लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?
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1. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों? भाग 1
2. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों? भाग 2
3. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों? भाग 3
4. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों? भाग 4
5. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों?: लोकतंत्र के खिलाफ तर्क, लोकतंत्र के पक्ष में तर्क (भाग - 5)
6. लोकतंत्र क्या?लोकतंत्र क्यों?:लोकतंत्र का वृहतर अर्थ (भाग - 6)/ अंतिम भाग
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महत्वपूर्ण तथ्य :
1. जनता का , जनता के लिए, जनता के द्वारा चलने
वाली शासन व्यवस्था को लोकतंत्र कहते हैं। : अब्राहम लिंकन
2. ‘डेमोक्रेसी’ यूनानी शब्द डेमोक्रेशिया
से बना है। यूनान में डेमोस का अर्थ होता है ‘लोग’ और ‘क्रेशिया’ का अर्थ होता है
‘शासन’। इस प्रकार डेमोक्रेसी अर्थात लोकतंत्र का अर्थ है ‘लोगों का शासन’।
3. म्यांमार में सैनिक
शासकों का चुनाव लोगों ने नहीं किया था।
4. पिनोशे , चिली का तानाशाह था
जिसे लोगों ने नहीं चुना था।
5. परवेज मुशर्रफ़ अक्टुबर
1999 में पाकिस्तान का तख्तापलट
कर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने थे।
6. ‘लीगल फ्रेमवर्क आर्डर’ अगस्त 2002 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़
ने जारी कर पाकिस्तान के संविधान को बदल डाला था।
7. बाथ पार्टी सीरिया
की तानाशाह राजनीतिक दल का नाम है।
8. कवांगुओ रेमनिन दाइवियाओ
दाहुई चीन की संसद को कहते हैं।
9. इंस्टीट्यूशनल रिवोल्यूशनरी
पार्टी ( पीआरआई) मैक्सिको के तानाशाह राजनीतिक दल का नाम है।
10. 2015 तक सउदी अरब में औरतों को वोट देने का
अधिकार नहीं था।
11. एस्टोनिया में नागरिकता
के दोहरे नियम लागू थे।
12. फिजी में मतदान के
नियम भारतीयों के पक्ष में नहीं थे।
13. जिम्बाब्वे सन् 1980 ई0 में अंग्रेजों से आजाद हुआ था।
14. राबर्ट मुगाबे 2017 तक जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति बने रहे।
15. चीन ने याहू और गूगल
जैसी वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा कर अपने नागरिकों को वैश्विक सूचनाओं से वंचित रखा।
16. 1958-61 के दौरान चीन में विश्व का सबसे भयानक
अकाल पड़ा था।
17. लोकतंत्र में हर वयस्क नागरिक का एक वोट
होता है।
18. मैक्सिको में सिर्फ
शासक दल ही चुनाव लड़ सकता है।
19. एक व्यक्ति एक वोट
एक मोल : लोकतांत्रिक चुनाव की प्रमुख विशेषता होती है।
20. भारत के गांवों में
ग्राम विकास के लोकतांत्रिक फैसले ग्राम सभाओं के माध्यम से होते हैं।
प्रश्नावली (पाठ्यपुस्तक आधारित )
1. यहाँ चार देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ हैं। इन सूचनाओं के
आधार पर आप इ़न देशों का वर्गींकरण किस तरह करेंगे? इनके सामने ’लोकतांत्रिक’ ’अलोकतांत्रिक’ और ’पक्का नहीं’ लिखें।
(क) देश कः जो लोग
देश के अधिकारिक धर्म को नहीं मानते उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं है।
(ख) देश खः एक ही पार्टी
बीते बीस वर्षों से चुनाव जीतती आ रही है।
(ग) देश गः पिछले तीन
चुनावों में शासक दल को पराजय का मुँह देखना पड़ा।
(घ) देश घः यहाँ स्वतंत्र
चुनाव आयोग नहीं है।
उत्तर - (क) देश क: अलोकतांत्रिक
(ख) देश ख: पक्का नहीं
(ग) देश ग: लोकतांत्रिक
(घ) देश घ: अलोकतांत्रिक
2. यहाँ चार अन्य देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ दी गई हैं, इन सूचनाओं के आधार पर आप इ़न देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे? इनके आगे ’लोकतांत्रिक’ ’अलोकतांत्रिक’ और ’पक्का नहीं’ लिखें।
(क) देश चः संसद सेना
प्रमुख की मंजूरी के बिना सेना के बारे में कोई कानून नहीं बना सकती।
(ख) देश छः संसद न्यायपालिका
के अधिकारों में कटौती का कानून नहीं बना सकती।
(ग) देश जः देश के
नेता बिना पड़ोसी देश की अनुमति के किसी और देश से संधि नहीं कर सकते।
(घ) देश झः देश के
आर्थिक फैसले केंद्रीय बैंक के अधिकारी करते हैं जिसे मंत्री भी नहीं बदल सकते।
उत्तर- (क) अलोकतांत्रिक
(ख) लोकतांत्रिक
(ग) अलोकतांत्रिक
(घ) अलोकतांत्रिक
3. इनमें से कौन-सा तर्क लोकतंत्र के पक्ष में अच्छा नहीं है और
क्यों?
(क) लोकतंत्र में लोग
खुद को स्वतंत्र और समान मानते हैं।
(ख) लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ
दूसरों की तुलना में टकरावों को ज्यादा अच्छी तरह सुलझाती है।
(ग) लोकतांत्रिक सरकारें
लोगों के प्रति ज्यादा उत्तरदायी होती हैं।
(घ) लोकतांत्रिक देश
दूसरों की तुलना में ज्यादा समृद्ध होते हैं।
उत्तर
विकल्प घ : लोकतांत्रिक देश दूसरों की तुलना में अधिक समृद्ध
होते हैं. लोकतंत्र में पक्ष में अच्छा तर्क नहीं है क्योंकि बहुत से ऐसे देश जैसे-
श्रीलंका, भारत जहाँ लोकतांत्रिक सरकार है लेकिन अधिक
समृद्ध नहीं है जबकि दुसरे देश जैसे चीन और सऊदी अरब जहाँ साम्यवादी सरकार तथा राजतंत्र
है लेकिन समृद्ध हैं। किसी भी देश की समृद्धि सरकार की सही नीतियों पर निर्भर करती
है। यह सरकार के रुप पर नहीं बल्कि प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर करता
है। लोकतंत्र समृद्धि की निश्चितता नहीं दे सकता है।
4. इ़न सभी कथनों में कुछ चीजें लोकतांत्रिक हैं तो कुछ अलोकतांत्रिक।
हर कथन में इन चीजों को अलग-अलग करके लिखें।
(क) एक मंत्री ने कहा
कि संसद को कुछ कानून पास करने होंगे जिसे विश्व व्यापार संगठन (ॅज्व्) द्वारा तय नियमों
की पुष्टि हो सके।
(ख) चुनाव आयोग ने
एक चुनाव क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों पर दुबारा मतदान का आदेश दिया जहाँ बड़े पैमाने
पर मतदान में गड़बड़ की गई थी।
(ग) संसद में औरतों
का प्रतिनिधित्व 10 प्रतिशत तक ही पहुँचा है। इस़ी के कारण
महिला संगठनों ने संसद में एक-तिहाई आरक्षण की माँग की है।
उत्तर
(क) एक मंत्री ने कहा कि संसद को कुछ कानून पास करने होंगे - लोकतांत्रिक।
जिससे विश्व व्यापार संगठन ( WTO) द्वारा तय नियमों
की पुष्टि हो सके - अलोकतांत्रिक।
(ख) चुनाव आयोग ने एक चुनाव क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों पर
दुबारा मतदान का आदेश दिया - लोकतांत्रिक।
जहाँ बड़े पैमाने पर मतदान में गड़बड़ की गई थी - अलोकतांत्रिक।
(ग) इसी के कारण महिला संगठनों ने संसद में एक-तिहाई आरक्षण की
माँग की है- - लोकतांत्रिक।
संसद में औरतों का प्रतिनिधित्व 10 प्रतिशत तक ही पहुँचा है - अलोकतांत्रिक।
5. लोकतंत्र में अकाल और भुखमरी की संभावना कम होती है। यह तर्क
देने का इनमें से कौन-सा कारण सही नहीं है?
