भारत का भौतिक स्वरूप कक्षा 9

भारत का भौतिक स्वरूप


अध्याय के concept को समझने के लिए महत्पवूर्ण वीडियो लिंक

भारत का भौतिक स्वरुप: हिमालय पर्वत / The Physical Features of India: The Himalayan Mountains

https://youtu.be/F6GaSMv9M7I

भारत का भौतिक स्वरुप: उत्तरी मैदान / The Physical Features of India: The Northern Plains

https://youtu.be/6n4Yl27M0Ug

भारत का भौतिक स्वरुप: प्रायद्वीपीय पठार / The Physical Features of India: The Peninsular Plateau

https://youtu.be/mZZJv7ysksk

भारत का भौतिक स्वरुप: भारतीय मरुस्थलतटीय मैदानद्वीप समूह

https://youtu.be/LBqAVonpbbs

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महत्वपूर्ण तथ्य :

1. हिमालय और उत्तरी मैदान नवीनतम बनी स्थलाकृतियां हैं।

2. हिमालय की पूरी पर्वत श्रृंखला युवा स्थलाकृति है।

3. बनावट की दृष्टि से हिमालय एक वलिय पर्वत है।

4. हिमालय पर्वत श्रृंखला सिंधु नदी से ब्रम्हपुत्र नदी तक फैली हुई है।

5. हिमालय विश्व की सबसे ऊँची पर्वत श्रेणी है।

6. हिमालय पर्वत की लम्बाई 2400 किलोमीटर है।

7. हिमालय पर्वत की चौड़ाई कश्मीर में 400 किमी तथा अरूणाचल में मात्र 150 किमी है।

8. देशांतरिय विस्तार में हिमालय को तीन भागों में बांट सकते हैं।

9. दोआब का अर्थ होता है दो नदियों के बीच का भाग।

10. भाबर - हिमालयीन नदियां पर्वतों से नीचे उतरते समय शिवालिक पर्वत की ढाल पर 8 से 16 किमी के चौड़ी पट्टी में गुटिका (कंकड़) का निक्षेपण करती हैं। इसे भाबर के नाम से जाना जाता है।

11. भाबर क्षेत्र की सरन्ध्रता इतनी अधिक है कि यहाँ पर सारी नदियाँ लुप्त हो जाती हैं।

12. यहाँ पर ’यूलालिओप्सिस बिनाता’ (भाबर घास ) नामक स्थानीय घास प्रमुख रूप से पाई जाती है।

13. इस घास के यहाँ बड़ी मात्रा में पाए जाने से ही इस क्षेत्र का नाम ’भाभर’ पड़ा।

14. अधिकांशतः इस घास का उपयोग मुख्यतः कागज़ और रस्सी बनाने के लिए किया जाता है।

15. तराई - भाबर प्रदेश में विलुप्त हुई नदियां जब पुन। मैदानी क्षेत्र में बाहर निकलती हैं तो नम (तर) एवं दलदली क्षेत्र का निर्माण करती हैं। जिसे तराई कहते हैं।

16. तराई क्षेत्र के जंगलों को देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तानी शरणार्थियों को बसाने के लिए काट दिया था।

17. भांगर - पुरानी जलोढ़ मिट्टी से बने क्षेत्र को भांगर कहते हैं।

18. खादर - नवीनतम जलोढ़ मिट्टी का मैदान।

19. प्रायद्वीप पठार पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से मिलकर बना है।

20.प्रायद्वीपीय पठार में पाई जाने वाली काली मिट्टी को दक्कन ट्रैप के नाम से जाना जाता है।

21. मरूस्थल में रेत पर बने बालू के टीलों को बरखान कहते हैं।

22. बंगाल की खाड़ी के साथ विस्तृत मैदान चौड़ा एवं समतल है। उत्तरी भाग में इसे उत्तरी सरकार कहते हैं।

23. लक्षद्वीप प्रवाल से बना द्वीप है।

24. चिल्का झील भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील है।

25. चिल्का झील ओडिशा में महानदी डेल्टा के दक्षिण में स्थित है।

26. भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी अंडमान और निकोबर द्वीप समूह के बैरेन द्वीप पर स्थित है।

27. ब्रम्हपुत्र नदी में स्थित माजुली विश्व का सबसे बड़ा नदीय द्वीप है। जहाँ लोगों का निवास है।

28. प्रायद्वीपीय पठार एक मेज की आकृति वाला स्थल है।

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प्रश्नावली (पाठ्यपुस्तक आधारित )

1. निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए -

(i) एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुद्र से घिरा हो -

(क) तट                         (ख) प्रायद्वीप

(ग) द्वीप                           (घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर   (ख) प्रायद्वीप 

(ii) भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वत का संयुक्त नाम -

(क) हिमाचल         (ख) पूर्वांचल

(ग) उत्तराखंड         (घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर   (ख) पूर्वांचल  

(iii) गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिम तटीय पट्टी -

(क) कोरोमंडल            (ख) कन्नड़

(ग) कोंकण़               (घ) उत्तरी सरकार

उत्तर   (ख) कन्नड़

(iv) पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर -

(क) अनाईमुडी            (ख) महेंद्रगिरी

(ग) कंचनजंगा             (घ) खासी

उत्तर   (ख) महेंद्रगिरी

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए।

(i) भाबर क्या है?

उत्तर : भाबर - हिमालयीन नदियां पर्वतों से नीचे उतरते समय शिवालिक पर्वत की ढाल पर 8 से 16 किमी के चौड़ी पट्टी में गुटिका (कंकड़) का निक्षेपण करती हैं। इसे भाबर के नाम से जाना जाता है। भाबर क्षेत्र की सरन्ध्रता इतनी अधिक है कि यहाँ पर सारी नदियाँ लुप्त हो जाती हैं।

भाबर नामकरण इस क्षेत्र में पाजाने वाली भाबर घास (यूलालिओप्सिस बिनाता) के कारण हुआ। अधिकांशतः इस घास का उपयोग मुख्यतः कागज़ और रस्सी बनाने के लिए किया जाता है।

(ii) हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में लिखिए।

उत्तर :  हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में निम्नलिखित हैं    

1. महान हिमालय या आंतरिक हिमालय या हिमाद्रि

2. हिमाचल या निम्न हिमालय

3. शिवालिक हिमालय।

(iii) अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों में कौन सा पठार स्थित है?

उत्तर - मालवा का पठार

(iv) भारत के उन द्वीपों के नाम बताइए जो प्रवाल भित्ति के हैं।

उत्तर - लक्षद्वीप

3. निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए।

(i) बांगर और खादर

(ii) पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट

उत्तर : बांगर और खादर में अंतर

बांगर

खादर

1. ये पुरानी जलोढ़ मिट्टी वाले भू भाग हैं।

1. ये नवीनतम जलोढ़ मिट्टी वाले भू भाग हैं।

2. इसकी संरचना जलोढ़ के जमाव के

छज्जेनुमा हो जाती है।

2. लगभग हर वर्ष इसकी मिट्टी बदलती रहती है।

3. ये नदियों के बाढ़ वाले मैदान के ऊपर स्थित हैं।

3. ये नदियों के बाढ़ वाले मैदान होते हैं।

4. यह भू भाग अनुपजाऊ होता है।

4. यह भू भाग अत्यधिक उपजाऊ होता है।

     

पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट में अंतर

 

पूर्वी घाट

पश्चिमी घाट

1. दक्षिण के पठार का पूर्वी सिरा पूर्वी घाट कहलाता है।

1. दक्षिण के पठार का पश्चिमी सिरा पश्चिमी घाट कहलाता है।

2. पूर्वी घाट सतत हैं जिन्हें सीधे पार करना कठिन है।

2. पश्चिमी घाट अनियमित हैं। 

3. पूर्वी घाट की ऊँचाई कम है।

3. पश्चिमी घाट की ऊँचाई अधिक है।

4. पूर्वी घाट का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर अनाईमुड़ी है।

4. पश्चिमी घाट का सबसे ऊँचा शिखर  महेन्द्रगिरि है।

4. भारत के प्रमुख भू आकृतिक विभाग कौन से हैं? हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप पठार के उच्चावच लक्षणों में क्या अंतर है?

