसरे एस्टेट) का गुस्सा भड़़क उठा।

(इ) तीसरे एस्टेट के प्रनितिधि अब खुद को नैशनल असेंबली घोषित कर चूके थे और नए संविधान भी बनाना शुरू कर दिया था । इस समय कुछ दार्शनिकों के विचार और निरंकुश शासन से पूरा फ्रांस आंदोलित होने लगा था ।

प्रश्न क्रमांक :2. फ्रांसिसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला? कौन से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए ? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई ?

उत्तरः फ्राँसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला- सर्वसाधारण श्रेणी के फ्रांस के सभी लोगों को क्रांति से लाभ मिला क्योंकि जब उन्हें सभी प्रकार के कर जो प्रथम एस्टेट और द्वितीय एस्टेट को देने पड़ते थे, उन्हें अधिकार नाम की कोई चीज प्राप्त नहीं थी।

इस श्रेणी में गाँवों के किसान, शहरों के मजदूर और मध्य श्रेणी के लोग जैसे कर्मचारी, वकील, व्यापारी, चिकित्सक आदि लोग सम्मिलित थे। क्रांति के पश्चात् ऐसे लोगों को शोषण से मुक्ति मिली और स्वतंत्रता, समानता और बन्धुत्व के अधिकार प्राप्त हुए।

कौन से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए- उच्च वर्ग के लोगों जो प्रथम और द्वितीय वर्गों में आते थे, को अपनी शक्तियों से हाथ धोना पड़ा क्योंकि केवल इन्हीं लोगों को विशेषाधिकार प्राप्त थे।

ऐसे वर्गों में उच्च पादरी, सामंत और कुलीन लोग सम्मिलित थे। अब फ्रांस में समानता और बन्धुत्व के आधार पर समाज का गठन किया गया।

क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई होगी- निसन्देह जिन वर्गों के पास विशेषाधिकार थे उन्हीं को क्रांति के परिणामों से निराशा हो सकती थी। चर्च की संपत्ति को छीन लिया गया और उसे जनसाधारण में बाँट दिया गया ऐसे में पादरी वर्ग को काफी निराशा हुई।

इसी प्रकार जब कुलीन वर्ग के कर एकत्रित करने तथा खुलेआम शिकार करने के अधिकारों को समाप्त कर दिया गया तो उन्हें भी क्रांति के परिणामों से निराशा ही होने वाली थी।फ्रांसिसी समाज के तीसरे तबकों को क्रांति का फायदा मिला ।

प्रश्न क्रमांक :3. उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसिसी क्रांति कौन सी विरासत छोड़ गई ?

उत्तरः उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसिसी क्रांति निम्न विरासतें छोड़ गई।

(अ) स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसिसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे।

(ब) विश्व के अधिकांश देशों के अन्दर जहाँ इस तरह की क्रांति की आवश्यकता थी उन्हें फ्रांस की क्रांति से प्रेरणा मिली ।

(स) अमेरिका, रूस और इंग्लैंड में भी इस क्रांति की प्रेरणा से क्रांतियां हुईं और विश्व पटल पर आमूल परिवर्तन हुए ।

(द) इस क्रांति की प्रेरणा से विश्व के अनेक देशों में सामाजिक, राजनैतिक और क्रन्तिकारी आन्दोलन हुए ।

(इ) इस क्रांति से तानाशाही और निरंकुश शासकों का अंत हुआ और विश्व जनमानस अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आन्दोलन को प्रेरित हुए ।

प्रश्न क्रमांक :4. उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्गम फ्रांसिसी क्रांति में है ।

उत्तरः भारत के संविधान के द्वारा हमको निम्नांकित छः मौलिक अधिकारों प्राप्त हैं-

(क) समानता का अधिकार,

(ख) स्वतंत्रता का अधिकार,

(ग) शिक्षा एवं संस्कृति का अधिकार,

(घ) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार,

(ङ) शोषण के विरुद्ध अधिकार,

(च) संवैधानिक उपचारों का अधिकार।

इन अधिकारों को निरीक्षण करें तो हमें आसानी से इस बात का ज्ञान हो जाता है कि इनमें से बहुत से अधिकारों का उत्पत्ति का स्रोत फ्रांस की क्रांति ही है-

(क) समानता का अधिकार- समानता का अधिकार फ्रांस की क्रांति की ही देन है। फ्राँस के क्रांतिकारियों ने समानता के अधिकार को प्राप्त करने पर बहुत जोर दिया क्योंकि वे अनेक प्रकार की समाज में व्याप्त असमानताओं से अप्रसन्न थे।