(क) विपक्षी दल भूख
और भुखमरी की ओर सरकार का ध्यान दिला सकते हैं।
(ख) स्वतंत्र अखबार
देश के विभिन्न हिस्सों में अकाल की स्थिति के बारे में ख़बरें दे सकते हैं।
(ग) सरकार को अगले
चुनाव में अपनी पराजय का डर होता है।
(घ) लोगों को कोई भी
तर्क/धर्म मानने और उस पर आचरण करने की स्वतंत्रता है।
उत्तर
विकल्प घ : धर्म मानने
की स्वतंत्रता का लोकतांत्रिक देश में अकाल की कम संभावना से कोई लेना देना नहीं है।
लोग किसी भी धर्म का आचरण करें उससे अकाल को रोकने का तर्क आधारहीन है , सही नहीं है।
6.किसी जिले में 40 ऐसे गाँव हैं जहाँ सरकार ने पेयजल उपलब्ध
करने का कोई इंतजाम नहीं किया है। इन गाँवों के लोगों ने एक बैठक की और अपनी जरूरतों
की ओर सरकार का ध्यान दिलाने के लिए कई तरीकों पर विचार किया। इनमें से कौन-सा तरीका
लोकतांत्रिक नहीं है?
(क) अदालत में पानी
को अपने जीवन के अधिकार का हिस्सा बताते हुए मुकदमा दायर करना।
(ख) अगले चुनाव का
बहिष्कार करके सभी पार्टियों को सन्देश देना।
(ग) सरकारी नीतियों
के खिलाफ जन सभाएँ करना।
(घ) सरकारी अधिकारियों
को पानी के लिए रिश्वत देना।
उत्तर
विकल्प (घ) सरकारी अधिकारियों को पानी के लिए रिश्वत देना- ये तरीका लोकतांत्रिक नहीं है।
7. लोकतंत्र के खिलाफ दिए जाने वाले तर्कों का जवाब दीजिएः
(क) सेना देश का सबसे
अनुशासित और भ्रष्टाचार मुक्त संगठन है। इसीलिए सेना को देश का शासन करना चाहिए।
(ख) बहुमत के शासन
का मतलब है मूर्खां और अषिक्षितों का राज। हमें तो होशियारों के शासन की जरुरत है, भले ही उनकी संख्या
कम क्यों न हो।
(ग) अगर अध्यात्मिक
मामलों में मार्गदर्शन के लिए हमें धर्म गुरूओं की जरुरत होती है तो उन्हीं को राजनैतिक
मामलों में मार्गदर्शन का काम क्यों नहीं सौंपा जाए। देश पर धर्म-गुरुओं का शासन होना
चाहिए।
उत्तर
पहला तर्क एक लोकतंत्र लोगों
के बीच, लोगों के द्वारा निर्वाचित स्वयं लोगों की
सरकार है। सेना देश की सुरक्षा में अभिन्न अंग है, लेकिन यह लोगों द्वारा चुनी हुई नहीं होती है। इस प्रकार यह
एक लोकतांत्रिक सरकार नहीं बना सकती है।
दूसरा तर्क भी सही नहीं है क्योंकि
कोई व्यक्ति मूर्ख नहीं होता हैं सभी लोग कुछ हद तक अपने स्तर अनुरूप बुद्धिमान होते
ही हैं।
तीसरा तर्क भी गलत है क्योंकि
धर्म को राजनीति में लाने से गंभीर संघर्ष हो सकता है। धार्मिक स्वतंत्रता का दुरूपयोग
हो सकता है।
8. इनमें से किन कथनों
को आप लोकतांत्रिक समझते हैं? क्यों?
(क) बेटी से बाप :
मैं शादी के बारे में तुम्हारी राय सुनना नहीं चाहता। हमारे परिवार में बच्चे वहीँ
शादी करते हैं जहाँ माँ-बाप तय कर देते हैं।
(ख) छात्र से शिक्षक
: कक्षा में सवाल पूछकर मेरा ध्यान मत बंटाओ।
(ग) अधिकारियों से
कर्मचारी : हमारे काम करने के घंटे कानून के अनुसार कम किये जाने चाहिए।
उत्तर
(क) यह कथन अलोकतांत्रिक है क्योंकि हर व्यस्क को अपना जीवन साथी
चुनने का पूरा अधिकार है। कोई पिता अपनी बेटी से ये हक़ नहीं छीन सकता।
(ख) यह कथन भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत नहीं है। एक छात्र
को सवाल पूछने का हक़ है। अगर उसका यह अधिकार अस्वीकार कर दिया गया है तो यह अलोकतांत्रिक
है।
(ग) तीसरा कथन लोकतांत्रिक है क्योंकि यह कानून का एक नियम है
जो कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है।
9.एक देश के बारे में निम्नलिखित तथ्यों पर गौर करें और फैसला
करें और फैसला करें कि आप इसे लोकतंत्र कहेंगे या नहीं। अपने फैसले के पीछे के तर्क
भी बताएँ।
(क) देश के सभी नागरिकों
को वोट देने का अधिकार है और चुनाव नियमित रूप से होते हैं।
(ख) देश ने अंतर्रष्ट्रीय
एजेंसियों से ऋण लिया। ऋण के साथ यह एक शर्त जुडी थी कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य
पर अपने खर्चों में कमी करेगी।
(ग) लोग सात से ज्यादा
भाषाएँ बोलते हैं पर षिक्षा का माध्यम सिर्फ एक भाषा है, जिसे देश के 52 फीसदी लोग बोलते हैं।
(घ) सरकारी नीतियों
का विरोध करने के लिए अनेक संगठनों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन करने और देश भर में
हड़ताल करने का आह्वान किया है। सरकार ने उनके नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
(ड) देश के रेडियो
और टेलीविज़न चैनल सरकारी हैं। सरकारी नीतियों और विरोध के बारे में खबर छपने के लिए
अखबारों को सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है।
उत्तर
(क) यह लोकतंत्र है क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में केवल वोट
देने का अधिकार है और नियमित समय पर चुनाव भी होते है।
(ख) एक लोकतांत्रिक देश अपने लोगों के कल्याण के बारे में सोचता
है। स्वास्थ्य और शिक्षा पर कम खर्च करने की स्थिति लोगों के कल्याण के खिलाफ है।
(ग) लोकतंत्र में, शिक्षा सभी
भाषाओं में उपलब्ध है क्योकि यह मूलभूत अधिकार है। अधिकांश लोगों की भाषा अधिकारिक
हो सकती है।
(घ) लोकतंत्र में शांतिपूर्वक ढंग से अपनी राय व्यक्त करने का
अधिकार है। हड़ताली नेताओं को गिरफ्तार करना अलोकतांत्रिक व्यवहार है।
10. अमेरिका के बारे में 2004 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार वहाँ के
समाज में असमानता बढ़ती जा रही है। आमदनी की असमानता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विभिन्न
वर्गों की भागीदारी घटने-बढ़ने के रूप में भी सामने आई। इन समूहों की सरकार के फ़ैसलों
पर असर डालने की क्षमता भी इससे प्रभावित हुई हैं। इस रिपोर्ट की मुख्य बातें थीं;
ऽ सन 2004 में एक औसत अश्वेत परिवार की आमदनी 100 डालर थी जबकि गोरे परिवार की आमदनी 162 डालर। औसत गोरे परिवार के पास अश्वेत परिवार
से 12 गुना ज़्यादा संपत्ति थी।
ऽ राष्ट्रपति चुनाव में 75000 डालर से ज़्यादा आमदनी वाले परिवारों के
प्रत्येक 10में से 9 लोगों ने वोट डाले
थे। यही लोग आमदनी के हिसाब से समाज के ऊपरी 20 फीसदी में आते हैं। दूसरी ओर 15000 डालर से कम आमदनी वाले परिवारों के प्रत्येक
10 में से सिर्फ़ 5 लोगों ने ही वोट डाले। आमदनी के हिसाब
से ये लोग सबसे निचले 20 फीसदी हिस्से में आते हें।
ऽ राजनैतिक दलों का करीब 95 फीसदी चंदा अमीर परिवारों से ही आता है।
इससे उन्हें अपनी राय और चिंताओं से नेताओं को अवगत कराने का अवसर मिलता है। यह सुविधा
देश के अधिकांश नागरिकों को उपलब्ध नहीं है।
ऽ जब गरीब लोग राजनीति में कम भागीदारी
करते हैं तो सरकार भी उनकी चिंताओं पर कम ध्यान देती है-गरीबी दूर करना, रोजगार देना, उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास
की व्यवस्था करने पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता जितना दिया जाना चाहिए। राजनेता अकसर