उत्तर :- भारत के प्रमुख भू - आकृतिक विभाग निम्नलिखित हैंः-

1. हिमालय पर्वत श्रृंखला

2. उत्तरी मैदान

3. प्रायद्वीपीय पठार

4. भारतीय मरूस्थल

5. तटीय मैदान

6. द्वीप समूह

हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप पठार के उच्चावच लक्षणों में अंतर -

हिमालय

प्रायद्वीपीय पठार

(i) हिमालय भारत की उत्तरी सीमा पर स्थित है।

(i) प्रायद्वीपीय पठार भारत के दक्षिणी भाग में विस्तृत रूप से फैला है।

(ii) यह बहुत ऊँची पर्वतीय दीवार बनता है।

(ii) यह उत्तर से चौड़ा और दक्षिण से संकरा है।

(iii) उत्तर-दक्षिण में हिमालय पर्वत की तीन श्रंखलाएँ है-हिमांद्री, हिमाचल, शिवालिक।

(iii) प्रायद्वीपीय पठार के प्रमुख रूप दो विभाजन है-दक्षिण का पठार और मध्य उच्चभूमि।

(iv) पूर्व-पश्चिम हिमालय में पंजाब हिमालय, कुमाऊँ, नेपाल हिमालय, असम हिमालय शामिल है।

(iv) इस क्षेत्र में इस तरह का कोई विभाजन नहीं है। पश्चिम से पूर्व के अंतर्गत मालवा, बुंदेलखंड तथा छोटा नागपुर का पठार शामिल है।

(v) माउंट एवरेस्ट, कंचनजुंगा धौलागिरी आदि विश्व के सबसे ऊँचे शिखर है जो हिमालय में स्थित है। इनमे से कुछ 8,000 मीटर ऊँचे है।

(v) ये क्षेत्र उँचाई में कम है इनकी सबसे ऊँची चोटी अनाइमुंडी है जो 2,695 मीटर है।

(vi) हिमालय के जो ऊँचे क्षेत्र है वे हमेशा बर्फ से ढके रहते है। यहाँ कई हिमानिया स्थित है, जहाँ से बारहमासी नदियों का उद्धभव होता है इन्हे हिम व वर्षा दोनों से जल प्राप्त होता है।

(vi) यहाँ सदा बर्फ नहीं रहती नदियों को केवल वर्षा से ही जल प्राप्त होता है, इसलिए वे मौसमी नदिया होती है।

(vii)ये नवीन वलित पर्वत है। इनका निर्माण भूगर्भीय काल में ’टेथिस’ भू- अभिनति के अवसादी चट्टान के वलित होने के कारण हुआ है।

(vii)प्रायद्वीपीय पठार प्राचीनतम भू-भाग का एक हिस्सा है क्रिस्टलीय, आम्नेय व रूपांतरित शैलों से इनका निर्माण हुआ।

5. भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन कीजिए।

उत्तर :- उत्तरी मैदान सिंधु, गंगा तथा ब्रम्हपुत्र मथा इनकी सहायक नदियों द्वारा बहा कर लाए गए निक्षपों अर्थात जलोढ़ मुदा से बना हुआ है। लाखों वर्षां तक हिमालय पर्वत के गिरिपाद में स्थित बड़े बेसिन (द्रोणी) में जलोढ़ों का निक्षेप हुआ। जिससे इस उपजाऊ मैदान का निर्माण हुआ है।

यह मैदान 7 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस मैदान की लम्बाई 2400 किमी तथा चौड़ाई 240 से 320 किमी है।समृद्ध मृदा आवरण, पर्याप्त पानी की उपलब्धता एवं अनुकूल जलवायु के कारण कृषि की दृष्टि से यह भारत का अत्यंत उत्पादक क्षेत्र है। आजीविका की इन अनुकूल परिस्थितियों के कारण यह क्षेत्र भारत की सघन जनसंख्या वाला क्षेत्र है।

उत्तरी मैदान के पश्चिमी भाग को पंजाब का मैदान, फिर घग्घर और तीस्ता के बीच गंगा का मैदान और ब्रम्हपुत्र का मैदान के रूप में वर्गीकृत है। उत्तरी मैदन के प्रमुख भारतीय राज्य पंजाब, हरियाण, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा असम है।

किसी पर्वत श्रेणी और मैदानी भाग के मध्य स्थित लघु पहाड़ियों की श्रृंखला या पेटी जो पर्वत श्रेणी के लगभग सामानांतर तथा उससे संलग्न होती है। उदाहरणार्थ, हिमालय पर्वत के दक्षिण में स्थित शिवालिक श्रेणियां उसके गिरिपाद के रूप में हैं।

द्रोणी उस क्षेत्र को कहते हैं जो किसी विशेष नदीप्रणाली के अंतर्गत आता हो अर्थात् एक प्रधान नदी एवं उसकी विभिन्न सहायक नदियाँ जिस क्षेत्र से अपना जल इकट्ठा करती हैं वह द्रोणी है।

6. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए -

(i) मध्य हिमालय

(ii) मध्य उच्च भूमि

(iii) भारत के द्वीप समूह

(iv) भारतीय मरूस्थल।

उत्तर :

(i) मध्य हिमालय - हिमाद्रि के दक्षिण में स्थित हिमालय जिसे निम्न हिमालय या शिवालिक के नाम से जानते हैं। इसे मध्य हिमालय भी कहते हैं। यह श्रृंखला सबसे अधिक असम है। इन श्रृंखलाओं का निर्माण अत्यधिक संपीड़ित तथा परिवर्तित शैलों से हुआ है। इनकी ऊँचाई 3700 मीटर से 4500 मीटर के बीच है तथा औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है। पीरपंजाल श्रृंखला सबसे लम्बी तथा महत्वपूर्ण है। धौलाधार एवं महाभारत श्रृंखलाएं भी महत्वपूर्ण है। इसी श्रृंखला में कश्मीर की घाटी तथा हिमाचल के कांगड़ा एवं कुल्लू की घाटियां स्थित हैं।

(ii) मध्य उच्च भूमि : प्रायद्वीपीय क्षेत्र का वह भाग जो नर्मदा नदी के उत्तर में पड़ता है और मालवा के पठार के एक बड़े हिस्से पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि कहा जाता है। यह दक्षिण में विंध्य श्रेणी और उत्तर-पश्चिम में अरावली की पहाड़ियों से घिरा है। आगे जाकर यह पश्चिम में भारतीय मरुस्थल से मिल जाता है जबकि पूर्व दिशा में इसका विस्तार छोटानागपुर के पठार द्वारा प्रकट होता है।

इस क्षेत्र में नदियाँ दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर बहती हैं। इस क्षेत्र के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुन्देलखण्ड, बाघेलखण्ड और छोटानागपुर पठार कहा जाता है। छोटानागपुर पठार आग्नेय चट्टानों से बना है। आग्नेय चट्टानों में खनिज भरपूर मात्रा में होते हैं और इसलिए इस पठार को खनिजों का भण्डार कहा जाता है।

(iii) भारत के द्वीप समूह : लक्षद्वीप मुख्यभूमि के दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर में केरल के मालाबार तट के पास स्थित है। पहले इनको लकादीव, मीनीकाय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। 1973 में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय कावारती में है। यह द्वीप समूह छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है। यह 32 वर्ग कि0मी0 के छोटे से क्षेत्र में फैला हुआ है। इस द्वीप समूह पर पौधों एवं जीवों की बहुत सी प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

(iv) भारतीय मरुस्थल - इसको थार मरुस्थल के नाम से भी जाना जाता है। यह अरावली की पहाड़ियों के दक्षिणी किनारे की ओर स्थित है। यह बालू के टिब्बों से भरा हुआ रेतीला मैदान है। यहाँ पूरे वर्ष में 150 मि0मि0 से भी कम वर्षा होती है। यह पूरे राजस्थान में फैला हुआ है। इसकी जलवायु शुष्क है और यहाँ वनस्पति भी बहुत कम है। वर्षा ऋतु में कुछ समय तक कई सरिताएँ नजर आती हैं जो वर्षा रुकने के साथ ही विलुप्त हो जाती हैं। ’लूनी’ इस क्षेत्र की एकमात्र बड़ी नदी है। अर्द्धचंद्राकार रेत के टिब्बे जिन्हें बरकान कहा जाता है, भारतीय मरुस्थल की प्रमुख विशेषता है। ऊँट मरुस्थल का सबसे महत्त्वपूर्ण जानवर है।

 

मानचित्र कार्य

भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को दिखाइए -

(i) पर्वत शिखर - के -2, कंचनजंगा, नंगा पर्वत, अनाईमुडी

(ii) पठार - शिलांग, छोटानागपुर, मालवा तथा बुंदेलखंड

(iii) थार मरूस्थल, पश्चिमी घाट, लक्षद्वीप समूह, गंगा-यमुना दोआब तथा कोरोमंडल तट

 (i) 


(ii) 


(iii) 
परियोजना कार्य

परियोजना 1. महान हिमालय में पाई जाने वाली हिमानियों तथा दर्रों के नाम लिखिए।

उत्तर : हिमालय में हजारों छोटे-बड़े हिमनद या हिमानियां हैं जो लगभग 3350 वर्ग कि॰मी॰ क्षेत्र में फैले है। कुछ विशेष हिमनदों या हिमानियों का विवरण निम्नवत् है -

गंगोत्री- यह 26 कि॰मी॰ लम्बा तथा 4 कि॰मी॰ चौड़ा हिमखण्ड उत्तरकाशी के उत्तर में स्थित है।

पिण्डारी- यह गढ़वाल-कुमाऊँ सीमा के उत्तरी भाग पर स्थित है।

सियाचिन - यह काराकोरम श्रेणी में है और 72 किलोमीटर लम्बा है

सासाइनी - काराकोरम श्रेणी

बियाफो - काराकोरम श्रेणी

हिस्पर - काराकोरम श्रेणी

बातुरा - काराकोरम श्रेणी

खुर्दोपिन - काराकोरम श्रेणी

रूपल - काश्मीर

रिमो - काश्मीर, 40 किलोमीटर लम्बा

सोनापानी - काश्मीर

केदारनाथ - उत्तराखंड कुमायूँ

कोसा - उत्तराखंड कुमायूँ

जेमू - नेपाल/सिक्किम, 26 किलोमीटर लम्बा

कंचनजंघा - नेपाल में स्थित है और लम्बाई 16 किलोमीटर

हिमालय अन्यंत दुर्भत पर्वत श्रेणी है जिसके आर-पार जाने के लिए दर्रों से होकर मार्ग जाता है। हिमालय पर्वत स्थित प्रमुख दर्रे निम्नलिखित हैं।