क्रांति के सफल होने पर एक ऐसे समाज की नींव पड़ी जो समानता के नियमों पर आधारित थी पादरी और कुलीन वर्ग के सभी विशेषाधिकारों को समाप्त कर दिया गया।

(ख) स्वतंत्रता का अधिकार- इस अधिकार की जननी भी फ्रांस की क्रांति ही थी। इस क्रांति ने राजा के दैवी अधिकारों को समाप्त कर दिया और जनसाधारण को सामन्तों और पादरी वर्ग द्वारा थोपे गए बहुत से बन्धनों को धराशायी करके लोगों को मुक्ति दिलाई।

(ग) प्रजातंत्र की भावना को प्रोत्साहित करना- फ्रांस की क्रांति ने फ्रांस के राजा और रानी को फाँसी पर चढ़ाकर देश में प्रजातंत्र की स्थापना की।

(घ) बन्धुत्व की विचारधारा को प्रोत्साहन देना- ऊँच-नीच की सभी दीवारों को तोड़ कर फ्रांस की क्रांति ने भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित किया अब समाज के सभी वर्गों- किसानों, मजदूरों, कारीगरों, गरीबों, महिलाओं आदि के लिए अनेक सुधार किये जाने लगे। ऐसी भावना के जागृत होने से सभी लोगों को विभिन्न अधिकारों से लाभ उठाने के सुअवसर प्राप्त हो सके।

प्रश्न क्रमांक :5. क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के सन्देश में नाना अंतर्विरोध थे ?

उत्तरः सार्वभौमिक अधिकारों का सन्देश वास्तव में अन्तर्विरोध से घिरा था :-

(1) मनुष्य और नागरिक अधिकारों की घोषणा में कई आदर्श संदिग्ध थे । उदाहरण के लिए “कानून केवल समाज के हानिकारक कार्यवाहियों को रोकने के लिए ही अधिकार रखता था“ जबकि अन्य व्यक्तियों के खिलाफ अपराधिक अपराधों के बारे में कहने के लिए कुछ भी नहीं था।

(2) घोषणा में यह कहा गया है कि “कानून समान्य इच्छा की अभिव्यक्ति है । सभी नागरिकों को इसके गठन में भाग लेने का अधिकार है, और सभी नागरिक इसके समक्ष समान हैं । जबकि उस समय जब फ्रांस एक संवैधानिक राजशाही बन गया था तब लगभग 3 लाख पुरुषों और महिलाओं को जो 25 वर्ष के आयु के अंतर्गत थे उन्हें वोट देने की अनुमति नहीं थी ।

अतः इससे स्पष्ट है कि सार्वभौमिक अधिकार फ्रांसिसी समाज के कुछ वर्गों तक ही सीमित था और संविधान अमीरों के लिए ही उपलब्ध था ।

प्रश्न क्रमांक :6 नेपोलियन के उदय को कैसे समझा जा सकता है ?

उत्तरः नेपोलियन बोनापार्ट का जन्म 17690 में रोम सागर के द्वीप कोर्सिका की राजधानी अजासियों में हुआ था। वह असाधारण प्रतिभा का स्वामी था । उसने पेरिस के फौजी स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर सेना में भर्ती हुआ और असीम वीरता, साहस और सैनिक योग्यता द्वारा उन्नति कर सेनापति बन गया। उसने ब्रिटेन,आस्ट्रिया और सार्डीनिया के विरूद्ध विजय प्राप्त की । तत्पश्चात वह डायरेक्टरी का प्रथम बना और थोडे समय में ही वह फ्रांस का सम्राट बन गया । उसने अपनी योग्यता और कुशलता से फ्रांस में शांति व्यवस्था स्थापित की ।

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 अभ्यास हेतु विश्लेष्णात्मक प्रश्न

High Order Thinking Skills Questions for Practise

 1.  मकड़ा ओर मक्खी शीर्षक वाले चित्र में कुलीन व्यक्ति को मकड़ी और किसान को मक्खी के रूप में क्यों चित्रित किया गया है?

2.  आर्थर यंग के अनुसार वह क्या संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं? गुलामों से उनका क्या आशय है? वह किसकी आलोचना कर रहे हैं? सन 1787 में उन्हें किन खतरों का आभास होता है?

3.  फ्रांस की घटनाओं से निरकुंश राजतंत्र वाले प्रशा, ऑस्ट्रिया, हंगरी या स्पेन आदि देशों पर क्या प्रभाव पड़ा होगा?

4.  महिलाओं के विरूद्ध टिप्पणी करने वाले शोमेत को आप क्या जवाब देंगे?

5.  फ्रांसीसी क्रांति के किस क्रांतिकारी ने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया और क्यों?

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धन्यवाद
आप सफल हों


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