अमीरों और व्यापारियों की चिंताओं पर ही नियमित रूप से गौर करते हें।
इस रिपोर्ट की सूचनाओं को आधार बनाकर और
भारत के उदाहरण देते हुए “लोकतंत्र और गरीबी’ पर एक लेख लिखें।
उत्तर
लोकतंत्र और गरीबी
लोकतंत्र का उपयोग आज कल सीमित सा हो गया है। आज कल लोकतंत्र
के फायदों का उपयोग केवल वे लोग कर रहे है जिसके पास धन, शिक्षा और संसाधन है। भारत में अमीरों और गरीबों के बीच का अंतर
तेजी से बढ़ रहा है। गरीब और गरीब होता जा रहा है जबकि अमीर और अमीर हो रहा है। सरकार
द्वारा दी गई सुविधाओं का लाभ अमीर उठा रहे है जबकि गरीब इससे वंचित रह जाते है।
राजनीति को लोगों ने व्यवसाय बना लिया है। लोग अब जनता की समस्याओं
का हल निकालने के लिए राजनीति में नहीं जाना चाहते बल्कि अपने व्यक्तिगत तथा वर्गीय
फायदे के लिए राजनीति से जुड़ते है। गरीबी दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। भारत की
आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा गावों में बसता है। उनके लिए कागज पर बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाई
जाती है और विकास की राशि नेताओं, व्यपारियों और ठेकेदारो
में बाँट ली जाती है।
जनता के पास यह शक्ति होनी चाहिए कि वह जब चाहे अपने प्रतिनिधि
को वापस बुला सकती है। साथ ही चुनावों में धन के प्रयोग पर रोक लगानी चाहिए तभी लोकतंत्र
का सही रूप सामने आएगा और आम जनता की समस्या तथा देश के विकास की ओर भी नेताओं का ध्यान
जाएगा।
अन्य उत्तर
भारत में आर्थिक आधार पर अत्यधिक असमानता पायी जाती है। समाज
में एक वैभवशाली, साधन सम्पन्न विलासी वर्ग है तो वहीं ऐसे
लोग भी हैं, जिन्हें वक्त की रोटी भी मुश्किल से मिल पाती
है। इससे स्पष्ट है कि लोगों की आय में अत्यधिक असमानता पायी जाती है। मानव विकास रिपोर्ट
के अनुसार भारत में 26 प्रतिशत लोग
गरीबी की श्रेणी में आते हैं। निर्धनता अनेक सामाजिक और आर्थिक बुराइयों को जन्म देती
है।
निर्धन व्यक्ति को हमेशा अपने भरणपोषण की चिन्ता सताती रहती
है। ऐसे में उसके पास समाज और देश की समस्याओं के बारे में विचार करने का न तो समय
होता है और न ही इच्छा।
गरीब व्यक्ति चुनाव लड़ना तो दूर उसके बारे में मुश्किल से सोच
पाता है क्योंकि उसके सामने आर्थिक समस्याओं का पहाड़ खड़ा रहता है। राजनीतिक दल पूँजीपतियों
से पार्टी फण्ड में चन्दा लेते हैं, इसलिए यह आम धारणा
है कि सरकार पर पूँजीपतियों का नियंत्रण है। प्रत्येक राजनीतिक दल गरीबों की गरीबी
का राजनीतिक लाभ उठाना चाहता है।
चुनाव के समय सभी राजनीतिक दल गरीबी उन्मूलन की बात तो करते
हैं किन्तु सत्ता में आने के बाद वे अपने इस वायदे को भूल जाते हैं। निर्धनता ने अनेक
हिंसात्मक आन्दोलनों को जन्म दिया है। निश्चय ही निर्धनता भारतीय लोकतन्त्र की सफलता
में बहुत बड़ी बाधा है।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर-
1. विश्व के अधिकतर देशों में कौनसी शासन व्यवस्था कायम है?
(अ) राजतंत्र (ब)
लोकतंत्र (स) कबीलाई तंत्र (द) सैनिक तंत्र
2. लोकतंत्र जनता का, जनता के
लिए और जनता द्वारा शासन है।” यह कथन किसका है ?
(अ) अब्राहम लिंकन (ब) जॉन एफ० केनेडी (स) जार्ज वाशिंगटन (द) डोनाल्ड
ट्रंप
3. डेमोक्रेसी किस भाषा का शब्द है?
(अ) अमेरिकी (ब) यूनानी (स) भारतीय (द)
जापानी
4. डेमोक्रेसी का क्या अर्थ है?
(अ) लोगों का शासन (ब) राजा का शासन (स) नेताओं का शासन (द) सेना
का शासन
5. किस देश में सैनिक शासकों ने सत्ता संभाली थी?
(अ) चिली (ब)
जिम्बाब्वे (स) ब्राजील (द) मेक्सिको
6. पिनोशे किस देश का तानाशाह था?
(अ) चिली (ब)
जिम्बाब्वे (स) ब्राजील (द) मेक्सिको
7. पाकिस्तान में जनरल परवेज मुशर्रफ ने लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट
कब किया?
(अ) 1995 (ब) 1997 (स) 1999 (द) 2001
8. चीन की संसद का क्या नाम है?
(अ) पार्लियामेंट (ब) डयूमा (स) राष्ट्रीय जन संवाद (द) कांग्रेस
9. चीन की संसद हेतु नियमित रूप से कितने वर्षों में चुनाव होता
है?
(अ) 4 वर्ष (ब)
5 वर्ष (स) 6 वर्ष (द)
10 वर्ष
10. मेक्सिको को स्वतंत्रता कब प्राप्त हुई?
(अ) 1901 ई. (ब)
1925 ई. (स)
1930 ई. (द)
1941 ई.
11. मेक्सिको में कितने वर्षों के बाद राष्ट्रपति का चुनाव होता
है?
(अ) 4 वर्ष (ब) 5 वर्ष (स)
6 वर्ष (द) 10 वर्ष
12. भारत में वोट डालने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए?
(अ) 16 वर्ष (ब)
18वर्ष (स) 20 वर्ष (द)
25 वर्ष
13. इनमें से कौन सी शासन प्रणाली का ज्यादा जवाबदेही वाला स्वरूप
है?
(अ) लोकतंत्र (ब)
राजतंत्र (स) अ और ब दोनों (द) इनमें से कोई नहीं
14. इनमें से किस देश में सन 2015 तक महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्राप्त
नहीं था?
(अ) पाकिस्तान (ब) नेपाल (स) फ्रांस (द) सउदीअरब
15. इनमें से कौन सा देश है जहां चुनावों में स्थानीय लोगों के वोट
का महत्व की भारतीय मूल के लोगों की अपेक्षा अधिक है?
(अ) भूटान (ब) जिम्बाब्वे (स) श्रीलंका (द) फिजी
16. किस देश में अल्पसंख्यक रूसी नागरिकों के लिए वोट देने का अधिकार
हासिल करना अत्यंत कठिन प्रक्रिया थी?
(अ) एस्टोनिया (ब)
यूक्रेन (स) बेलारूस (द) पोलैंड
17. अफ्रीकी देश जिंबाब्वे को अल्पसंख्याक गोरों (अंग्रेज) के शासन
से कब आजादी प्राप्त हुई?
(अ) 1947 ई. (ब)
1971 ई. (स)
1980 ई. (द)
2000 ई.
18. इस देश में भारतीय तमिलों को वोट डालने का अधिकार नहीं दिया
गया था?
(अ) पाकिस्तान (ब) श्रीलंका (स) मालदीव (द) ग्वाटेमाला
19. इनमें से किस वर्ष चीन में भयंकर अकाल पड़ा था?
(अ) 1941-45 (ब) 1949-52 (स) 1958-61 (द) 1971-74
20. इनमें से कौन सा देश है जिसमें फौजी शासन या तानाशाही शासन नहीं
आई है?
(अ) पाकिस्तान (ब) जिम्बाब्वे (स) मैक्सिको (द) म्यांमार
21. भारत में चुनाव का संचालन इनमें से कौन करता है?
(अ) राष्ट्रपति (ब) प्रधानमंत्री (स) चुनाव आयोग (द) विधि मंत्री
22. भारत में राष्ट्रपति का चुनाव कितने वर्षों के बाद होता है?
(अ) 3 वर्ष (ब)
4 वर्ष (स) 5 वर्ष (द) 6 वर्ष
23. EVM का पूरा नाम है?
(अ) इलेक्ट्रिक वैक्स
मशीन (ब) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग
मशीन
(स) इमेजिंग वोटिंग
मशीन (द) इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल
मशीन
24. भारत में लोकतंत्र का मंदिर किसे कहते हैं?
(अ) संसद (ब)
विधान सभा (स) इंडिया गेट (द)
लालकिला
25. लोकतंत्र एक शासन प्रणाली है जिसमें-
(अ) शासकों का चुनाव
एक प्रतिनिधिमंडल करती है (ब) शासकों का चुनाव जनता करती है
(स) शासक स्वयं चुने
जाते हैं (द)
इनमें कोई नहीं।
26. निम्नांकित में कौन-सा देश गैर लोकतांत्रिक देश है ?