कराकोरम दर्रा

कराकोरम दर्रा जम्मू कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में हिमालय के कराकोरम श्रेणियों के मध्य स्थित हैं। हिमालय पर्वत श्रेणी का यह सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित दर्रा जो 5,654 मीटर ऊंचा है।

रोहतांग दर्रा

रोहतांग दर्रा हिमाचल प्रदेश में पीर-पंजाल श्रेणियों में 4,631 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

लाचा दर्रा

हिमाचल प्रदेश में जास्कर श्रेणियों के मध्य स्थित लाचा दर्रा मण्डी से लेह जाने का मार्ग प्रदान करता है। यह दर्रा 4,512 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

बुर्जिला दर्रा

जम्मू कश्मीर में स्थित बुर्जिला दर्रा 3,750 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर काशनगर और मध्य एशिया का मार्ग गुजरता है।

ज़ोजिला दर्रा

ज़ोजिला दर्रा जम्मू कश्मीर में जास्कर श्रेणी में स्थित है। यह 3,529 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर श्रीनगर से लेह का मार्ग गुजरता है।

पीर पंजाल दर्रा

पीर पंजाल दर्रा जम्मू-कश्मीर के दक्षिण पश्चिम में पीर पंजाल श्रेणियों के मध्य स्थित है।

शिपकी ला दर्रा

शिपकी ला दर्रा हिमाचल प्रदेश में जास्कर श्रेणियों के मध्य स्थित है। इस दर्रे से होकर शिमला से तिब्बत का मार्ग उपलब्ध होता हे।

नीति दर्रा

उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित नीति दर्रा 5,389 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर मानसरोवर और कैलाश घाटी जाने का मुख्य मार्ग गुजरता है।

माना दर्रा

माना दर्रा उत्तराखंड के कुमाऊँ श्रेणी में स्थित है। इस दर्रे से होकर मानसरोवर और कैलाश घाटी जाने का मुख्य मार्ग गुजरता है।

बनिहाल दर्रा

बनिहाल दर्रा जम्मू कश्मीर के पीर पंजाल श्रेणियों में स्थित है। इस दर्रे के ऊंचाई 2,832 मीटर है। यह दर्रा जम्मू से श्रीनगर का मार्ग उपलब्ध कराता है।

नाथुला दर्रा

नाथुला दर्रा सिक्किम में डोगेक्या श्रेणी में स्थित है। इस दर्रे से दार्जिलिंग और चुम्बी घाटी होकर तिब्बत जाने वाला मार्ग गुजरता है।

भारत-पाकिस्तान के बीच स्थित दर्रे

वर्तमान में पाकिस्तान अधिकृत पश्चिमी हिमालय पर्वत श्रेणियों में भी अनेक दर्रें विद्यमान हैं। इन दर्रों में खैबर, बोलन, मकरान, गोमल, टोची, कुर्रम आदि प्रमुख हैं।

बोलन दर्रा - बोलन दर्रा क्वेटा एवं पाकिस्तान को खक्खर से जोड़ता है।

खैबर दर्रा - खैबर दर्रा पेशावर (पाकिस्तान) को काबुल से जोड़ता है।

पालघाट - पालघाट केरल को तमिलनाडु तथा कर्नाटक से जोड़ता है।

थालघाट - थालघाट से होकर मुम्बई-कोलकाता मार्ग गुजरता है।

बोमडिला दर्रा - बोमडिला दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर पश्चिम में स्थित है। इस दर्रे से होकर तिब्बत जाने का मार्ग गुजरता है।

याम्याप दर्रा - यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इसी के समीप से ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है। चीन के लिए मार्ग भी इस दर्रे से होकर जाता है।

पांगसौ दर्रा - पांगसौ दर्रा अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण म्यानमार सीमा पर स्थित है। इस दर्रे से होकर डिबु्रगढ़ से म्यान्मार के लिए मार्ग जाता हे।

तुजु दर्रा - मणिपुर के द.प. में म्यान्मार की सीमा पर स्थित, इस दर्रे से इम्फाल से म्यान्मार का मार्ग जाता है।

परियोजना 2. भारत के उन राज्यों के नाम बताओ जहां निम्नलिखित ऊँचे शिखर स्थित हैं?

     कंचनजुंगा

नंगा पर्वत

नंदादेवी

कामेट

नामचा बरूआ

उत्तर : पर्वत शिखर का नाम               राज्य का नाम

कंचनजुंगा              -      सिक्किम

नंगा पर्वत              -        जम्मू और कश्मीर

नंदादेवी                -        उत्तराखंड

कामेट                 -        उत्तराखंड

नामचा बरूआ           -        असम

परियोजना 3. मसूरी, नैनीताल एवं रानीखेत किन राज्यों में स्थित हैं?

उत्तर : हिल स्टेशन का नाम               राज्य का नाम

मसूरी                 -        उत्तराखंड

नैनीताल               -        उत्तराखंड

रानीखेत               -        उत्तराखंड

 

प्रश्न : वर्ग पहेली में शिखरों, दर्रों, श्रेणियों, पठारों, पहाड़ियों एवं घाटियों के नाम खेजिए।

 


उत्तर - 

 

        ऊर्ध्वाधर                                              क्षैतिज

 

छोटानागपुर (CHOTANAGPUR)              नथुला (NATHULA)

कोंकण (KONKAN)                                 गारो (GARO)

मालवा (MALWA)                                    अनाईमुडी (ANAIMUDI)

शिपकिला (SHIPKILA)                           पाटली (PATLI)

बोम्डिला (BOMDILA)                            कामोम (CAEDEMOM)

सतपुरा (SATPURA)                               कंचनजंगा (KANCHANJUNGA)

अरावली (ARAVALI)                              एवरेस्ट (EVEREST)

जयंतिया (JAYANTIYA)                         थार (THAR)

नीलगिरि (NILGIRI)

विंध्य (VINDHYA)

शहयाद्री (SAHYADRI)

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बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर -

1. निम्नलिखित में से कौन नवीनतम स्थलाकृतियां हैं?

(अ) हिमालय और उत्तरी मैदान    (ब) प्रायद्वीपीय पठार और द्वीप समूह

(स) समुद्री तट और द्वीप समूह     (द) उपरोक्त सभी

2. उत्तरी मैदान बना है -

(अ) ज्वालामुखी के लावा से           (ब) जलोढ़ निक्षेपों से

(स) बर्फीली घाटियों से                  (द) परिवर्तित चट्टानों से

3. हिमालय पर्वत किस तरह का पर्वत है?

(अ) वलित पर्वत                   (ब) ज्वालामुखी पर्वत

(स) भ्रंश ब्लॉक पर्वत            (द) गुंबदनुमा पर्वत

4. उत्तरी मैदान कौन सी मृदा से बना है?

(अ) लाल दोमट मृदा (ब) रेतीली मृदा (स) जलोढ़ मृदा (द) पर्वतीय मृदा

5. विश्व की सबसे ऊँची पर्वत श्रेणी कौन सी है?

(अ) अरावली     (ब) हिमालय       (स) हिंदुकुश      (द) किलिमंजारो

6. देशांतरीय विस्तार के साथ हिमालय पर्वत श्रेणी को कितनें भागों में बाँट सकते हैं?

(अ) 2      (ब) 3        (स) 4    (द) किसी भाग में नहीं बांट सकते

7. हिमालय की सबसे अधिक सतत श्रृंखला कौन सी है जिसमें शिखरों की औसत ऊँचाई 6000 मीटर है?

(अ) हिमाद्रि  (ब) हिमाचल       (स) शिवालिक   (द) काराकोरम

8. विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवरेस्ट है। यह किस देश में स्थित है?

(अ) भारत   (ब) नेपाल     (स) पाकिस्तान (द) बांग्लादेश

9. हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को क्या कहते हैं?

(अ) हिमाद्रि  (ब) हिमाचल       (स) शिवालिक  (द) काराकोरम

10. सिंधु और सतलज नदी के बीच के हिमालय को क्या कहते हैं?

(अ) पंजाब हिमालय    (ब) नेपाल हिमालय  (स) कुमाऊँ हिमालय (द) असम हिमालय

11. सतलज और काली नदी के बीच के हिमालय को क्या कहते हैं?

(अ) पंजाब हिमालय    (ब) नेपाल हिमालय  (स) कुमाऊँ हिमालय (द) असम हिमालय

12. काली नदी और तिस्ता नदी के बीच के हिमालय को क्या कहते हैं?

(अ) पंजाब हिमालय    (ब) नेपाल हिमालय  (स) कुमाऊँ हिमालय (द) असम हिमालय

13. तिस्ता और दिहांग नदी के बीच के हिमालय को क्या कहते हैं?

(अ) पंजाब हिमालय    (ब) नेपाल हिमालय  (स) कुमाऊँ हिमालय (द) असम हिमालय।

14. भारत की पूर्वी सीमा बनाने वाली पर्वत श्रृंखला को क्या कहते हैं?