(अ) भारत (ब) पाकिस्तान (स)
अमेरिका (द) बेल्जियम
27. निम्नांकित में कौन-सा देश लोकतांत्रिक देश है ?
(अ) संयुक्त राज्य
अमेरिका (ब) जिम्बाब्वे (स) पाकिस्तान (द)
चीन
28. निम्नांकित में से कौन वर्तमान में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति
थे ?
(अ) पिनोशे (ब)
राबर्ट मुगाबे (स) परवेज मुशर्रफ़ (द) नेल्सन मंडेला
29. परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान में सत्ता में किस प्रकार आये ?
(अ) सैनिक तख्तापलट
द्वारा (ब) आम चुनाव
द्वारा
(स) पैतृक राजसत्ता
द्वारा (द) जनविद्रोह
के द्वारा
30. किन देशों राजनीति
में थैलीशाहों अर्थात भ्रष्टाचारियों की भूमिका प्रमुख है?
(अ) लातिन अमेरिकी
देश (ब) एशियाई देश (स) अफ्रीका देश (द) यूरोपीय देश
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
1. मेरी, योलांदा और रिबियांग की शिक्षक का नाम
................... है। ( लिंगदोह मैडम/लिंगदोह
सर)
2. अब्राहम लिंकन .................. देश
के राष्ट्रपति थे? ( संयुक्त राज्य अमेरिका/रूस)
3. सीरिया ............... क्षेत्र का एक
देश है। ( पश्चिम एशिया/मध्य एशिया )
4. चीन की संसद में सदस्यों की संख्या
.................. है। (3000/5000)
5. पी.आर.आई का पूरा नाम
.................... है। ( इंस्टीट्यूशनल
रिवॉल्यूशनरी पार्टी/ पीपल रिपब्लिक पार्टी)
6. राबर्ट मुगाबे को राष्ट्रपति पद से वर्ष
.................... में हटना पड़ा। (2017/2019)
सही जोड़ी बनाइए -
1.
स्तम्भ ‘क’ स्तम्भ ‘ख’
(i) परवेज मुशर्रफ़ (अ) ईराक
(ii) राबर्ट मुगाबे (ब) अमेरिका
(iii) सद्दाम हुसैन (स) पाकिस्तान
(iv) पिनोशे (द) सऊदी अरब
(v) अब्राहम लिंकन (इ) जिम्बॉब्वे
(वी) सुल्तान शाह (फ) चिली
एक वाक्य/शब्द में उत्तर दीजिए -
1. लोकतंत्र में शासकों का चुनाव कौन करता
है?
2. इराक में चुनाव करवाने किन देशों ने उपस्थिति
दी थी?
3. बाथ पार्टी किस देश की शासक पार्टी थी?
4. वह यंत्र जिसका उपयोग लिखने,पढ़ने, संगीत सुनने,रोशनी दिखाने, डिजाइन बनाने आदि
अनेक कामों में होता है क्या कहलाता है?
5. परवेज मुशर्रफ़ ने किस आदेश के तहत पाकिस्तान
का संविधान बदल डाला?
6. गुगल और याहू जैसी लोकप्रिय वेबसाइटों
पर किस देश ने प्रतिबंध लगा दिया था?
7. किस देश में एक निहत्थे प्रदर्शनकारी छात्र
के ऊपर फौजी टैंक चढ़ाकर डराने का प्रयास किया गया था?
सत्य/असत्य लिखिए -
1. सभी समस्याओं को हल करने लोकतंत्र एक जादू
की छड़ी है।
2. चुनाव के समय बांग्लादेश में किसी भी पार्टी
की सरकार नहीं रहती है।
3. चीन में अकाल के दौरान जनता को किसी तरह
की कोई परेशानी नहीं हुई।
4. ग्रामसभा की बैठकें लोकतंत्र का उदाहरण
हैं।
5. भारत एक अलोकतांत्रिक देश है।
---000---
उत्तरमाला
बहुविकल्पीय प्रश्न
1 | ब | 7 | स | 13 | अ | 19 | स | 25 | ब |
2 | अ | 8 | स | 14 | द | 20 | स | 26 | ब |
3 | ब | 9 | ब | 15 | द | 21 | स | 27 | अ |
4 | अ | 10 | स | 16 | अ | 22 | स | 28 | ब |
5 | द | 11 | स | 17 | स | 23 | ब | 29 | अ |
6 | अ | 12 | ब | 18 | ब | 24 | अ | 30 | अ |
रिक्त स्थानो की पूर्ति
1. लिंगदोह मैडम 2. संयुक्त राज्य अमेरिका 3. पश्चिम एशिया 4. 3000
5. इंस्टीट्यूशनल रिवॉल्यूशनरी पार्टी 6. 2017
सही जोड़ी
(i) - (स) , (ii) - (इ) , (iii) - (अ) , (iv) - (फ) , (v) - (ब) , (vi) - (द)
एक वाक्य/शब्द में उत्तर
1. जनता 2. अमेरिका आदि 3. सीरिया 4. कम्प्यूटर 5. लीगल फ्रेमवर्क ऑर्डर (2002)
6. चीन 7. चीन
सत्य/असत्य
1. असत्य 2. सत्य 3. असत्य 4. सत्य 5. असत्य
---000---
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ( 02 अंक )
प्रश्न 1. सार्वभौम वयस्क
मताधिकार से क्या आशय है?
उत्तर - भारत में 18 वर्ष से अधिक की आयु का कोई भी नागरिक
चाहे वह किसी भी जाति, रंग, सम्प्रदाय या सामाजिक स्थिति का हो उसे
मतदान का अधिकार है।
प्रश्न 2. डेमोक्रेसी शब्द
की उत्पत्ति किस भाषा के शब्द से हुई है?
उत्तर - डेमोक्रेसी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक
भाषा के शब्द डीमोस तथा क्रेशिया से हुई है, ‘डीमोस’ का अर्थ है जनता (लोग) तथा ‘क्रेशिया’
का अर्थ है शासन। अतः लोकतंत्र वह शासन प्रणाली है जिसमें देश का शासन जनता के हाथों
में होता है।
प्रश्न 3. लोकतांत्रिक सरकार
की सीमाएँ बताइए।
उत्तरः एक लोकतांत्रिक सरकार संवैधानिक
कानूनों एवं नागरिक अधिकारों के दायरे में रहते हुए शासन करती है। इसमें कानून का शासन
होता है जिससे सरकार संवैधानिक कानूनों एवं नागरिक अधिकारों के दायरे में रहते हुए
शासन करती है।
प्रश्न 4. लोकतन्त्र लोगों
की गरिमा में वृद्धि करता है। व्याख्या करें।
उत्तरः राजनीतिक समानता पर आधारित होने
के कारण लोकतन्त्र यह स्वीकार करता है कि सबसे निर्धन एवं सबसे कम पढ़े लिखे लोगों की
समाज में वही स्थिति है जो अमीर व शिक्षित लोगों की है। लोकतंत्र में लोग शासक की प्रजा
नहीं बल्कि स्वयं शासक हैं। अतः हम कह सकते हैं लोकतंत्र सभी नागरिकों का सम्मान करता
है तथा उनकी गरिमा में वृद्धि करता है।
प्रश्न 5. बेहतर सरकार और
सामाजिक जीवन पर प्रभाव की दृष्टि से तीन तर्क दीजिए जो लोकतन्त्र को सुदृढ़ सिद्ध करते
हैं।
उत्तरः
(क) लोकतांत्रिक व्यवस्था
में नागरिक अधिकार और सम्मान में वृद्धि होती है।
(ख) लोकतन्त्र में
अन्य शासन व्यवस्थाओं की तुलना में नागरिक की स्थिति अच्छी होती है।
(ग) लोकतन्त्र राजनीतिक
समानता के सिद्धान्त पर आधारित है, यहाँ सबसे गरीब और अनपढ़ को भी वही दर्जा
प्राप्त है जो अमीर और पढ़े लिखे लोगों को है। लोग किसी शासक की प्रजा न होकर खुद अपने
शासक हैं।
प्रश्न 6. लोकतांत्रिक व्यवस्था
में अपनी गलती सुधारने का अवसर मिलता है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः ऐसा कोई शासन तन्त्र नहीं जिसमें
शासन तन्त्र से कोई गलती न हो चाहे वह लोकतन्त्र ही क्यों न हो। लेकिन लोकतन्त्र में
गलतियों पर विचार-विमर्श करने और उसे सुधारने की संभावना अन्तर्निहित होती है। इसका
आशय यह है कि या तो शासक समूह अपना निर्णय बदले या फिर शासक समूह को ही बदला जा सकता
है। गैरलोकतांत्रिक सरकारों में ऐसा नहीं किया जा सकता है।
प्रश्न 7. ऐसे दो देशों का
उदाहरण दीजिए जहाँ नागरिकों को मतदान के समान अधिकार नहीं हैं?
उत्तरः 1. एस्टोनिया ने अपने यहाँ नागरिकता के नियम
कुछ इस तरह बनाए हैं कि रूसी अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मतदान का अधिकार हासिल करने
में मुश्किल होती है।
2. फिजी की चुनाव प्रणाली
में वहाँ के मूल निवासियों के वोट का महत्त्व भारतीय मूल के फिजी नागरिक के वोट से
ज्यादा है।
प्रश्न 8. अर्थशास्त्रियों
के अनुसार चीन में पड़े भयंकर अकाल के कारण तीन करोड़ से अधिक लोगों के मरने का प्रमुख
कारण क्या था?
उत्तरः अर्थशास्त्रियों के अनुसार चीन
में पड़े भयंकर अकाल के कारण तीन करोड़ से अधिक लोगों के मरने का मुख्य कारण वहाँ पर
साम्यवादी शासन व्यवस्था को माना गया है। जिसकी अलोकतांत्रिक कार्यप्रणाली के कारण
आम जनता का नुकसान हुआ।
प्रश्न 9. संविधान संशोधन
से क्या तात्पर्य है?
उत्तरः समय - समय पर जो संविधान में परिवर्तन
किया जाता है उसे संविधान संषोधन कहते हैं।
प्रश्न 10. लोकतंत्र के वे
तीन मूल्य बताइए जिन पर कोई भी लोकतंत्र टिका हुआ है?
अथवा
लोकतंत्र के तीन मूल्य कौन कौन से हैं?
उत्तर :- स्वतंत्रता, समानता और न्याय।
प्रश्न 11. अलोकतांत्रिक सरकार
के कोई दो उदाहरण बताइए।
उत्तरः 1. तानाशाही 2. सैनिक शासन
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर ( 03 अंक )
प्रश्न 1. मैक्सिको में पी.
आर. आई. पार्टी निरन्तर 2000 ई. से किस तरह से सत्ता में बनी हुई है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः मैक्सिको का यह राजनीतिक दल चुनाव
में हर तरह के हथकण्डे अपनाकर किसी न किसी तरह चुनाव जीतने का प्रयास करती रही है और
इसमें सफल भी रही थी। सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों और अन्य
लोगों के लिए पार्टी की बैठकों में जाना अनिवार्य था। सरकारी स्कूलों के अध्यापक अपने
विद्यार्थियों के माता-पिता से पी.आर.आई. को वोट देने को कहते थे। कई बार अन्तिम क्षणों
में मतदान केन्द्रों को एक जगह से हटाकर दूसरी जगह कर दिया जाता था जिससे अनेक लोग
वोट नहीं डाल पाते थे। पी.आर.आई. राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के चुनाव अभियान में
काफी धन खर्च करती थी। पी.आर.आई की कार्यषैली अलोकतांत्रिक थी।
प्रश्न 2. चीन में सांसद
का चुनाव किस प्रकार किया जाता है?
उत्तरः चीन की संसद ‘राष्ट्रीय जन संसद’
कहलाती है। चीन की संसद हेतु प्रत्येक पाँचवें वर्ष नियमित रूप से चुनाव होता है। इस
संसद को देश का राष्ट्रपति नियुक्त करने का अधिकार है। इसमें पूरे देश से लगभग 3,000 सदस्य आते हैं। कुछ सदस्यों का चुनाव सेना
भी करती है। चुनाव लड़ने से पहले सभी उम्मीदवारों को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से चुनाव
लड़ने की मंजूरी लेनी होती है। 2002-03 ई. में हुए चुनावों में सिर्फ कम्युनिस्ट
पार्टी और उससे सम्बद्ध कुछ छोटी पार्टियों के सदस्यों को ही चुनाव लड़ने की अनुमति
मिली। सरकार सदा कम्युनिष्ट पार्टी की ही बनती है।
प्रश्न 3. जिम्बाब्वे की
लोकतांत्रिक व्यवस्था ने किस तरह का उदाहरण प्रस्तुत किया है?
उत्तरः जिम्बाब्वे लोकतांत्रिक व्यवस्था
के लिए यह उदाहरण प्रस्तुत करता है कि शासकों द्वारा जनता का विश्वास पाने के लिए बार-बार
जनादेश पाना लोकतन्त्र की एक आवश्यकता है पर इतना ही पर्याप्त नहीं है। लोकप्रिय नेता
भी अलोकतांत्रिक हो सकते हैं। लोकप्रिय नेता भी तानाशाह हो सकते हैं। जिम्बाब्वे के
नेता रॉबर्ट मुगाबे अत्यधिक लोकप्रिय नेता हैं। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी रहे
हैं और स्वतन्त्रता के बाद से ही शासन कर रहे हैं। चुनाव नियमित रूप से होते हैं और
सदा जानु पी. एफ. दल ही चुनावों में जीतता आया है। चुनाव जीतने के लिए गलत तरीके भी
अपनाए जाते हैं। अतः यह उदाहरण लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए अच्छा संदेश नहीं है।
प्रश्न 4. तानाशाही का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः तानाशाही शासन का वह रूप है जिसमें
शासन की सत्ता एक ही व्यक्ति अथवा एक ही राजनैतिक दल के हाथों में होती है। तानाशाह
(अधिनायक) अपनी शक्तियों का प्रयोग अपनी इच्छानुसार करता है और वह किसी के प्रति उत्तरदायी
नहीं होता। नागरिकों को तानाशाह अथवा उसकी नीतियों की आलोचना करने का अधिकार नहीं होता।
उसका कार्यकाल निश्चित नहीं होता और वह तब तक अपने पद पर बना रहता है जब तक शासन की
शक्ति उसके हाथों में रहती है।
प्रश्न 5. लोकतांत्रिक व्यवस्था
दूसरों से बेहतर है क्योंकि लोकतंत्र मतभेदों और टकरावों को संभालने का तरीका उपलब्ध
कराता है। व्याख्या करें।
उत्तरः किसी भी समाज में लोगों के हितों
और विचारों में अन्तर होता है। भारत की तरह बहुत ज्यादा सामाजिक विविधता वाले देश में
इस तरह का अन्तर और भी अधिक होता है। भारत में विभिन्न भाषा, क्षेत्र, जाति, धर्म के लोग रहते
हैं। इनके रहन-सहन में भी अन्तर है। एक समूह की पसंद और दूसरे समूह की पसंद में टकराव
भी होता है। लोकतन्त्र इस समस्या का एकमात्र शांतिपूर्ण समाधान उपलब्ध कराता है। किसी
एक समूह की पसंद को थोपा या लादा नहीं जा सकता है। समयानुसार प्रत्येक समूह की सुविधाओं
और पसंद का ख्याल रखते हुए लोकतांत्रिक सरकार विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सामंजस्य
कराती है।
प्रश्न 6. लोकतांत्रिक व्यवस्था
के प्रमुख दोषों का उल्लेख कीजिए।
उत्तरः लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रमुख
दोष इस प्रकार हैं
·
लोकतंत्र भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है क्योंकि यह चुनावी प्रतिस्पर्धा पर आधारित है।
·
निर्वाचित नेता लोगों के सर्वश्रेष्ठ हितों से परिचित नहीं होते हैं। ऐसे में वे
अनेक गलत निर्णय करते हैं जिससे जनसामान्य को कष्ट होता है।
·
लोकतन्त्र में नेता बदलते रहते हैं। यह अस्थिरता का कारण बनता है।
·
लोकतन्त्र राजनैतिक प्रतिद्वन्दिता एवं शक्ति का खेल है। इसमें नैतिकता के लिए
कोई स्थान नहीं है।
·
जनसाधारण को यह पता नहीं होता है कि उनके लिए क्या करना अच्छा है, उन्हें कोई निर्णय
नहीं लेने दिया जाता है।
प्रश्न 7. प्रत्यक्ष लोकतन्त्र
को स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः प्रत्यक्ष लोकतन्त्र में राज्य
की इच्छा जनता द्वारा आम सभाओं के माध्यम से प्रकट की जाती है। इसमें जनता अपने प्रतिनिधियों