(अ) उत्तरांचल (ब) पूर्वांचल    (स) हिमाचल       (द) वनांचल

15. पाँच नदियों से मिलकर बना प्रदेश है -

(अ) पंजाब   (ब) नेपाल (स) कुमाऊँ (द) असम

16. उत्तरी मैदान का पश्चिमी भाग क्या कहलाता है?

(अ) पंजाब का मैदान   (ब) गंगा का मैदान (स) ब्रम्हपुत्र का मैदान  (द) नेपाल का मैदान

17. उत्तरी मैदान का वह भाग जो घग्घर और तिस्ता नदियों के बीच में अवस्थित है क्या कहलाता है?

(अ) पंजाब का मैदान   (ब) गंगा का मैदान (स) ब्रम्हपुत्र का मैदान  (द) नेपाल का मैदान

18. उत्तरी मैदान का वह भाग जो असम के क्षेत्र में अवस्थित है क्या कहलाता है?

(अ) पंजाब का मैदान   (ब) गंगा का मैदान (स) ब्रम्हपुत्र का मैदान  (द) नेपाल का मैदान

19. तराई क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय उद्यान का नाम बताओ।

(अ) कान्हा राष्ट्रीय उद्यान       (ब) जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान

(स) दुधवा राष्ट्रीय उद्यान        (द) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

20. एक मेज की आकृति वाला स्थल जो पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है।

(अ) प्रायद्वीपीय पठार  (ब) उत्तर का मैदान (स) थार मरूस्थल  (द) लक्षद्वीप

21. विश्व का प्राचीनतम भू भाग है -

(अ) प्रायद्वीपीय पठार  (ब) उत्तर का मैदान (स) थार मरूस्थल  (द) लक्षद्वीप

22. नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित पर्वत श्रंखला हैं -

(अ) विंध्य   (ब) सतपुड़ा  (स) अरावली (द) शिवालिक

23. प्रायद्वीपीय पठार के पूर्वी विस्तार को क्या कहते हैं?

(अ) बुंदलखंड और बघेलखंड (ब) मालवा और निमाड़

(स) कोरोमंडल और गोवा    (द) छोटा नागपुर और बस्तर

24. मेघालय, कार्बी एंगलौंग पठार तथा उत्तर कचार पहाड़ी किसका एक भाग है?

(अ) उत्तरी मैदान (ब) हिमालय  (स) प्रायद्वीपीय पठार (द) नर्मदाघाटी

25. पूर्वी घाट की औसत ऊँचाई कितनी है?

(अ) 600 मी     (ब) 700 मी  (स) 800 मी             (द) 900 मी

26. पूर्वी घाट का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर कौन सा है?

(अ) अनाईमुडी    (ब) दोदाबेट्टा  (स) महेंद्रगिरि   (द) अरावली

27. दक्षिण भारत की सबसे ऊँचा पर्वत शिखर कौन सा है?

(अ) अनाईमुडी    (ब) दोदाबेट्टा  (स) महेंद्रगिरि   (द) अरावली

28. थार के मरूस्थल से संबंधित पर्वत श्रेणी है -

(अ) हिमालय     (ब) अरावली      (स) सतपुड़ा    (द) विंध्य

29. भारतीय मरूस्थलीय क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी कौन सी है?

(अ) लूनी    (ब) सरस्वती  (स) सांभर      (द) बनास

30. प्रायद्वीपीय पठार के किनारों पर स्थित संकरी समुद्री पट्टी को क्या कहते हैं?

(अ) तटीय मैदान  (ब) पूर्वी घाट  (स) पश्चिमी घाट (द) कोंकण

31. भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील कौन सी है?

(अ) सांभर   (ब) पुलिकट  (स) चिल्का      (द) लुनर

32. लकादीव, मीनीकाय और एमीनदीव किस द्वीप का पुराना नाम है?

(अ) अंडमान-निकोबार   (ब) लक्षद्वीप  (स) माजुली    (द) भवानी

33. तीन ओर से समुद्र से घिरा स्थल भाग क्या कहलाता है?

(अ) द्वीप       (ब) प्रायद्वीप  (स) पठार     (द) तट

34. गोवा के दक्षिण में पष्चिमी तटीय पट्टी को क्या कहते हैं?

(अ) कोंकण (ब) कन्नड का मैदान  (स) कोरोमंडल (द) मालाबार तट

35. ऊटी किस राज्य में स्थित है?

(अ) तमिलनाडु    (ब) कर्नाटक  (स) केरल   (द) तेलांगाना

36. माजुली दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है। यह किस नदी  पर है?

(अ) गंगा    (ब) ब्रम्हपुत्र  (स) सिंधु    (द) नर्मदा

37. भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी कहाँ पाया जाता है?

(अ) लक्षद्वीप     (ब) अंडमान-निकोबार  (स) असम   (द) थार मरूस्थल

38. भारत को कितने भौगोलिक भू भागों में बांटा गया है?

(अ) 2  (ब) 4  (स) 6  (द) 8

39. हिमालय पर्वत से संबंधित नहीं है -

(अ) हिमाद्रि (ब) हिमाचल  (स) शिवालिक   (द) सतपुड़ा

40. पूर्वांचल पहाड़ियों का भाग नहीं है -

(अ) पटकाई (ब) नागा  (स) मिजो तथा मणिपुर   (द) मैकल

41. प्रायद्वीपीय पठार से संबद्ध पहाड़ी नहीं है -

(अ) महादेव (ब) कैमूर  (स) मैकल (द) महाभारत

42. दो नदियों के बीच के भू भाग को क्या कहते हैं?

(अ) दोआब (ब) पंजाब  (स) कछार    (द) लैगून

43. भारत की सबसे ऊँचा पर्वत शिखर कौन सा है?

(अ) एवरेस्ट (ब) गाडविन-ऑसिटन (के2)  (स) कंचनजंघा (द) अनाईमुड़ी

44. हिमालय भारत के किस दिशा में स्थित है?

(अ) पूर्व     (ब) पश्चिम  (स) उत्तर    (द) दक्षिण

45. ब्रम्हपुत्र नदी हिमालय की कौन सी सीमा बनाती है?

(अ) पूर्वी    (ब) पश्चिमी  (स) उत्तरी   (द) दक्षिणी

46. हिमालय की चौड़ाई कश्मीर और अरूणाचल प्रदेश में क्रमशः कितनी है?

(अ) 150-120    (ब) 320-240  (स) 400-150  (द) 150-50

47. हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला कौन सी है?

(अ) महाभारत    (ब) धौलाधार  (स) शिवालिक   (द) पीरपंजाल

48. बरखान का संबंध है -

(अ) उत्तरी मैदान से    (ब) मरूस्थल से  (स) तटीय मैदान से  (द) द्वीप समूह से

49. लक्षद्वीप का नाम लक्षद्वीप कब रखा गया?

(अ) 1947   (ब) 1950  (स) 1973    (द) 2014

50. उत्तरी सरकार क्या है?

(अ) एक मैदान   (ब) एक पहाड़  (स) एक मंदिर  (द) एक राजनैतिक संस्था

51. हिमाचल और शिवालिक के बीच स्थित लंबवत घाटी को क्या कहते हैं?

(अ) दून     (ब) दोआब  (स) पट्टी    (द) मैदान

52. भारतीय दोआब का संबंध किन दो नदियों से है?

(अ) सिंधु-सतलुज (ब) गंगा-जमुना  (स) महानदी-गोदावरी  (द) नर्मदा-तापी

53. मेघालय के पठार पर स्थित पर्वत शृंखलाओं का पश्चिम से पूर्व की ओर निम्नलिखित में से कौन-सा क्रम सही है ?

(अ) गारो , जयंतिया , खासी          (ब) गारो , खासी , जयंतिया

(स) जयंतिया , गारो , खास          (द) खासी , गारो , जयंतिया

54. यदि हमको बरखान समूह देखना हो तो किस शहर को जाना होगा?

(अ) जैसलमेर     (ब) कोटा  (स) बीकानेर (द) बूंदी

55. उत्तर भारत का सबसे ऊँची पर्वत शिखर कौन सा है?

(अ) माउंट एवरेस्ट     (ब) अनाईमुड़ी  (स) के2 (द) कंचनजंघा

56. भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे ऊँची पर्वत शिखर कौन सा है?

(अ) माउंट एवरेस्ट     (ब) अनाईमुड़ी  (स) के2 (द) कंचनजंघा

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -

1. भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय पर्वत एक ............ भाग है। (स्थिर/अस्थिर)

2. महान हिमालय का क्रोड ....................... से बना है। ( ग्रेनाइट/मार्बल )

3. निम्न हिमालय की सबसे बड़ी पर्वत श्रृखला ................... है। (पीरपंजाल/महाभारत)

4. हिमालय की पूर्वी सीमा पर स्थित गार्ज का नाम ................ है। (दिहांग/सिंधु)

5. दक्षिण के पठार का आकार ................. है। (त्रिभुजाकार/षटभुजाकार)

6. अरावली पहाड़ी के .................... किनारे पर थार का मरूस्थल स्थित है। (पूर्वी/पश्चिमी)

7. बरकान का आकार ..................... होता है। (अर्द्धचंद्राकार/वृत्ताकार)

सही जोड़ी बनाइए -

स्तंभ ‘क’              स्तंभ ‘ख’

(i) गुरूला मांधता            (अ) लावा मिट्टी

(ii) थार                          (ब) ग्रेट बैरियर रीफ

(iii) लूनी                       (स) युवा निक्षेप

(iv) खादर                     (द) मरूस्थली नदी

(v) दक्कन ट्रैप                (इ) पर्वत शिखर

(vi) प्रवाल पॉलिप्स         (फ) भारतीय मरूस्थल

एक शब्द में उत्तर दीजिए -

1. हिमाचल के किस क्षेत्र को पहाड़ी नगरों के लिए जाना जाता है?