को निर्वाचित करके नहीं भेजती, वरन् स्वयं एकत्रित होकर अधिकारियों को
नियुक्त करती है, कर निर्धारित करती है तथा कानून बनाती है।
ऐसा प्रजातन्त्र छोटे-छोटे राज्यों में
ही स्थापित किया जा सकता है। प्राचीन यूनान तथा रोम के नगर-राज्यों में प्रत्यक्ष प्रजातन्त्र
प्रणाली प्रचलित थी। इसके आधुनिक राष्ट्र राज्यों में इसे लागू नहीं किया जा सकता फिर
भी स्विट्जरलैण्ड के कुछ कैंटनों, अमेरिका तथा रूस के कुछ राज्यों तथा गणतन्त्रों
में प्रत्यक्ष प्रजातंत्र की व्यवस्था है। भारत में इस तरह की व्यवस्था प्राचीन लिच्छवी
गणराज्य के अंतर्गत जनपदों में थी।
प्रत्यक्ष प्रजातंत्र के आधुनिक साधनों
में जनमत संग्रह, प्रस्तावाधिकार तथा प्रत्यावर्तन के साधन हैं। इन साधनों द्वारा
मतदाता कानून के निर्माण में प्रत्यक्ष रूप से भाग ले सकते हैं। जनमत संग्रह का थोड़ा-बहुत
प्रयोग अन्य देशों में भी किया जाता है।
प्रश्न 8. अप्रत्यक्ष लोकतंत्र
का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः अप्रत्यक्ष (प्रतिनिधि) लोकतन्त्र
वर्तमान समय में ऐसे राज्यों में पाया जाता है जहाँ का क्षेत्रफल तथा जनसंख्या अधिक
होती है। जनसंख्या व क्षेत्रफल की विशालता के कारण ही अप्रत्यक्ष लोकतन्त्र का विकास
हुआ, जिसमें मतदाता अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं, जो देश का शासन चलाते हैं।
ये प्रतिनिधि एक निश्चित समय के लिए चुने
जाते हैं। यदि ये प्रतिनिधि जनता की इच्छानुसार या जनमत के अनुसार कार्य नहीं करते
तो अगले चुनाव में जनता उन्हें वोट नहीं करेगी और वे चुनाव हार कर सत्ता से बाहर हो
जायेंगे। इस तरह जनता के प्रतिनिधि जनता के प्रति उत्तरदायी बने रहते हैं। वर्तमान
समय में जहाँ भी प्रजातंत्रात्मक शासन प्रणाली अपनायी गयी है वहाँ प्रतिनिधि प्रजातन्त्र
प्रणाली ही पायी जाती है। जैसे - भारत, अमेरिका आदि।
प्रश्न 9. भारत में लोकतन्त्र
का भविष्य बताइए।
उत्तरः यद्यपि भारत के लोकतांत्रिक विकास
के मार्ग में अनेक बाधाएँ हैं लेकिन भारत में अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों ने यह स्पष्ट कर दिया है
कि भारत में लोकतन्त्र का भविष्य उज्ज्वल है। ये सभी चुनाव प्रायः स्वतन्त्र और निष्पक्ष
रूप से कराए गए हैं।
न केवल भारतीय जनता बल्कि राजनीतिक दलों
को भी लोकतन्त्र में दृढ़ विश्वास है। भारतीय मतदाता अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए
आंदोलन करने तथा बड़ी-से-बड़ी कुरबानी देने के लिए तैयार रहते हैं। चुनाव कराने के लिए
चुनाव आयोग की स्थापना की गई है जो पूर्ण रूप से निष्पक्ष होकर कार्य करता है। भारत
में न्यायपालिका भी स्वतन्त्र है जो लोकतन्त्र पर होने वाले किसी भी आघात को रोकती
है। यद्यपि भारत के अधिकांश लोग अशिक्षित हैं, परन्तु वे राजनीतिक दृष्टि से जागरुक हैं।
ऐसी स्थिति में भारतीय लोकतन्त्र के सफल भविष्य के बारे में चिंता की कोई बात नहीं
है।
प्रश्न 10. लोकतन्त्र की त्रुटियों
को कैसे सुधारा जा सकता है?
उत्तरः लोकतन्त्र स्वयं की गलतियों को
सुधारने की अनुमति देता है। इसकी कोई गारंटी नहीं है कि लोकतन्त्र में कोई गलती नहीं
हो सकती। सरकार का कोई भी स्वरूप इसकी गारण्टी नहीं दे सकता। लोकतन्त्र का गुण यह है
कि ऐसी गलतियाँ लम्बे समय तक छिपी नहीं रहतीं। इन गलतियों पर सार्वजनिक चर्चा की जा
सकती है और गलती सुधारने का अवसर भी उपलब्ध रहता है या तो शासकों को अपने निर्णय बदलने
पड़ते हैं अन्यथा शासकों को बदल दिया जाता है।
प्रश्न 11. “लोकतन्त्र
मतभेदों एवं विवादों से निपटने का तरीका उपलब्ध कराता है।” इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः किसी भी समाज के लोगों में मत एवं
हितों में विवाद हो सकता है। भारत में ये मतभेद और भी गहरे हैं। लोग विभिन्न क्षेत्रों
से सम्बन्ध रखते हैं, वे अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं, अलग-अलग धर्म का पालन करते हैं और वे विभिन्न
जातियों से सम्बन्ध रखते हैं।
एक समूह की प्राथमिकता दूसरे समूह के साथ
टकराव का कारण बन सकती है। इस विवाद को बल प्रयोग से भी हल किया जा सकता है। जो भी
समूह अधिक शक्तिशाली होगा वह अपनी शर्ते मनवा लेगा और दूसरे लोगों को इसे स्वीकार करना
होगा। किन्तु यह आक्रोश का कारण बनेगा। लोकतन्त्र इस समस्या का एकमात्र शांतिपूर्ण
हल उपलब्ध कराता है। लोकतन्त्र में कोई भी स्थायी विजेता नहीं होता। विभिन्न समूह परस्पर
शांतिपूर्वक रह सकते हैं। भारत जैसे विविधता से भरे देश में लोकतन्त्र विभिन्न प्रकार
के लोगों को एक साथ रहने में मदद करता है।
प्रश्न 12. “1958-1961 ई. के बीच का चीन का अकाल सरकारी नीतियों
का परिणाम था।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः चीन में 1958 से 1961 ई. के बीच भीषण अकाल पड़ा। इस अकाल में
लगभग 3 करोड़ लोग मारे गये।
उस समय चीन की अर्थव्यवस्था भारत की अर्थव्यवस्था से अच्छी नहीं थी। चीन में लोकतांत्रिक
व्यवस्था न होने के कारण सरकार लोगों की अधिक फिक्र नहीं करती थी। यदि चीन में बहुदलीय
चुनावी व्यवस्था होती, विपक्षी दल होता और सरकार की आलोचना कर सकने वाली स्वतन्त्र
मीडिया होती तो इतने सारे लोग भूख से नहीं मरे होते।
प्रश्न 13. एक लोकतान्त्रिक
सरकार की मुख्य विशेषताएँ लिखिए।
उत्तरः एक लोकतान्त्रिक सरकार की मुख्य
विशेषताएँ निम्नलिखित है
(1) ऐसी सरकारें जनता
द्वारा निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव द्वारा चुनी हुई होती है।
(2) लोकतांत्रिक सरकार
जनता और संविधान के प्रति जबाबदेह होती है।
(3) लोगों द्वारा चुने
गए सदस्य ही देश के शासन की बागडोर संभालते हैं और वे सारे प्रमुख फैसले संविधान के
अनुरूप ही लेते है।
प्रश्न 14. लोकतंत्र की क्या विशेषताएँ हैं ?
उत्तरः लोकतंत्र की विशेषताएँ निम्न है
:-
(1) लोकतंत्र में निष्पक्ष
एवं स्वतंत्र रूप से चुनाव होते है जिसमें जनता अपने प्रतिनिधि को चुनती है।
(2) चुनाव द्वारा लोग
जब चाहे मौजूदा शासकों को बदल सकते है।
(3) इसमें सभी नागरिकों
को सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार प्राप्त होता है।
(4) इसमें सरकार कानून
या संविधान के द्वारा चलाया जाता है।
प्रश्न 15. एक लोकतांत्रिक सरकार के सामने प्रमुख चुनौतियां कौन कौन सी
हैं?