2. विश्व का सबसे युवा पर्वत कौन सा है?  

3. देहरादून किस राज्य में स्थित है?

4. प्रायद्वीपीय पठार की प्राचीनता कैसे सिद्ध होती है?

5. मध्य उच्च भूमि और दक्कन का पठार किस स्थलाकृति से संबंधित है?

6. कौन सा द्वीप छोटे प्रवाल द्वीपों से मिलकर बना है?

7. प्रवाल रोधिका का सबसे अच्छा उदाहरण क्या है?

8. भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी कहाँ स्थित है?

9. ऊटी का अन्य नाम क्या है?

10. प्रायद्वीपीय पठार की काली मृदा को किस नाम से जानते हैं?

11. केरल के मालाबार तट के पास कौन सा द्वीप स्थित है?

12. विश्व कि सबसे ऊँची पर्वत श्रेणी कौन सी है ?

13.  सबसे उतरी भाग में स्थित श्रंखला को क्या कहते है ?

14.  विश्व का सबसे ऊँची चोटी या शिखर कौन सा है ?

15. असम में हिमालय को किस नाम से जाना जाता है ?

सत्य/असत्य लिखिए -

1. हिमालय पर्वत श्रेणी और उत्तरी मैंदान दोनों की लंबाई 2400 किमी है।

2. पूर्वांचल की पहाड़िया अवसादी शैलों से बनी हैं।

3. प्रायद्वीपीय पठार एक वृत्ताकार स्थलाकृति है।

4.पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट की अपेक्षा ऊँचे हैं।

5. चिल्का झील महानदी डेल्टा के पूर्व में स्थित है।

6. प्रवाल वलय द्वीप गोलाकार या हॉर्स शू आकार वाले रोधिका होते हैं।

7. बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीप समूह के अंतर्गत अंडमान दक्षिण में तथा निकोबार उत्तर में स्थित है।

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 उत्तरमाला

 बहुविकल्पीय 

1

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रिक्त स्थानों की पूर्ति

उत्तर - 1. स्थिर, 2. ग्रेनाइट, 3. पीरपंजाल, 4. दिहांग 5. त्रिभुजाकार

        6. पश्चिमी 7. अर्द्धचंद्राकार

सही जोड़ी

उत्तर - (i) -  (इ) , (ii) - (फ) , (iii) - (द) , (iv) -(स) , (v) -(अ) , (vi) - (ब)

एक वाक्य/शब्द में उत्तर

उत्तर - 1.- कांगड़ा और कुल्लू , 2. - हिमालय , 3. - उत्तराखंड, 4. - गोंडवाना लैंड,  5.- प्रायद्वीपीय पठार , 6. - लक्षद्वीप, 7. - ग्रेट बैरियर रीफ , 8. - बैरन द्वीप 9. - उड्गमंडलम, 10. - दक्कन ट्रैप, 11. - लक्षद्वीप, 12. - हिमालय , 13. - महान या आतरिक हिमालय या हिमाद्री 14. - माउंट एवेरेस्ट, 15. - हिमाचल

सत्य/असत्य

उत्तर - 1.- सत्य , 2. - सत्य , 3. - असत्य, 4. - सत्य,  5.- असत्य , 6. - सत्य, 7. - असत्य

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अति लघुत्तरीय प्रश्नोत्तर  (02 अंक)

1. नदीय द्वीपों का निर्माण कैसे होता है?

उत्तर - नदी के निचले भागों में ढाल कम होने के कारण नदी की गति कम हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप नदीय द्वीपों का निर्माण होता है।

2. भाबर किसे कहते हैं?

उत्तर - नदियाँ पर्वतों से नीचे उतरते समय षिवालिक की ढाल पर 8 से 16 किलोमीटर की चौड़ी पट्टी में गुटिका का निक्षेपण करती हैं। इसे भाबर के नाम से जाना जाता है।

3. तराई किसे कहते हैं?

उत्तर-सभी छोटी नदी धाराएं जिन्हें सरिता कहते हैं भाबर पट्टी में विलुप्त हो जाती हैं। इस पट्टी के दक्षिण में ये सरिताएं एवं नदियों पुनः निकल आती हैं एव नम तथा दलदली क्षेत्र का निर्माण करती हैं, जिसे तराई कहते हैं।

4. पश्चिमी घाट के विभिन्न स्थानीय नाम क्या हैं?

उत्तर - पश्चिमी घाट को स्थानीय रूप से विभिन्न नामों से जाना जाता है। जैसे महाराष्ट्र में सहयाद्रि, कर्नाटक और तमिलनाडु में नीलगिरि पहाड़ियों, केरल में अन्नामलाई पहाड़ियां, इलायची पहाड़ियां।

5. हमारे देश में किस प्रकार की भू-आकृतियाँ पाई जाती है ?

उत्तरः हमारे देश में हर प्रकार की भू-आकृतियाँ पाई जाती है :

1. पर्वत 2. पठार 3. मैदान 4. मरुस्थल 5. द्वीप समूह

6. गोडवाना भूमि किस का एक हिस्सा था ?

उत्तरः गोडवाना भूमि सबसे प्राचीन भूभाग का एक हिस्सा था।

7. भूभाग वैज्ञानिको के अनुसार हिमालय पर्वत कैसा है ?

उत्तरः भूभाग वैज्ञानिको के अनुसार हिमालय पर्वत एक अस्थिर भाग है।

8. कुछ प्रसिद्ध दूनो के नाम लिखो ?

उत्तरः 1. देहरादून 2. पाटलीदून

9. पूर्वांचल में कौन सी पहाड़ियाँ शामिल है ?

उत्तरः

1. पटकाई

2. नागा

3. मिजो

4. मणिपुर

10. उतरी मैदान कि तीन प्रमुख नदी प्रणालियाँ के नाम लिखे ?

उत्तरः 1. सिन्धु 2. गंगा

11. उतरी मैदान कितना किमी लंबा और कितना किमी चौड़ा है ?

उत्तरः 2400 किलोमीटर लंबा और 240 से 320 किलोमीटर चौड़ा है ।

12. वितराकाए धाराएँ किन्हें कहते है ?

उत्तरः नदियाँ अपने निचले भाग में गाद एकत्र हो जाने के कारण बहुत सी धाराओ में बट जाती है । इन धाराओ को वितरिकाएं कहा जाता है ।

13. दोआब को परिभाषित करे ?

उत्तरः दोआब का अर्थ है- दो नदियों के बीच का भाग । दोआब दो शब्दों से मिलकर बना है - दो तथा आब , अथार्त पानी ।

14. भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी कहाँ पर स्थित है ?

उत्तरः भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह के बैरन पर स्थित है ।

15. प्रायद्वीपीय पठार के दो मुख्य भागो में नाम लिखे ?

उत्तरः 1. मध्यउच्च भूमि 2. दक्कन पठार

16. हिमालय के तीन प्रमुख विभागो कि नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में लिखे ?

उत्तरः हिमाद्री 2. हिमाचल - 3. शिवालिक

17. भारत के उन द्वीपों के नाम बताओ जो प्रवाल भित्ती के है ?

उत्तरः लकाद्वीप,मिनीकय एवं एमीनदिप ।

18. 1973 से पहले लक्षद्वीप का क्या नाम है ?

उत्तरः लकाद्वीप

19. पश्चिमी घाट के ऊँची शिखर का नाम लिखे ?

उत्तरः अनाईमुड़ी (2695) मीटर, डोडा बेटा (2633) मीटर

20. पूर्वी घाट का सबसे ऊँची शिखर का नाम लिखे ?

उत्तरः अनाइमुड़़ी (2695) मीटर, डोडा बेटा (2633) मीटर

21. भारतीय प्रायद्विप की प्रमुख नदियो का नाम लिखे ?

उत्तरः 1. महानदी 2. गोदावरी 3. कृष्णा 4. कावेरी

22. सिंधु की सहायक नदियो के नाम लिखे ?

उत्तरः 1. झोलम 2. चेनाब 3. रावी 4. सतलुज

23. भारत की खारे पानी की सबसे बड़ी झील कौन सी है तथा यह कहाँ स्थित है ?

उत्तरः चिलका झील भारत कि खरे पानी की सबसे बड़ी झील है द्य यह उड़ीसा में स्थित है।

24. दून किसे कहते हैं?

उत्तरः निम्न हिमालय तथा शिवालिक के बीच में स्थित लम्बवत घाटी को दून के नाम से जाना जाता है। जैसे - देहरादून, कोटलीदून और पाटलीदून।

25. पश्चिम से पूर्व तक स्थित क्षेत्रों के आधार पर हिमालय को किस प्रकार विभाजित किया गया है?

उत्तरः

नदियों के आधार पर वर्गीकरण            हिमालय क्षेत्र का नाम

1. सिधु और सतलुज के बीच          -    पंजाब हिमालय

2. सतलुज और काली नदी के बीच      -    कुमाऊँ हिमालय

3. काली और तिस्ता नदी के बीच      -    नेपाल हिमालय

4. तिस्ता और दिहांग नदी के बीच      -    असम हिमालय

26. उत्तरी मैदान का वर्गीकरण लिखिए।

उत्तरः

1. सिंधु तथा सहायक नदियों द्वारा     - पंजाब का मैदान

2. घग्घर तथा तिस्ता नदी द्वारा       - गंगा का मैदान

3. ब्रम्हपुत्र तथा सहायक नदियों द्वारा   - ब्रम्हपुत्र का मैदान

27. दक्षिण के पठार का एक भाग उत्तर-पूर्व की ओर देखा जाता है जिसे स्थानीय रूप से क्या कहते है?

उत्तरः उत्तर-पूर्व में दक्षिण के पठार के स्थानीय नाम - मेघालय, कार्बी एंगलौंग पठार तथा उत्तर कचार पहाड़ी।

28. पूर्वी घाट के दक्षिण - पश्चिम में कौन सी पहाड़ियां स्थित हैं?

उत्तरः शेवराय तथा जावेड़ी की पहाड़ियां।

29. ऊटी को किस नाम से जाना जाता है?

उत्तरः उड्गमंडलम।

30. बरकान क्या हैं? ये किधर पाए जाते हैं?

उत्तरः रेगिस्तान में बालू के अर्द्धचंद्राकार टीलों को बरकान कहते हैं। ये राजस्थान के जैसलमेर में पाए जाते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (03 अंक )

1. भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन करो ?

उत्तरः उतरी मैदान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों - सिन्धु गंगा एवं ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियों से मिलकर बना है। लाखां वर्षो में गिरिपाद में स्थित बहुत बडे द्रोणी में जलोढ़ो का निक्षेप हआ जिससे इस उपजाऊ़ मैदान का निर्माण हुआ । यह मैदान जलोढ़ मृदा से बना है । इसका विस्तार 7 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र पर है । यह मैदान लगभग 2400 किलोमीटर लंबा और 240 से 320 किलोमीटर चौड़ा है । यह सधन जनसंख्या वाला भौगोलिक क्षेत्र है । समृद्ध मृदा अपरदन , पर्याप्त पानी की उपलब्धता एवं अनुकुल जलवायु के कारण कृषि के दृष्टि से यह भारत का अत्यधिक उत्पादक क्षेत्र है ।

2. गार्ज किसे कहते हैं?

उत्तरः महाखड्ड’ या गार्ज “वी“ आकार की घाटी का ही विशिष्ट रूप हैं। इसके पार्श्व , तीव्र तथा खडी दीवार के समान होते हैं। इनकी रचना प्रायः कठोर शैलों से युक्त क्षेत्र में होती हैं। हिमालय में सिन्धु, सतलुज व ब्रह्म्पुत्र नदियो के महाखड्ड (गार्ज) प्रमुख हैं।यह विश्व का सबसे गहरा नदी गार्ज है। समामन्य शब्दों में कहें तो गार्ज एक संकरी घाटी है जो आमतौर पर खड़ी और पथरीली पहाड़ियों के बीच स्थित होती हे जिसके तल के साथ एक नदी प्रवाहित होती है।

नदी की युवा अवस्था मे बनने वाली आकृति गार्ज कहलाती।

3. उत्तर से दक्षिण तक हिमालय के तीन प्रमुख भागों के नाम लिखिए।

उत्तर - उत्तर से दक्षिण तक हिमालय के तीन प्रमुख विभाजन हैंः

सबसे उत्तरी सीमा जिसे महान हिमालय या आंतरिक हिमालय या हिमाद्री के रूप में जाना जाता है। यह सबसे ऊंची चोटियों से युक्त सबसे निरंतर श्रेणी है। इसकी औसत ऊंचाई 6000 मीटर है। इसमें सभी प्रमुख हिमालय की चोटियाँ शामिल हैं।

हिमाद्री की दक्षिणी सीमा जिसे हिमाचल या लघु हिमालय के नाम से जाना जाता है, हिमाद्री के दक्षिण में स्थित है। यह सबसे ऊबड़-खाबड़ पर्वत प्रणाली बनाती है। पर्वतमाला मुख्य रूप से अत्यधिक संकुचित और परिवर्तित चट्टानों से बनी हैं। ऊंचाई 3700 और 4500 मीटर के बीच होती है और इसकी औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है।

हिमालय की सबसे बाहरी सीमा शिवालिक कहलाती है। इसकी ऊंचाई 900 मीटर से 1100 मीटर के बीच होती है। यह श्रेणी मुख्य हिमालय पर्वतमाला से नदियों द्वारा नीचे लाए गए असंगठित अवसादों से बनी है। इन्हें तलहटी पर्वतमाला भी कहते हैं। वे हिमालय के सबसे दक्षिणी भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं।

4. हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणी का नाम बताइए। इस श्रेणी की किन्हीं चार विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

उत्तर - हिमालय की सबसे दक्षिणी सीमा को शिवालिक कहा जाता है।

विशेषताएँः

1. हिमालय की सबसे बाहरी सीमा को बाहरी हिमालय या शिवालिक कहा जाता है।

2. वे 10-15 किमी की चौड़ाई में फैले हुए हैं।

3. इनकी ऊंचाई 900-1100 मीटर के बीच होती है।

4. वे असंतत पर्वतमाला हैं और उत्तर की ओर स्थित मुख्य हिमालय पर्वतमाला से नदियों द्वारा लाए गए असंगठित तलछट, बजरी और जलोढ़ से बने हैं।

5. दून के रूप में जानी जाने वाली अनुदैर्ध्य घाटियाँ निम्न हिमालय और शिवालिक के बीच स्थित हैं। जैसे, देहरादून, कोटे दून, पथ दून। (कोई चार)

5. हिमाद्री श्रेणी हिमाचल श्रेणी से किस प्रकार भिन्न है? किन्हीं तीन अंतरों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर

              

हिमाद्री

हिमाचल

(i) यह पर्वतमाला हिमालय की सबसे ऊँची है जिसकी औसत ऊँचाई 6,000 मीटर है।

हिमाचल हिमाद्री जितना ऊँचा नहीं है। इसकी औसत ऊंचाई 3,700 से 4,500 मीटर के बीच है।

(ii) इस श्रेणी में सबसे ऊँची चोटियाँ हैं। उदाहरणः कंचनजंगा और नंदा देवी।

इस श्रेणी में हिल स्टेशन शामिल हैं उदाहरणः शिमला और नैनीताल।

(iii) यह श्रेणी हमेशा बर्फ से ढकी रहती है।

 

यहाँ सर्दियों में हिमपात होता है।

 6. पश्चिमी हिमालय और पूर्वी हिमालय में अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर              

क्रमांक

पश्चिमी हिमालय

पूर्वी हिमालय

(i)

ये जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में फैले हुए हैं।

ये पश्चिम बंगाल, सिक्किम, भूटान और अरुणाचल प्रदेश में फैले हुए हैं।

(ii)

पश्चिमी हिमालय बहुत ऊँचा है।

ये मध्यम ऊंचाई के होते हैं।

(iii)

सिंधु और सतलुज मुख्य नदियाँ हैं जो पश्चिमी हिमालय से होकर गुजरती हैं और अरब सागर में गिरती हैं।

ब्रह्मपुत्र मुख्य नदी है जो इनसे होकर गुजरती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है।

(iv)

औसत वार्षिक वर्षा 100 सेमी से कम है।

औसत वार्षिक वर्षा 200 सेमी से अधिक है।

(v)

श्रीनगर, शिमला, मनाली पश्चिमी हिमालय में पाए जाने वाले प्रसिद्ध हिल स्टेशन हैं।

दार्जिलिंग और शिलांग पूर्वी हिमालय में पाए जाने वाले प्रसिद्ध हिल स्टेशन हैं।

     7. उत्तरी मैदान कैसे अस्तित्व में आए? संक्षेप में दो बिंदु लिखिए। इन मैदानों की दो विशेषताओं का     भी उल्लेख कीजिए।

उत्तर -

(i) उत्तरी मैदानों का निर्माण तीन प्रमुख नदी प्रणालियों, अर्थात् सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र की परस्पर क्रिया से हुआ है।

(ii) उत्तरी मैदान इन नदियों द्वारा लाई गई जलोढ़ मिट्टी से बना है।

विशेषताएँः

ये मैदान बहुत उपजाऊ हैं।

यहाँ जनसँख्या का स्वरूप सघन हैं।

8. उत्तरी मैदान भारत के कृषि उत्पादक भाग क्यों हैं? समझाना।

उत्तर- लाखों वर्षों से हिमालय की तलहटी में पड़े एक विशाल बेसिन में जलोढ़ के जमाव ने इस उपजाऊ मैदान का निर्माण किया। यह 7 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है।

मैदान लगभग 2400 किमी. लंबी और 240 से 320 किमी। चौड़ा, एक घनी आबादी वाला भौगोलिक विभाजन है।

पर्याप्त जल आपूर्ति और अनुकूल जलवायु के साथ समृद्ध मिट्टी के आवरण के साथ, यह  कृषि की दृष्टि से भारत का एक बहुत ही उत्पादक हिस्सा है।