उत्तरः 1. बेरोजगारी की समस्या 2. महंगाई की समस्या
3. अशिक्षा की समस्या 4. जातिवाद
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ( 04 अंक )
प्रश्न 1. लोकतांत्रिक एवं
अलोकतांत्रिक सरकारों के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः लोकतांत्रिक एवं अलोकतांत्रिक सरकारों
के मध्य अन्तर
लोकतांत्रिक सरकार |
अलोकतांत्रिक सरकार |
1. जनता द्वारा चुनी जाती है। |
1. जनता द्वारा नहीं चुनी जाती है। |
2. ऐसी सरकार में लोगों को मौलिक अधिकार प्राप्त
होते हैं। |
2. लोगों को मौलिक अधिकार प्राप्त नहीं होते हैं। |
3. लोकतंत्र में नियत समयांतराल में चुनाव होते रहते हैं जिससे जनता सरकार बदल सकती
है। |
3. नियत अंतराल में चुनाव नहीं होते न ही जनता के पास सरकार बदलने का कोई विकल्प
होता है। |
4. सरकार संविधान के अनुसार कार्य करती है। |
4. सरकार शासक के इच्छानुसार कार्य करती है। |
5. लोकतंत्र में संसद प्रमुख होती है। |
5. अलोकतांत्रिक सरकार में शासक समूह ही प्रमुख होता है। |
प्रश्न 2. भारतीय लोकतन्त्र की प्रमुख समस्याएँ बताइए तथा उन समस्याओं को दूर करने के उपाय बताइए।
उत्तरः भारतीय लोकतन्त्र की प्रमुख समस्याएँ
इस प्रकार हैं
असामाजिक तत्वों की भूमिका- चुनावों में असामाजिक तत्वों की भूमिका
बहुत बढ़ गयी है। चुनावों के दौरान मतदाताओं पर किसी व्यक्ति विशेष के पक्ष में मतदान
करने के लिए दबाव डाला जाता है। चुनाव के दौरान मत खरीदे और बेचे जाते हैं और मतदान
केन्द्रों पर कब्जा किया जाता है।
जातिवाद और सम्प्रदायवाद- जातिवाद एवं सम्प्रदायवाद भारतीय लोकतन्त्र
के सम्मुख उपस्थित एक गम्भीर समस्या है। चुनाव के लिए प्रत्याशियों का चयन करते समय
सभी राजनीतिक दल जातीय समीकरण को महत्त्व देते हैं। मतदाता भी मतदान करते समय जातिवाद
तथा सम्प्रदायवाद से प्रभावित होकर मतदान करते हैं। कई राजनीतिक दलों का गठन भी सम्प्रदाय
तथा जातिवाद के आधार पर किया गया है। जातिवाद के आधार पर लोगों में आपसी झगड़े होते
रहते हैं जो लोकतन्त्र की बड़ी समस्या का कारण बनते हैं।
सामाजिक तथा आर्थिक असमानता- किसी भी देश में लोकतन्त्र की सफलता
के लिए सामाजिक एवं आर्थिक समानता का होना अनिवार्य होता है। भारत में इसका अभाव है।
समाज में सभी नागरिकों को समान नहीं समझा जाता। जाति, धर्म तथा वंश आदि के आधार पर नागरिकों
में भेदभाव किया जाता है। आर्थिक दृष्टि से अमीर तथा गरीब की खाई बहुत बड़ी है।
निरक्षरता- भारत में बहुत बड़ी संख्या में लोग अनपढ़
हैं। उन्हें अपने अधिकारों तथा कर्तव्यों के बारे में पूरा ज्ञान नहीं है। अनपढ़ व्यक्ति
देश की समस्याओं को ठीक प्रकार से नहीं समझ सकते। उनका दृष्टिकोण संकुचित होता है और
वे जातिवाद, भाषावाद तथा सम्प्रदायवाद की भावनाओं में पड़े रहते हैं। अनपढ़ता के कारण देश में
राजनीतिक समस्याओं के बारे में स्वस्थ जनमत का निर्माण नहीं हो सकता। अतः निरक्षरता
लोकतन्त्र की सफलता में बाधक बनती है।
लोकतंत्र की समस्याओं को दूर करने के उपाय
सरकार द्वारा लोकतन्त्र में व्याप्त समस्याओं
के निराकरण के लिए निम्न उपाय अपनाये जा सकते हैं।
·
चुनावों में धर्म तथा जाति के प्रयोग में कड़ी पाबन्दी लगा देनी चाहिए, धर्म अथवा जाति के
आधार पर राजनैतिक । दलों के गठन को रोका जाए और चुनावों के दौरान धर्म अथवा जाति के
आधार पर वोट माँगने वाले उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर देना चाहिए।
·
नागरिकों में सामाजिक व आर्थिक असमानता को दूर करने के उपाय करने चाहिए।
·
नागरिकों को शिक्षित करने का प्रबन्ध करना चाहिए। शिक्षित तथा राजनीतिक दृष्टि
से जागरूक नागरिक ही कुशल ईमानदार तथा निःस्वार्थी प्रतिनिधियों का चुनाव कर सकते हैं।
·
समाज में लोकतंत्रीय मूल्यों का विकास करना चाहिए, प्रत्येक नागरिक को चाहिए कि वह अन्य नागरिकों
के अधिकारों तथा स्वतंत्रताओं का आदर करें।
प्रश्न 3. लोकतन्त्र किसे
कहते हैं? लोकतन्त्र के गुण-दोषों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः लोकतन्त्र से आशय-वह शासन पद्धति
जिसमें शासक लोगों द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं, को लोकतन्त्र कहते हैं। इस प्रकार लोकतन्त्र
का अर्थ है लोगों द्वारा शासन।
लोकतंत्र के गुण :
·
लोकतन्त्र में किसी की भी जय या पराजय स्थायी नहीं होती।
·
लोकतन्त्र मतभेदों एवं विवादों से निपटने का तरीका उपलब्ध कराती है।
·
लोकतन्त्र नागरिकों की गरिमा में वृद्धि करता है क्योकि यह राजनैतिक समानता के
सिद्धान्त पर आधारित है जो यह स्वीकार करता है कि सबसे निर्धन एवं सबसे कम पढ़े-लिखे
लोगों की भी समाज में वही स्थिति है जो अमीर व शिक्षित लोगों की है। लोग किसी शासक
की प्रजा नहीं हैं अपितु वे स्वयं शासक हैं।
·
लोकतन्त्र लोगों की जरूरतों को प्रत्युत्तर देती है। एक लोकतांत्रिक सरकार सदैव
लोगों के प्रति जवाबदेह है।
·
लोकतन्त्र निर्णय करने की गुणवत्ता में सुधार लाती है क्योंकि ये संविधान एवं परिचर्चा
पर आधारित होते हैं।
·
लोकतन्त्र प्रत्येक समस्या का शांतिपूर्ण समाधान उपलब्ध कराता है। यह भारत जैसे
देश के लिए उपयुक्त है जिसमें भाषा, धर्म एवं संस्कृति आधारित भिन्नताएँ पायी
जाती हैं।
·
भारतीय लोकतन्त्र ने भिन्नता में एकता बनाए रखते हुए एक शांतिपूर्ण समाज उपलब्ध
कराया है।
लोकतंत्र के दोष :
·
लोकतन्त्र भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है क्योंकि यह चुनावी प्रतिस्पर्द्ध
पर आधारित है।
·
जनसाधारण को पता नहीं होता कि उनके लिए क्या अच्छा है; न ही उन्हें कोई निर्णय लेने का समय होता
है।
·
लोकतन्त्र में नेता बदलते रहते हैं। यह अस्थिरता का कारण बनता है।
·
लोकतन्त्र राजनैतिक प्रतिद्वन्द्विता एवं शक्ति का खेल है। इसमें नैतिकता के लिए
कोई स्थान नहीं है।
·
निर्वाचित नेता लोगों के सर्वश्रेष्ठ हितों से परिचित नहीं होते। यह गलत निर्णयों
का कारण बनता है।
प्रश्न 4. ‘लोकप्रिय सरकारें
अलोकतांत्रिक हो सकती हैं और लोकप्रिय नेता स्वेच्छाचारी हो सकते हैं।’ जिम्बाब्वे
के सन्दर्भ में इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तरः जिम्बाब्वे ने सन् 1980 में स्वतन्त्रता प्राप्त की। इस देश में
तभी से जानु पी. एफ. दल का शासन है। स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से इस देश पर रॉबर्ट
मुगाबे का शासन है। जिम्बाब्वे में नियमित रूप से चुनाव कराए जा रहे हैं और हर बार
रॉबर्ट मुगाबे का दल चुनाव में विजयी हो रहा है।
रॉबर्ट मुगाबे यद्यपि अपने देश में लोकप्रिय
है किन्तु वह चुनाव में अनुचित साधनों का प्रयोग करता है। राष्ट्रपति की शक्तियाँ बढ़ाने
और उसे कम जवाबदेह बनाने के लिए संविधान में कई बार संशोधन किए जा चुके हैं। विपक्षी
दल के कार्यकर्ताओं को सताया जाता है और उनकी सभाओं को तितर-बितर किया जाता है। सरकार
विरोधी प्रदर्शनों एवं आन्दोलनों को गैर कानूनी घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रपति की
आलोचना का अधिकार सीमित है।
मीडिया पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में
है और केवल सत्ताधारी दल की विचारधारा का प्रसार करते हैं। स्वतन्त्र अखबारों को सत्ताधारी
दल के विरुद्ध कुछ भी लिखने पर सताया जाता है। सरकार न्यायालय के ऐसे फैसलों की परवाह
नहीं करती जो उसके विरुद्ध जा रहे हों और जजों पर दबाव डाला जाता है।
उपरोक्त विवेचन से स्पष्ट है कि लोकतन्त्र
में शासकों का लोकप्रिय अनुमोदन किया जाए, यही पर्याप्त नहीं है। लोकप्रिय सरकारें
आलोकतांत्रिक हो सकती हैं और लोकप्रिय नेता स्वेच्छाचारी हो सकता है।
प्रश्न 5. क्या लोकतांत्रिक
व्यवस्था सभी राज्यों के लिए उपयुक्त है?