9. हिमाद्री श्रेणी और शिवालिक श्रेणी में कोई तीन अंतर बताइए।

उत्तर

हिमाद्री रेंज

शिवालिक रेंज

(i) यह हिमालय की सबसे भीतरी या सबसे उत्तरी श्रेणी है।

यह हिमालय की सबसे बाहरी श्रेणी है।

(ii) इसकी औसत ऊँचाई 6,000 मीटर है।

शिवालिक रेंज इसकी ऊंचाई 900 से 1100 मीटर के बीच है।

(iii) हिमालय के इस हिस्से का कोर ग्रेनाइट से बना है।

ये पर्वतमालाएं उत्तर की ओर स्थित मुख्य हिमालय पर्वतमाला से नदियों द्वारा नीचे लाए गए असंगठित अवसादों से बनी हैं।

     10. पूर्वांचल की पहाड़ियाँ क्या हैं? इन पहाड़ियों की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

उत्तर - भारत की पूर्वी सीमा से लगे पर्वतों को पूर्वांचल कहा जाता है। ये मध्यम ऊंचाई की पर्वत श्रेणियां हैं। पूर्वांचल के कुछ महत्वपूर्ण पर्वत हैंः

उत्तर में पटकाई और नागा हिल्स।

दक्षिण में मिजो हिल्स।

पूर्व से पश्चिम की ओर जयंतिया, खासी और गारो पहाड़ियाँ।

विशेषताएँः

इनमें बलुआ पत्थर और तलछट शामिल हैं।

वे घने जंगलों से आच्छादित हैं।

इनमें पटकाई पहाड़ियाँ, मणिपुर पहाड़ियाँ आदि शामिल हैं। (कोई दो)

11. नदियों और पहाड़ी श्रृंखलाओं के आधार पर मध्य उच्चभूमि और दक्कन के पठार के बीच अंतर करें।

उत्तर               

मध्य उच्चभूमि

दक्कन पठार

(i) मध्य उच्चभूमि पश्चिम में चौड़े हैं लेकिन पूर्व में संकरे हैं।

दक्कन का पठार एक त्रिभुजाकार भूमि  है।

(ii) इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ चंबल, सिंध, बेतवा और केन हैं।

इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ तापी, कृष्णा, गोदावरी और कावेरी हैं।

(iii) इस क्षेत्र में स्थित पहाड़ियाँ विंध्य श्रेणी और अरावली पहाड़ियाँ हैं।

  इस क्षेत्र में स्थित पहाड़ियाँ महादेव, कैमूर और मैकाल हैं।

 

     12. दक्कन के पठार का विवरण दीजिए।

उत्तर - भारत के दक्कन के पठार का विवरणः यह एक त्रिभुजाकार भूभाग है जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है। सतपुड़ा श्रेणी उत्तर में अपना व्यापक आधार बनाती है जबकि महादेव इसके पूर्वी विस्तार का निर्माण करते हैं।

दक्कन का पठार पश्चिम में ऊँचा है और धीरे-धीरे पूर्व की ओर ढलान है।

पठार का विस्तार उत्तर-पूर्व में भी दिखाई देता है। इसे स्थानीय रूप से मेघालय, कार्बी आंगलोंग पठार और उत्तरी कछार पहाड़ियों के रूप में जाना जाता है।

यह छोटानागपुर पठार से एक भ्रंश द्वारा अलग किया गया है। पश्चिम से पूर्व की ओर तीन प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं गारो, खासी और जयंतिया हिल्स हैं। पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट क्रमशः दक्कन के पठार के पश्चिमी और पूर्वी किनारों को चिह्नित करते हैं। पश्चिमी घाट पश्चिमी तट के समानांतर और पूर्वी घाट पूर्वी तट के समानांतर स्थित हैं।

13. पश्चिमी तटीय मैदान और पूर्वी तटीय मैदान की मुख्य विशेषताओं की तुलना करें।

उत्तर –               

पश्चिमी तटीय मैदान

पूर्वी तटीय मैदान

(i) मैदान पश्चिमी घाट और अरब सागर तट के बीच स्थित है। 

यह मैदान पूर्वी घाट और बंगाल की खाड़ी के तट के बीच स्थित है।

(ii) यह लगभग 64 किमी की औसत चौड़ाई वाला एक संकरा मैदान है।

यह लगभग 80-100 किमी की औसत चौड़ाई के साथ तुलनात्मक रूप से चौड़ा मैदान है।

(iii) विशेष रूप से दक्षिणी भाग में कई लैगून हैं।

बहुत कम लैगून बनते हैं।

(iv) कांडला, मुंबई, मरमागाओ, कोचीन प्रमुख बंदरगाह हैं।

तूतीकोरिन, चेन्नई, पारादीप, विशाखापत्तनम पूर्वी तट पर प्रमुख बंदरगाह हैं।

(v) कोई बड़ा डेल्टा नहीं बनता है।

बड़े डेल्टा बनते हैं।

     14. भारत के तटीय मैदानों की किन्हीं तीन विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

उत्तर - प्रायद्वीपीय पठार की तीन विशेषताएं निम्नलिखित हैं -

1. प्रायद्वीपीय पठार पश्चिम में अरब सागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी के साथ चलने वाली संकीर्ण तटीय पट्टियों की एक पट्टी से घिरा हुआ है।

2. पश्चिमी घाट और अरब सागर के बीच स्थित पश्चिमी तट एक संकरा मैदान है। इसमें तीन खंड होते हैं। तट के उत्तरी भाग को कोंकण (मुंबई-गोवा) कहा जाता है, मध्य खंड को कन्नड़ मैदान कहा जाता है जबकि दक्षिणी भाग को मालाबार तट कहा जाता है।

3. बंगाल की खाड़ी के साथ लगे मैदान चौड़े और समतल हैं।

4. उत्तरी भाग में, इसे उत्तरी सरकर कहा जाता है, जबकि दक्षिणी भाग कोरोमंडल तट के रूप में जाना जाता है।

5. महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी जैसी बड़ी नदियों ने इस तट पर व्यापक डेल्टा का निर्माण किया है। चिल्का झील पूर्वी तट के साथ एक महत्वपूर्ण विशेषता है।

15. भारत के कब्जे वाले दो द्वीप समूहों के नाम लिखिए। प्रत्येक की एक विशेषता का उल्लेख कीजिए।

उत्तर - भारत के कब्जे में दो द्वीप समूह हैं जिनके नाम हैं - 1. लक्षद्वीप 2. अंडमान और निकोबार द्वीप। इनकी प्रमुख विषेषताएं निम्नलिखित हैं -

अंडमान और निकोबार द्वीप समूहः द्वीपों का यह समूह छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है।

लक्षद्वीप द्वीप समूहः ये आकार में बड़े होते हैं और अधिक संख्या में और बिखरे हुए होते हैं।

16. प्रवाल (मूंगों) पर एक टिप्पणी लिखिए।

उत्तर - प्रवाल छोटे, गतिहीन समुद्री सुक्ष्म प्राणी होते हैं। ये गर्म उथले पानी में पनपते हैं और बड़ी कॉलोनियों में विकसित होते हैं जिन्हें प्रवाल भित्तियाँ कहा जाता है।

वे कठोर चट्टान जैसे पदार्थ का स्राव करते हैं। प्रवाल स्राव और उनके कंकाल भित्तियों के रूप में प्रवाल निक्षेप बनाते हैं।

वे मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैंः बैरियर रीफ, फ्रिंजिंग रीफ और एटोल।

ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ और लक्षद्वीप द्वीप समूह पहली तरह की प्रवाल भित्तियों का एक अच्छा उदाहरण हैं।

17. भाभर और तराई में अंतर बताइए।

उत्तर –               

भाभर

तराई

(i) यह शिवालिक श्रेणी के दक्षिण में स्थित है।

यह बेल्ट भाभर क्षेत्र के दक्षिण में मौजूद है।

(ii) चौड़ाई 8 से 16 किमी के बीच होती है।

यह भाभर के लगभग समानांतर है।

(iii) यहाँ पाए जाने वाले कई कंकड़ और ’कंकर’ के कारण यह क्षेत्र प्रकृति में अत्यधिक खुरदरा है।

कई धाराओं द्वारा किए गए जमाव के कारण इस क्षेत्र में अत्यधिक महीन तलछट मिली है।

(iv) यहाँ पाई जाने वाली वनस्पति बहुत कम है।

तराई क्षेत्र में बहुत सघन वनस्पति पाई जाती है।

(v) मुख्य विशेषता यह है कि भाभर क्षेत्र में नदी गायब हो जाती है क्योंकि इसमें बड़े छिद्र मौजूद होते हैं। 

चूंकि नदी इस क्षेत्र में फिर से उभरती है, इसलिए यह क्षेत्र अत्यधिक दलदली और दलदली हो जाता है।

 

 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (04 अंक)

1. भारत की भूमि महान भौतिक विविधताओं को प्रदर्शित करती है“। इस कथन की पुष्टि पाँच उदाहरणों से कीजिए।

उत्तर - भारत की भूमि की भौतिक विविधताएँ हैंः

·      भूगर्भीय रूप से, प्रायद्वीपीय पठार पृथ्वी की सतह पर प्राचीन भूभागों में से एक है। यह        सबसे स्थिर भूमि ब्लॉकों में से एक माना जाता था।