उत्तरः अनेक लोगों का विचार है कि लोकतांत्रिक
व्यवस्था केवल उन्हीं देशों के लिए उपयुक्त है जो आर्थिक तथा औद्योगिक दृष्टि से विकसित
हैं। उनके विचार में यह प्रणाली भारत एवं पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों के लिए उपयुक्त
नहीं है। उन विचारकों का कहना है कि देश का ठीक तथा शीघ्र विकास तानाशाही शासन में
ही संभव है क्योंकि उसमें अनुशासन रहता है और निर्णय शीघ्र किया जा सकता है। वाद-विवाद
में समय नष्ट नहीं करना पड़ता और निर्णय लेते समय सरकार को अगले चुनावों को ध्यान में
रखना पड़ता है। किन्तु यह विचार उपयुक्त नहीं है।
यदि हम संयुक्त-राज्य अमेरिका, इंग्लैण्ड तथा भारत
जैसे लोकतंत्रीय देशों की ओर ध्यान करें तो हमें यह बात स्पष्ट दिखाई देगी कि इन देशों
की सरकारें देश के विकास के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। सरकार द्वारा नागरिकों
की भलाई के लिए अनेक योजनाएँ लागू की गई हैं और लोगों को समान रूप से शिक्षा तथा रोजगार
के अवसर दिए जा रहे हैं।
इसके दूसरी ओर तानाशाही शासन में तानाशाह
द्वारा नागरिकों की भलाई की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता और लोगों को भी सरकार की
आलोचना करने का अधिकार नहीं होती। देश के विकास की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता और
थोड़ा-बहुत विकास का लाभ तानाशाह तथा शासक दल के अन्य सदस्यों द्वारा हथिया लिया जाता
है। वे गैर-कानूनी तथा भ्रष्ट उपायों से धन इकट्ठा करने में लगे रहते हैं।
प्रश्न 6. लोकतन्त्र की प्रमुख
विशेषताएँ बताइए।
उत्तरः लोकतन्त्र की प्रमुख विशेषताएँ
इस प्रकार हैं -
·
एक लोकतांत्रिक देश में प्रत्येक वयस्क नागरिक को एक वोट देने का अधिकार है और प्रत्येक
वोट का समान महत्त्व है। कोई भी नागरिक किसी भी जाति, धर्म, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि का हो वह
किसी भी पद के लिए चुनाव लड़ सकता है जिसका अर्थ यह है कि सभी नागरिकों को वोट देने
का अधिकार प्राप्त है।
·
एक लोकतांत्रिक सरकार संवैधानिक कानूनों एवं नागरिक अधिकारों के दायरे में रहते
हुए शासन करती है।
·
लोकतांत्रिक देशों में शासकों का चयन जनता करती है जो सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेते
हैं।
·
इसमें स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष चुनाव होते हैं। चुनाव लोगों के सामने वर्तमान शासकों
को बदलने का एक विकल्प एवं अच्छा अवसर प्रदान करते हैं।
·
चुनाव के पहले और बाद में भी विपक्षी दलों को स्वतन्त्र रूप से काम करते रहने की
अनुमति है।
·
इसमें अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता होती है और लोग मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते
हैं।
·
ऐसी सरकारें राजनैतिक समानता के मौलिक सिद्धान्त पर आधारित होते हैं।
प्रश्न 7. लोकतन्त्र को सरकार
के अन्य स्वरूपों की अपेक्षा बेहतर क्यों माना जाता है?
उत्तरः लोकतन्त्र को सरकार के अन्य स्वरूपों
से बेहतर इसलिए माना जाता है क्योंकि यह लोगों की आवश्यकताओं का प्रतिनिधित्व करता
है। लोकतन्त्र जो है वह शासक या तानाशाह की सनक पर निर्भर नहीं है। लोकतन्त्र लोगों
के लिए है तथा एक लोकतांत्रिक सरकार सदैव लोगों के प्रति उत्तरदायी है जिसका विवरण
इस प्रकार है
·
यह राजनैतिक समानता के सिद्धान्त पर आधारित है जो यह स्वीकार करता है कि सबसे निर्धन
एवं सबसे कम पढ़े-लिखे लोगों की भी समाज में वही स्थिति है जो अमीर व शिक्षित लोगों
की है। इस प्रकार लोकतंत्र नागरिकों की गरिमा में वृद्धि करता है।
·
लोकतन्त्र सरकार के अन्य स्वरूपों की अपेक्षा बेहतर है क्योंकि यह हमें इसकी गलती
सुधारने का अवसर प्रदान करती है।
·
लोकतन्त्र मतभेदों एवं विवादों से निपटने का तरीका उपलब्ध कराता है।
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लोकतन्त्र निर्णय लेने की गुणवत्ता में सुधार करता है क्योंकि यह मंत्रणा एवं परिचर्चा
पर आधारित होता है।
·
लोकतन्त्र प्रत्येक समस्या का शान्तिपूर्ण समाधान उपलब्ध कराता है। यह भारत जैसे
देश के लिए उपयुक्त है जिसमें भाषा, धर्म एवं संस्कृति आधारित भिन्नताएँ पायी
जाती हैं। भारतीय लोकतन्त्र ने भिन्नता में एकता बनाए रखते हुए एक शांतिपूर्ण समाज
उपलब्ध कराया है।
प्रश्न 8. किन्हीं दो देशों
के नाम बताएँ जहाँ नियमित रूप से चुनाव कराए जाते हैं किन्तु उन्हें लोकतांत्रिक देश
नहीं कहा जा सकता? इसके कारण भी बताएँ।
उत्तरः चीन और मैक्सिको लोकतांत्रिक देश
नहीं हैं क्योंकि चीन में चुनाव लोगों को कोई गम्भीर विकल्प उपलब्ध नहीं कराते। उन्हें
शासन कर रहे दल (कम्युनिस्ट पार्टी) और उसके द्वारा अनुमोदित उम्मीदवारों को ही चुनना
पड़ता है। मैक्सिको में 1930 (इसकी आजादी के दिन से) से सन् 2000 तक प्रत्येक चुनाव में पी. आर. आई. (इंस्टीट्यूशनल
रिवोल्यूशनरी पार्टी) ही विजयी होती आई थी क्योंकि विपक्षी दल कभी भी जीत ही नहीं पाए।
पी.आर.आई. चुनाव में गन्दे हथकण्डे अपनाकर जीतने के लिए कुख्यात थी। किसी प्रकार के
चुनाव कराना ही पर्याप्त नहीं है। अपितु चुनाव में उपलब्ध विकल्पों में से किसी एक
को चुनने की स्थिति भी होनी चाहिए। किन्तु मैक्सिको में शासक दल को पराजित नहीं किया
जा सकता था, चाहे लोग उसके विरुद्ध ही क्यों न हों। इसलिए लोकतन्त्र एक स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष
चुनाव पर आधारित होना चाहिए जिसमें सत्ताधारी दल के हार जाने के भी पूर्ण अवसर हों।
लेकिन चीन और मैक्सिको में ऐसा नहीं है।
अभ्यास हेतु विश्लेषणात्मक प्रश्न
High Order Thinking Skills Questions for Practice
1. ‘‘ जनता का, जनता के लिए और जनता
के द्वारा चलने वाली शासन व्यवस्था ही लोकतंत्र है।’’ अब्राहम लिंकन के इस कथन से आप
कितना सहमत या असहमत हैं। कारण सहित लिखिए।
2. असली लोकतंत्र
और दिखावटी लोकतंत्र वाली सरकारों में कैसे अंतर करेंगे? आपके विचार लिखिए.
3. क्या हो अगर
भारत में लोकतंत्र की जगह राजतंत्र स्थापित हो जाए?
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धन्यवाद