·      हिमालय और उत्तरी मैदान सबसे हालिया भू-आकृतियाँ हैं।

·      भूविज्ञान की दृष्टि से हिमालय पर्वत एक अस्थिर क्षेत्र बनाते हैं।

·      हिमालय की पूरी पर्वत प्रणाली ऊँची चोटियों, गहरी घाटियों और तेज बहने वाली नदियों      के साथ एक बहुत ही युवा स्थलाकृति का प्रतिनिधित्व करती है।

·      उत्तरी मैदान जलोढ़ निक्षेपों से बने हैं।

·    प्रायद्वीपीय पठार आग्नेय और कायांतरित चट्टानों से बना है जिसमें धीरे-धीरे उठने वाली पहाड़ियाँ और चौड़ी घाटियाँ हैं, (कोई पाँच)

2. भारत के उत्तरी मैदानों की किन्हीं पाँच विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

उत्तर - भारत के उत्तरी मैदानों की विशेषताएं हैंः

(i) उत्तरी मैदानों का निर्माण पर्वतीय नदियों द्वारा निक्षेपित जलोढ़ से हुआ है।

(ii) वे उत्तर में हिमालयी नदियों और दक्षिण में प्रायद्वीपीय पठार के बीच स्थित हैं।

(iii) उन्होंने विभिन्न प्रकार की फसलों की समृद्ध फसल उगाने के लिए सतह की मिट्टी को उपजाऊ बना दिया। इससे सिंधु नदी घाटी सभ्यता का विकास हुआ।

(iv) वे जलोढ़ के निक्षेपों से बने हैं और 7 लाख वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करते हैं।

(v) वे भारत के घनी आबादी वाले भौगोलिक विभाजन हैं और माना जाता है कि वे कृषि के मामले में अत्यधिक उत्पादक हैं।

(vi) उत्तर भारतीय मैदानों में पश्चिम में सिंधु नदी प्रणाली और पूर्व में गंगा, ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली है।

(vii) पहले में झेलम, चिनाब, रबी, ब्यास शामिल हैं। सिन्धु अरब सागर में गिरती है।

दूसरे में गंगा-ब्रह्मपुत्र शामिल है जो मेघना के साथ उस बिंदु पर मिलती है जब यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है। वे दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला डेल्टा बनाते हैं।

राहत के अंतर के आधार पर, उन्हें चार भागों में बांटा गया है- भाभर, तराई, भांगर और खादर।

(viii) उत्तरी मैदान को तीन भागों में बांटा गया है- पंजाब का मैदान, गंगा का मैदान और ब्रह्मपुत्र का मैदान। गंगा के मैदान में विविध राहत विशेषताएं हैं। इसमें चार बेल्ट हैंः

भाबर - 8-16 किलोमीटर चौड़ी कंकड़ की पेटी है जिसमें धारा लुप्त हो जाती है।

तराई - घने जंगलों और वन्य जीवन के साथ एक गीला, दलदली, दलदली क्षेत्र है।

भांगर - पुराने जलोढ़ से बनी एक छत जैसी विशेषता है। इसमें कंकड़ नामक कैल्शियम जमा होता है।

खादर - बाढ़ का मैदान है जो हर जगह नवीनीकृत होता है और बहुत उपजाऊ होता है।

3. भारत का सबसे पुराना भूभाग कौन सा है? इसके दो रोड डिवीजनों के नाम लिखिए और प्रत्येक की किन्हीं तीन विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।

उत्तर - भारत का सबसे पुराना भूभाग है प्रायद्वीपीय पठार जो कि उत्तर के मैदानों के दक्षिण में स्थित है और यह यह आकार में त्रिभुजाकार होता है। नदी नर्मदा इसे दो भागों में विभाजित करती हैः

मध्य उच्च भूमि और दक्कन का पठार।

मध्य उच्च भूमि -

यह कठोर आग्नेय और कायांतरित चट्टानों से बना है।

इसमें मालवा का पठार, बुंदेलखंड का छोटा पठार और छोटा नागपुर का पठार शामिल है जबकि पश्चिमी घाट दक्कन के पठार के पश्चिम तक फैला हुआ है।

चंबल, सिंध और बेतवा तीन महत्वपूर्ण नदियाँ हैं जो मध्य उच्च भूमि से होकर बहती हैं।

यह यमुना और गंगा की सहायक नदियों द्वारा आभूषित किया गया है।

दक्षिणी यूपी में बुंदेलखंड और उत्तरी मध्य प्रदेश में बघेलखंड।

दक्कन का पठारः

यह एक त्रिकोणीय भूभाग है जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है।

यह पश्चिम में ऊंचा है और पूर्व की ओर ढलान है।

यह भारत के प्रायद्वीपीय पठार की सबसे बड़ी इकाई है।

सतपुड़ा श्रेणी, महादेव पहाड़ियाँ, मैकाल श्रेणी उत्तरी छोर को कवर करती है।

यह आग्नेय और कायांतरित चट्टानों से बना सबसे पुराना ब्लॉक है।

4. ऊंचाई, ढलान, निरंतरता, नदियों और वनस्पति के संदर्भ में पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट की विशेषताओं का वर्णन करें।

उत्तर               

विशेषताएं

पश्चिमी घाट

पूर्वी घाट

(i) ऊँचाई

इनकी ऊँचाई 900 से 1,100 मीटर होती है। इस क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी अनाईमुडी से है जिसकी ऊंचाई 2,659 किमी है।

पूर्वी घाट पश्चिमी घाट की तुलना में ऊंचाई में कम हैं। यह 600 से 900 मीटर तक है। महेंद्रगिरि पूर्वी घाट की सबसे ऊँची चोटी है।

(ii) ढाल

उत्तर से दक्षिण की ओर ऊँचाई बढ़ने पर इनका ढाल तीव्र होता है।

पूर्वी घाट की ढलान कम है ।

(iii) निरंतरता

वे निरंतर हैं और केवल पास के माध्यम से पार की जा सकती हैं।

वे अनियमित और असंतत हैं और नदियों द्वारा विच्छेदित हैं।

(iv) नदियाँ

वे पश्चिमी तट के समानांतर स्थित हैं और कुछ नदियों का स्रोत हैं।

वे महानदी घाटी से दक्षिण में नीलगिरी तक फैले हुए हैं। नदियाँ आसानी से बहती हैं।

(v) वनस्पति

पश्चिमी घाट में उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन हैं। वे सदाबहार से पर्णपाती वन हैं।

पूर्वी घाट में अत्यधिक चराई और वनों की कटाई के कारण झाड़ीदार वनस्पति है।

5. दक्कन ट्रैप की पाँच विशेषताएँ बताइए।

उत्तरः दक्कन ट्रैप की प्रमुख पांच विषेषताएं निमनलिखित हैं -

(i) दक्कन का पठार एक त्रिकोणीय भूभाग है जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है।

(ii) सतपुड़ा श्रेणी उत्तर में अपना विस्तृत आधार बनाती है जबकि महादेव, कैमूर पहाड़ियाँ और मैकाल श्रेणी इसका पूर्व की ओर विस्तार करती है।

(iii) यह पश्चिम में ऊँचा होता है और धीरे-धीरे पूर्व की ओर ढला होता है।

(iv) इसका उत्तर-पूर्व विस्तार स्थानीय रूप से मेघालय और कार्बी-आंगलोंग पठार और उत्तरी कछार पहाड़ियों के रूप में जाना जाता है। यह छोटा नागपुर पठार से एक भ्रंश द्वारा अलग किया गया है।

(v) पश्चिम से पूर्व की ओर तीन प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं गारो, खासियांद जयंतिया पहाड़ियां हैं।

6. भारत के प्राकृतिक संसाधनों में भारत की अनूठी भौतिक विशेषताओं का क्या योगदान है?

उत्तरः

(i) पहाड़ पानी और वन संपदा का प्रमुख स्रोत हैं।

(ii) उत्तरी मैदान देश के अन्न भंडार हैं, जो पूरे देश का भरण-पोषण करते हैं

(iii) इन नदियों ने प्रारंभिक सभ्यता के लिए आधार प्रदान किया है और प्रारंभिक सिंधु घाटी सभ्यता को भी जन्म दिया है।

(iv) पठारी क्षेत्र खनिजों का भंडार है, जिसने देश के औद्योगीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

(v) तटीय क्षेत्र और द्वीप समूह मछली पकड़ने और बंदरगाह गतिविधियों के लिए स्थान प्रदान करते हैं। इस प्रकार, भूमि की विविध भौतिक विशेषताओं में भविष्य के विकास की अपार संभावनाएं हैं।

अभ्यास हेतु महत्वपूर्ण विष्लेषणात्मक प्रष्नोत्तर

High Order Thinking Skill Questions for Practice

1. हिमालय को युवा पर्वत क्यों कहा जाता है?

2. पश्चिमी घाट की नदियों द्वारा डेल्टाओं का निर्माण नहीं होता है। क्यों?

3. उत्तरी मैदानों में विविध उच्चावव विशेषताएं हैं“। समझाइए।

4. विभिन्न भौगोलिक इकाइयाँ प्रत्येक क्षेत्र की अनूठी विशेषताओं को उजागर करती हैं। आप कैसे कह सकते हैं कि प्रत्येक क्षेत्र दूसरे का पूरक है और भारत को अपने प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध बनाता है?

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धन्यवाद


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